प्रेग्नेंसी वीक 40 में गर्भस्थ शिशु का विकास
प्रेग्नेंसी वीक 40 में मेरे शिशु का विकास कैसा है? (Pregnancy 40th Week babies growth)
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान आपके शिशु का आकार 50.8 सेंटीमीटर और वजन करीब 3.4 किलोग्राम हो जाता है। आखिर, कई हफ्तों की सुरक्षा, परहेज और शारीरिक तनाव को झेलने के बाद अब बहुत जल्द आपकी मुलाकात अपने शिशु से होने का समय आ रहा है। हालांकि, सिर्फ 5 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं ही अपनी ड्यू डेट पर डिलीवरी करती हैं। पहली बार मां बनने जा रही गर्भवती महिलाओं को आमतौर पर ड्यू डेट के बाद भी कम से कम 2 हफ्ते इंतजार करना पड़ता है। पिछले मासिक धर्म (Last Menstrual Period) के 40 हफ्ते पूरे होने पर ड्यू डेट का अनुमान लगा लिया जाता है।
अक्सर नवजात शिशुओं के सिर का आकार बिल्कुल गोल नहीं होता और उसकी त्वचा की रंगत का अलग-अलग होना, ड्राई पैच और रैशेज हो सकते हैं। हालांकि, यह अस्थायी समस्या होती है। शिशु के शरीर में हॉर्मोन (Hormone) की वजह से उसके जननांग बड़े होने लगते हैं। आपका शिशु चाहे पुरुष हो या स्त्री, उसके छोटे निप्पल्स से दूध जैसे तरल पदार्थ का स्राव भी हो सकता है। यह पूरी तरह से सामान्य है और कुछ दिनों में ही स्थिति ठीक हो जाएगी।
जन्म के तुरंत बाद शिशु के मुंह और नाक से म्यूकस को हटा दिया जाता है। इसके बाद शिशु की फ्रस्ट क्राई होता है और गर्भनाल काटी जाती है। फिर, बच्चे को अप्गर स्कोर (Apgar Score) जैसे कुछ स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना होता है, जिसमें उसके शरीर की कार्यक्षमता को जांचा जाता है और फिर उसके शरीर के आकार और वजन को मापा जाता है। अगर, आपको प्रेग्नेंसी रिस्क की वजह से सिजेरियन सेक्शन (C-Section) से गुजरना पड़ता है, तो नवजात को जन्म से ही किसी इंटेंसिव केयर स्पेशलिस्ट (ICU) की देखरेख में रखा जाता है।
आपके शिशु के प्लासेंटा में आपके गर्भ की आंतरिक सतह का एक तिहाई हिस्सा होता है। हर घंटे आपकी प्लासेंटा और गर्भनाल से 12 लीटर खून सर्कुलेट होता है। आमतौर पर, लेबर होने से ठीक एक घंटा पहले से शिशु बिल्कुल स्थिर हो जाता है। हॉर्मोन को बढ़ाने वाला तत्व जिसे, कैटेकोलामाइन सर्ज (Catecholamine surge) कहा जाता है, वो आपके फेफड़ों को अधिकतर एम्नियोटिक फ्लूड (Amniotic fluid)अवशोषित करने के लिए सक्षम बनाता है, जिससे जन्म के समय इसकी थोड़ी सी मात्रा ही बच जाती है। लेबर से पहले गर्भवती महिलाएं थोड़ी धीरे हो जाती हैं और लेबर से एक दिन पहले से उन्हें काफी नींद आने लगती है।
और पढ़ें : प्रसव के बाद देखभाल : इन बातों का हर मां को रखना चाहिए ध्यान
प्रेग्नेंसी वीक 40 में शारीरिक और दैनिक जीवन में परिवर्तन
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान मेरे शरीर में क्या-क्या बदलाव आते हैं?
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान अगर आपको लेबर नहीं हो रहा है और आपके या आपके शिशु के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, तो डॉक्टर मेंब्रेंस को आर्टिफिशियली रप्चर करके या ऑक्सीटोसिन (Oxytocin) या अन्य दवाओं का प्रयोग करके लेबर करवा सकता है। इसके अलावा, अगर आपकी प्रेग्नेंसी में कोई समस्या या खतरा आ रहा है, तो आपको सीजेरियन डिलीवरी (C-Section) से भी गुजरना पड़ सकता है।
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान कुछ महिलाओं को समय से पहले ही बता दिया जाता है कि, उन्हें सीजेरियन सेक्शन से डिलीवरी करनी पड़ेगी, जिसके बाद वो अपने शिशु का जन्म अपने मुताबिक शेड्यूल कर सकें। अगर, आपको भी बता दिया गया है कि आपको सीजेरियन सेक्शन से डिलीवरी करनी पड़ेगी तो आपको जन्म देने के लिए मानसिक (Mental) और भावनात्मक (Imotional) रूप से तैयार होने की जरूरत होती है। इस दौरान, हो सकता है कि आपको नॉर्मल डिलीवरी न होने से बुरा लगने लगे, लेकिन इस डिलीवरी से आपके और शिशु के बीच संबंध पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। इसलिए, आपको दुखी होने की जरूरत नहीं है और बहुत जल्द ही आपका इंतजार खत्म होने वाला है।
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान मुझे किन बातों के बारे में जानकारी होनी चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 40 में आखिर वो समय आने ही वाला होगा, जिसका आपको गर्भधारण (Pregnant) के बाद से इंतजार था। हालांकि, प्रेग्नेंसी वीक 40 में अपने शिशु को देखने से पहले आपको लेबर और डिलीवरी से गुजरना है। आपको प्रेग्नेंसी वीक 40 से पहले प्रीनेटल क्लास में बर्थ की तीन स्टेज के बारे में सीखाया होगा। पहली स्टेज में रेगुलर इंटरवल में यूट्रस (Uterus) के सिकुड़ने से सर्विक्स पतला होता है और खिंचता है। दूसरी स्टेज में आप वजाइनल कैनाल और शरीर से शिशु को बाहर की तरफ धकेलती हैं। इसके बाद आखिरी और तीसरी स्टेज में आप प्लासेंटा (Placenta) को डिलीवर कर देती हैं।
अगर प्रेग्नेंसी वीक 40 में आपका लेबर प्राकृतिक तरीके से शुरू नहीं होता, तो आपका डॉक्टर उसे शुरू करने के लिए कुछ तकनीक का भी इस्तेमाल कर सकता है। आपका डॉक्टर आपकी सर्विक्स को पतला करने और खोलने के लिए दवाइयों का भी इस्तेमाल कर सकता है। डॉक्टर एक प्लास्टिक हुक की मदद से आपके एम्नियोटिक सैक (Amniotic sac) को ब्रेक करके उसमें छेद कर सकता है। इससे आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा, हालांकि सैक के टूटने पर आपको अपने अंदर एक गर्म स्ट्रीम का बहाव महसूस हो सकता है।
और पढ़ें : गर्भावस्था में प्रेग्नेंसी पिलो के क्या हैं फायदे?
प्रेग्नेंसी वीक 40 में डॉक्टरी सलाह
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान मुझे डॉक्टर को क्या-क्या बताना चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 40 में आपका डॉक्टर संकुचन शुरू करने के लिए कुछ दवाइयोंकी सलाह दे सकता है। इसके बाद कॉन्ट्रैक्शन की फ्रीक्वेंसी को एडजस्ट करने के लिए खुराक में बदलाव किया जा सकता है।
और पढ़ें : डिलीवरी के कितने समय बाद सेक्स करना चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान मुझे किन टेस्ट्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान अगर आपका लेबर प्राकृतिक रूप से शुरू नहीं हुआ है, तो डॉक्टर आपके शिशु की हृदय गति (Heartbeat) और हलचल को मॉनिटर करने के लिए कुछ टेस्ट की सलाह दे सकता है। जिससे यह पता चलता है कि, शिशु पर्याप्त ऑक्सिजन (Oxygen) ले रहा है और उसका नर्वस सिस्टम सही तरह से काम कर रहा है।
इसके अलावा, आप अपनी सभी शंकाओं और चिंताओं की एक लिस्ट बना सकती है, जिससे आपको डॉक्टर से पूरी जानकारी मिल पाए। इस लिस्ट में लेबर और डिलीवरी से संबंधित सवालों को भी शामिल करें।
और पढ़ें : इन 4 कारणों से प्रसव से ज्यादा दर्द देता है डिलिवरी के बाद का पहला स्टूल
प्रेग्नेंसी वीक 40 में स्वास्थ्य और सुरक्षा
प्रेग्नेंसी वीक 40 में या तीसरी तिमाही में हवाई यात्रा करना सुरक्षित होता है। हालांकि, अपनी टिकट बुक करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से बात जरूर करनी चाहिए। कुछ गंभीर मामलों में डॉक्टर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान घर में रहने की सलाह दे सकता है।
प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान इन निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर आपको हवाई यात्रा करने से मना कर सकता है। जैसे
- गर्भ में मल्टीपल या ट्विन की स्थिति में
- डायबिटीज (Diabetes) या हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की स्थिति में
- वजायनल ब्लीडिंग या प्लासेंटा असामान्यताओं की स्थिति में
- प्रीटर्म लेबर के लिए ऑब्जर्वेशन के अंतर्गत
- प्रेग्नेंसी से या पहले ब्लड क्लॉट्स बनने की स्थिति में
- प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में, क्योंकि इस दौरान लेबर की संभावना होती है
आपको प्रेग्नेंसी वीक 40 के दौरान डॉक्टर से बिना पूछे कुछ नहीं करना चाहिए, क्योंकि आपकी ड्यू डेट (Due date) या लेबर बहुत नजदीक होता है। हो सकता है आपके शिशु की डिलीवरी में एक हफ्ते का समय और लग जाए, लेकिन इसमें घबराएं नहीं। अपने शिशु की हलचल पर ध्यान रखें और किसी भी शंका की स्तिथि में डॉक्टर से बात करें।
अगले आर्टिकल में हम प्रेग्नेंसी वीक 41 के बारे में बात करेंगे।
[embed-health-tool-pregnancy-weight-gain]