पेरेंट्स (Parents) के लिए शिशुओं (Children’s) का लालन-पोषण करना एक बड़ी चुनौती है। पेरेंट्स के लिए यह जानना भी बहुत जरूरी होता है कि बच्चे का पोषण और विकास सही से हो रहा है या नहीं। बच्चों को पौष्टिक भोजन (Healthy Food) देने के लिए कई सावधानियां भी बरतनी होती है। सवाल यह है कि बच्चों के लिए टमाटर (Tomato for Children’s) एक पौष्टिक आहार है या नहीं। हालांकि टमाटर पौष्टिक तत्वों से भरपूर है, लेकिन बच्चों को किस उम्र में, कितनी मात्रा में और किस रूप में टमाटर खिलाना चाहिए, यह जानना हर पेरेंट्स के लिए जरूरी है। आर्टिकल में जानेंगे बच्चों के आहार में टमाटर कैसे शामिल करें और इसके क्या है इसके फायदे समेत कई बातों के बारे में।
टमाटर क्यों फायदेमंद है? (Benefits of Tomato)
कहना गलत नहीं होगा कि लाल-लाल दिखने वाले ये टमाटर बहुत स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। टमाटर में विटामिन सी, पोटैशियम, लाइकोपीन और विटामिन भरपूर मात्रा में होते हैं। साथ ही इनमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले तत्व भी मौजूद होते हैं। जिन लोगों को वजन कम करना है, उनके लिए टमाटर एक रामबाण उपाय साबित हो सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि टमाटर एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जो पकाने के बाद भी अपने पोषण तत्वों को नहीं छोड़ता है। मतलब, खाने में मिलने वाला टमाटर पूरे पोषण के साथ आपके पेट में जाता है।
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किस उम्र में बच्चों को खिला सकते हैं टमाटर
शिशुओं को कोई भी चीज खिलाने से पहले दस बार सोचना पड़ता है। क्योंकि बच्चों को व्यस्कों की तुलना में इंफेक्शन होने का खतरा सबसे अधिक होता है। बच्चों का ख्याल रखने में थोड़ी सी भी लापरवाही उन्हें बीमार बना सकती है। इसलिए, उनके खान-पान का ध्यान रखना भी बड़ी जिम्मेदारी का काम है। बात करें बच्चों को टमाटर खिलाने की, तो बता दें कि छोटे बच्चों को टमाटर खिलाया जा सकता है। बच्चे के 8 से 10 महीने का होने पर आप उन्हें बेहिचक टमाटर खिला सकते हैं। टमाटर से किसी भी तरह की एलर्जी की आशंका नहीं है, लेकिन बावजूद इसके आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि टमाटर खाने के बाद बच्चे के स्किन पर चकते या एलर्जी न हो रही हो। इसलिए शिशु को पहले थोड़ी मात्रा में दें और फिर धीरे-धीरे कर के खुराक बढ़ाएं।
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बच्चों के लिए कितने लाभदायक हैं टमाटर (Tomato Benefits)
शिशुओं के लिए टमाटर बड़े काम की चीज है। इसे खिलाने से आपके बच्चों के गाल भी टमाटर की तरह लाल हो सकते हैं। टमाटर बच्चों के लिए कई तरह से स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। आइए जानते हैं, आखिर क्या हैं बच्चों को टमाटर खिलाने के बड़े फायदे..
विटामिन A (Vitamin A) से भरपूर
टमाटर में विटामिन ए की मात्रा पर्याप्त होती है। टमाटर का लाल और नारंगी रंग बताता है कि उसमें अल्फा कैटरीन और बीटा-कैरोटीन की मात्रा भरपूर है, जो बच्चों की आंखों के विकास और उनके हेल्दी होने के लिए बहुत फायदेमंद है।
टमाटर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant)
विटामिन ए के अलावा में टमाटर में एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा भी बहुत होती है। एंटीऑक्सिडेंट का होना बच्चे के आहार के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। बता दें कि बच्चों में मेटोबोलिज्म रेट व्यस्कों से ज्यादा होता है और इससे मुक्त कणों की संख्या बढ़ जाती हैं, जो शरीर की कोशिकाओं और डीएनए के लिए हानिकारक माने जाते हैं। टमाटर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट तत्व इन संख्या को बढ़ने से रोकते हैं और इन्हें बेअसर करने का भी काम करते हैं।
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बच्चों की हड्डियों (Child Bone) को बनाता है सॉलिड
टमाटर में भरपूर विटामिन पाया जाता है। बच्चों को टमाटर खिलाना मतलब उनकी हड्डियों को सीधे-सीधे स्ट्रॉन्ग करने जैसा है। टमाटर खाने से शिशुओं की हड्डियां समय से मजबूत होती चली जाती हैं और बच्चा चलने में भी देरी नहीं करता है।
इम्यूनिटी को करता है बूस्ट (Immunity Boosting)
टमाटर में पाये जाने वाले कई जैविक रासायनिक तत्व बच्चों के इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है। इससे बच्चे का मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से तेजी से विकास होता है।
खत्म करता है एसिड
हालांकि टमाटर में भी एसिड होता है, बावजूद इसके वह शिशुओं के शरीर में मौजूद एसिड को खत्म करने का काम करता है। टमाटर खाने से शरीर में क्षारीय तत्व की मात्रा बढ़ती है, जो अम्लरक्तता (Acidosis) का ट्रीटमेंट करने में बड़े सहायक हैं।
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सीसा विषाक्तता में कमी
टमाटर और सीसा विषाक्तता (Lead Poisoning) एक दूसरे के विरोधी तत्व हैं। टमाटर में पर्याप्त मात्रा में मौजूद विटामिन सी शरीर में लीड विषाक्तता का नाश करता है। बता दें कि लीड विषाक्तता में शरीर में सीसा की मात्रा बढ़ने लगती है, जिसके लक्षम महीने और सालों में दिखाई देते हैं।
शारीरिक और मानसिक रूप से बनाता है स्ट्रॉन्ग (Physically and Mentally strong)
टमाटर शिशुओं को शारीरिक स्फूर्ति देता है और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। ऐसे में शिशुओं के समग्र विकास के लिए टमाटर बेहद उपयोगी बताए जाते हैं।
बच्चों को टमाटर खिलाते वक्त बरतें ये सावधानियां
शिशुओं को एक-एक चीज बहुत परखकर और सावधानीपूर्वक खिलाई जाती है। शिशुओं को कुछ भी खिलाने से पहले उसके साइड इफेक्ट्स का ख्याल रखा जाना जरूरी होता है। ऐसे में बच्चों को टमाटर खिलाते वक्त आपको कुछ सावधानियों को बरतना होगा, जो आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत उपयोगी हैं।
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ऐसे खिलाएं बच्चों को टमाटर
छोटे-छोटे बच्चों के दांत पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं। शिशु चबाने की क्रिया भी नहीं जानता है, तो आप अपने शिशु को टमाटर सूप बनाकर थोड़ा-थोड़ा कर और धीरे-धीरे पिला सकती हैं। इससे टमाटर शिशु के गले में अटकेगा नहीं। टमाटर सूप भी शिशु के शरीर में उतना ही काम करेगा, जितना एक साबूत टमाटर करता है।
एलर्जी (Allergy) चेक करें
टमाटर खिलाने के बाद समय-समय पर बच्चे की स्किन पर ध्यान दें। देखें की टमाटर खाने के कुछ समय बाद शिशु की स्किन में कोई आसामान्य बदलाव तो नहीं आया है, या फिर यह देखें कि शिशु की स्किन पर कहीं सफेद चकते तो नहीं बन गए हैं।
टमाटर खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखें
वक्त चेक कर लें कि इनकी बनावट और रंग सामान्य टमाटरों की तरह है या नहीं। ठोस और धब्बे वाले टमाटर कभी न खरीदें। हमेशा लाल और नारंगी रंग के ताजा टमाटर ही खरीदकर शिशुओं को खिलाएं।
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केमिकल वाले टमाटरों से बचें
बाजार से ऑर्गेनिक टमाटर ही खरीदें, जो सही तरह से उगाए जाते हैं। केमिकल वाले टमाटरों को कभी भी न खरीदें। क्योंकि, इनमें पोषक तत्वों की मात्रा अधिक नहीं होती है। इसलिए ध्यान रहे कि शिशुओं को टमाटर खिलाने से पहले इन सभी बातों पर एक बार जरूर गौर करें।
ऐसे बनाएं बच्चों के लिए टमाटर सूप
आप शिशुओं को टमाटर सूप बनाकर भी पिला सकते हैं। यहां हम आपको टमाटर सूप बनाने की विधि के बारे में बता रहे हैं। ध्यान रहे घर पर ट्राई करने से पहले आप एक बार इसकी अच्छे से पड़ताल कर लें। एक बार डॉक्टर से भी सलाह लें कि आपका बच्चा टमाटर या टमाटर सूप ले सकता है या नहीं।
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घर पर बनाए बच्चों के लिए टमाटर सूप
इस बात का जरूर ध्यान रखें कि शिशु को हर ताजा टमाटर सूप बनाकर ही पिलाने की कोशिश करें। इसलिए हर बार कम मात्रा में सूप बनाए, क्योंकि बच्चों की खुराक कम होती है। इसलिए आप बड़े-बड़े 2 टमाटर लें और उसमें एक चुटकी से थोड़ा कम नमक डालें। सूप में आधा चम्मच मक्खन मिलाएं और आधा कप पानी।
- पहले टमाटर को अच्छे धो लें। याद रहें टमाटर को धोने के बाद ही काटना है।
- टमाटर को काटने के बाद उनके बीज जरूर निकालें।
- अब टमाटर के बड़े-बड़े टुकड़ों को उबालने के लिए रख दें।
- कुछ मिनटों के बाद टमाटर निकालकर उन्हें अच्छी तरह से छील लें। क्योंकि, सूप मे एक भी छिलका आया तो वह शिशु के गले में अटक सकता है।
- टमाटर को छीलने के बाद उसमें थोड़ा पानी मिलकर शेक करें।
- फिर एक कटोरी लें और उसमें मक्खन डालें।
- अब मक्खन वाले बर्तन में टमाकर का शेक डालें
- अब शिशु का स्वास्थ्य का ख्याल कर थोड़ा सा ही नमक डालें।
जैसा कि आपने जाना की टमाटर का सेवन बच्चे के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। लेकिन इसका सेवन भी सीमित मात्रा में होना चाहिए। अधिक मात्रा में इसका सेवन बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा भी, अगर आपके बच्चे को किसी प्रकार की एलर्जी है, तो आप उसे टमाटर खाने में न दें ओर अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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