चिल्ड्रेन्स इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन (Children’s Investment Fund Foundation) द्वारा पब्लिश्ड साल 2019 की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारत में 225 मिलियन प्रीस्कूल और स्कूल जाने वाले बच्चों में वर्म के इंफेक्शन की संभावना ज्यादा है। भारत में 65 प्रतिशत पैरासिटिक वर्म (Parasitic worms) सॉइल ट्रांसमिटेड हेल्मिन्थ (Soil-transmitted helminth) वहीं साऊथ ईस्ट एशिया एवं ग्लोबली 27 प्रतिशत है। इसलिए आज इस आर्टिकल में मनुष्यों में टेपवर्म (Tapeworms in Human) से जुड़ी सभी जानकारी शेयर करेंगे।
कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि टेपवर्म की समस्या सिर्फ जानवरों में होती है, लेकिन सच तो यह है कि टेपवर्म इंफेक्शन गाय और सूअर के साथ-साथ मनुष्यों में टेपवर्म (Tapeworms in Human) की समस्या देखी जाती है। हालांकि मनुष्यों में टेपवर्म इंफेक्शन (Tapeworms infection) होना सामान्य नहीं माना जाता है।
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मनुष्यों में टेपवर्म (Tapeworms in Human): टेपवर्म (Tapeworms) क्या है?
टेपवर्म मनुष्यों के इंटेस्टाइन में अपने लिए जगह बना लेता है। मनुष्यों में टेपवर्म होना कारण है ठीक तरह से नहीं पके हुए टेपवर्म इन्फेक्टेड मीट के सेवन से होता है। मनुष्यों में टेपवर्म, इन्फेक्टेड पोर्क (Pork), बीफ (Beef) या मछलियों (Fish) के सेवन से होता है।
मनुष्यों में टेपवर्म के लक्षण क्या हो सकते हैं? (Symptoms of Tapeworms in Human)
मनुष्यों में टेपवर्म के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- जी मिचलाने (Nausea) की समस्या होना।
- भूख नहीं (Loss of appetite) लगना।
- एब्डॉमिनल पेन (Abdominal pain) होना।
- चक्कर (Dizziness) आना।
- डायरिया (Diarrhea) की समस्या होना।
- शरीर के वजन कम (Weight loss) होना।
- कमजोरी महसूस (Weakness) होना।
- सिरदर्द (Headaches) होना।
- दौरा (Seizures) पड़ना।
- सिस्ट (Cyst) या लम्प (Lump) की समस्या होना।
ये लक्षण मनुष्यों में टेपवर्म के लक्षण की ओर इशारा कर सकते हैं। इसलिए ऐसे लक्षणों को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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मनुष्यों में टेपवर्म का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Tapeworms in Human)
यह ध्यान रखें कि टेपवर्म इंफेक्शन की समस्या से निजात पाने के लिए हमेशा इलाज की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि कुछ टेपवर्म अपने आप शरीर से निकल जाते हैं। इसलिए कुछ लोगों में टेपवर्म इंफेक्शन के लक्षणों (Tapeworms infection symptoms) की भी जानकारी नहीं मिलती है या फिर कम लक्षणों की वजह से महसूस नहीं कर पाते हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी टेपवर्म इंफेक्शन होते हैं, जो बिना इलाज के ठीक नहीं हो पाते हैं। इसलिए इंटेस्टाइनल इंफेक्शन (Intestinal infection) की समस्या होने पर ओरल मेडिकेशन (Oral medication) की जरूरत पड़ सकती है। टेपवर्म इंफेक्शन के इलाज के पहले टेपवर्म इंफेक्शन (Tapeworms Infection) के टाइप को समझा जाता है और फिर इलाज शुरू किया जाता है।
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टेपवर्म के इलाज के लिए निम्नलिखित एंटीपैरासाइटिक ड्रग्स (Antiparasitic drugs) प्रिस्क्राइब की जा सकती हैं। जैसे:
- बिल्ट्रीसाइड (Biltricide)
- अल्बेन्जा (Albenza)
- एलीनिया (Alinia)
इन दवाओं के डोज को पूरा करने के बाद डॉक्टर पेशेंट को स्टूल टेस्ट (Stool Test) करवाने की सलाह देते हैं, जिससे इंफेक्शन (Infection) की समस्या दूर हुई है या नहीं इसकी जानकारी मिल जाती है।
अगर इंफेक्शन की समस्या अत्यधिक और दवाओं से इसे दूर नहीं किया जा सकता है, तो ऐसी स्थिति में एंथेल्मिंटिक ड्रग (Anthelmintic drug) प्रिस्क्राइब की जाती है या फिर इंफेक्शन की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सर्जरी की सहायता से सिस्ट (Cyst) या लम्प (Lump) को रिमूव भी किया जा सकता है।
टेपवर्म इंफेक्शन के इलाज के दौरान आवश्यकता पड़ने पर डॉक्टर कॉर्टिकोस्टेरॉइड (Corticosteroid) भी प्रिस्क्राइब की जा सकती है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड की जरूरत तब पड़ती है जब ऑर्गन या टिशू में इन्फ्लेमेशन (Inflammation) की समस्या शुरू हो जाए।
टेपवर्म का अगर सही समय पर इलाज ना किया जाए, तो इससे डायजेस्टिव ब्लॉकेज (Digestive blockage) की समस्या शुरू हो सकती है। क्योंकि टेपवर्म के लार्ज साइज होने की वजह से अपेंडिक्स (Appendix), बाइल डक्ट (Bile ducts) या पैंक्रिएटिक डक्ट (Pancreatic duct) को ब्लॉक करने का काम कर सकता है। ऐसी स्थिति में ऑर्गन फंक्शन (Organ function) ठीक से करने में असमर्थ हो जाते हैं और ब्लड सप्लाई (Blood supply) में भी बाधा पहुंचने लगती है।
मनुष्यों में टेपवर्म की समस्या को दूर करने के लिए क्या हैं घरेलू उपाय? (Home remedies for Tapeworms in Human)
मनुष्यों में टेपवर्म की समस्या को दूर करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपायों को अपनाया जा सकता है। जैसे:
- पपीते का बीज (Papaya Seeds)- बीएमसी कॉम्प्लीमेंट्री मेडिसिन एंड थेरिपीज (BMC Complementary Medicine and Therapies) में पब्लिश्ड रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार मनुष्यों में टेपवर्म की समस्या को दूर करने में पपीते का बीच लाभकारी हो सकता है।
- कद्दू का बीज (Pumpkin Seeds)- कद्दू के बीज में एमिनो एसिड (Amino acids) एवं फैटी एसिड (Fatty acids) की मात्रा ज्यादा होती है, जो टेपवर्म के इंफेक्शन (Tapeworms infection) को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
नोट: पपीते का बीज (Papaya Seeds) या कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds) का सेवन कैसे करना चाहिए इसकी जानकारी डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करें। ऐसा करने से इनके साइड इफेक्ट्स से बचने में मदद मिल सकती है।
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मनुष्यों में टेपवर्म की समस्या होने पर डायट (Diet for Tapeworms patients) का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए। जैसे:
- रिफाइंड ग्रेन, एल्कोहॉल (Alcohol), शुगर (Sugar) और कॉफी (Coffee) के सेवन से बचें।
- अपने डायट में लहसुन (Garlic) को जरूर शामिल करें।
- गाजर, शकरकंद, और स्क्वैश को अपने डायट (Diet) में शामिल करें। इन खाद्य पदार्थों में बीटा-कैरोटीन (Beta-carotene) की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर को विटामिन की पूर्ति करने में सहायक होता है।
- अच्छे बैक्टीरिया वाले खाद्य पदार्थ जैसे योगर्ट (Yogurt) को अपने डायट में अवश्य शामिल करें।
- विटामिन सी (Vitamin C) एवं विटामिन बी (Vitamin B) से भरपूर खाद्य पदार्थों को भी अपने डायट में शामिल करें।
- कच्चे या ठीक तरह से नहीं पके हुए मीट (Meat) या मछली (Fish) का सेवन ना करें।
इन छोटी-छोटी टिप्स को फॉलो कर टेपवर्म इंफेक्शन की समस्या से बचने में या फिर इस तकिलफ को दूर करने में मदद मिल सकती है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार किसी भी उम्र के लोगों को खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से क्लीन करें। ऐसा करने से भी टेपवर्म के इंफेक्शन बचने में मदद मिल सकती है।
मनुष्यों में टेपवर्म (Tapeworms in Human) की समस्या से जुड़े किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं या अगर आप या आपके कोई भी करीबी टेपवर्म इंफेक्शन (Tapeworms infection) की समस्या से पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से कंसल्ट करें। डॉक्टर पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health Condition) एवं बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखकर इलाज करते हैं।
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