जब किसी गर्भवती महिला की ड्यू डेट नजदीक हो, तो उसके मन में केवल लेबर यानी प्रसव के ख्याल आना स्वभाविक है। कई सालों से नेचुरली लेबर को इंड्यूज करने के लिए लोग विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। इसमें स्पाइसी फूड के सेवन से लेकर एक्सरसाइज बॉल पर बाउंस करना तक शामिल है। कुछ लोग लेबर इंड्यूज करने के लिए कैस्टर ऑयल का भी इस्तेमाल करते हैं। अगर आप भी लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) का इस्तेमाल करने के बारे में सोच रही हैं, तो सबसे पहले इसकी इफेक्टिवनेस के बारे में जान लें। आज हम लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) के बारे में ही आपको जानकारी देने वाले हैं। क्योंकि, इस ऑयल की लिमिटेशंस के बारे में भी जानकारी होना भी जरूरी है। सबसे पहले जान लेते हैं कि कैस्टर ऑयल क्या है।
कैस्टर ऑयल (Castor oil) किसे कहा जाता है?
कैस्टर ऑयल (Castor oil) को अरंडी का तेल कहा जाता है। इस तेल को रिसिनस कम्युनिस (Ricinus communis) यानी अरंडी के प्लांट के सीड से बनाया जाता है। अरंडी के तेल की केमिकल कम्पोजीशन असामान्य है, क्योंकि इसमें मुख्य रूप से रिसिनोलिक एसिड (Ricinoleic acid) होता है, जो एक फैटी एसिड है। इस ऑयल की कंसंट्रेशन बहुत हाय होती है और इसके कई हीलिंग प्रॉपर्टीज होती हैं। कई सालों से इस तेल को पूरी दुनिया में मेडीसनली इस्तेमाल किया जाता रहा है। कई समस्याओं के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। यह समस्याएं इस प्रकार हैं:
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स (Gastrointestinal problems) जैसे कब्ज के उपचार में
- कई तरह के इंफेक्शंस और स्किन कंडिशंस के ट्रीटमेंट में
- दर्द और इंफ्लेमेशन के उपचार के लिए
- इम्यून सिस्टम को स्टिमुलेट करने के लिए
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लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) से पहले इस तेल के बारे में यह इंफॉर्मेशन होना जरूरी है। हालांकि, इनके बारे में साइंटिफिक एविडेंस बहुत कम हैं कि लेबर शुरू करने के लिए इस तेल का इस्तेमाल लाभदायक है। अरंडी का तेल कई नॉन-मेडिसिनल ऍप्लिकेशन्स में भी पाया जा सकता है, जैसे:
- कैस्टर ऑयल (Castor oil) का इस्तेमाल मोल्ड इन्हिबिटर, फूड एडिटिव और फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में किया जाता है।
- कैस्टर ऑयल को कई स्किन केयर प्रोडक्ट्स और कॉस्मेटिक्स जैसे शैम्पू, साबुन और लिपस्टिक आदि में किया जाता है।
- अरंडी के तेल को कई मैनुफैक्चर फूड्स जैसे प्लास्टिक, फाइबर, पेंट्स आदि में प्रयोग किया जाता है।
यह ऑयल अपने अजीब स्वाद के लिए भी प्रसिद्ध है। याद रखें, इसके साइड इफेक्ट्स अनप्लीजेंट और खतरनाक हो सकते हैं। इसके कारण जी मिचलाना और डायरिया से लेकर गंभीर डिहायड्रेशन तक हो सकती है। अब जानते हैं लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) के फायदों के बारे में।
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क्या लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) का इस्तेमाल हो सकता है?
कैस्टर ऑयल (Castor oil) को लेबर-इंड्यूसर की ही तरह एक बेहतर लैक्सटिव के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि, इन दोनों में कोई संबंध नहीं है। ऐसा माना जाता है कि अरंडी के तेल में एक्टिव कम्पाउंट उन मोलेक्युल्स से अटैच होते हैं, जिनसे यूट्रस और इंटेस्टाइन दोनों में मसल्स के कॉन्ट्रैक्शन का कारण बनते हैं। अगर आप गर्भवती हैं, तो यूट्रीन मसल्स को कॉन्ट्रैक्ट होने के लिए फाॅर्स से लेबर शुरू करने में मदद मिल सकती है। ऐसा भी माना जाता है कि यह तेल स्मॉल इंटेस्टाइन में फ्लूइड एब्जॉर्प्शन और इलेक्ट्रोलाइट को कम कर सकता है। इससे डायरिया और पॉसिबल कॉन्ट्रैक्शंस हो सकती हैं। इसके साथ ही अरंडी के तेल से प्रोस्टाग्लैंडीन रिसेप्टर्स (prostaglandin receptors) का रिलीज को प्रमोट कर सकते हैं, जिससे सर्विक्स डायलेटिंग (Cervix dilating) हो सकती है। अब जानिए इस तेल के साइड इफेक्ट्स के बारे में।
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लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) रिस्क और साइड इफेक्ट्स
शोधकर्ताओं के अनुसार इस ऑयल से फीटस को कोई भी नुकसान नहीं होता है। हालांकि, अरंडी के तेल के सेवन से होने वाली मां को दुष्प्रभाव का अनुभव हो सकता है। इसके कुछ साइड-इफेक्ट्स इस प्रकार हैं:
- डीहायड्रेशन (Dehydration)
- डायरिया (Diarrhea)
- स्टमक एरिया में क्रेम्पिंग (Cramping in stomach area)
- यूट्रस की नॉन-लेबर-रिलेटेड कॉन्ट्रैक्शंस (Non-labor-related contractions)
जिन महिलाओं के पेट में समस्या है या अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स हैं, उन्हें इस तेल के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसके साथ अगर किसी महिला का पहले सिजेरियन डिलीवरी हो चुकी हो, तो उन्हें गर्भवती होने पर कभी भी अरंडी के तेल के सेवन का प्रयास नहीं करना चाहिए। यह तो थी लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) के साइड इफेक्ट्स के बारे में जानकारी। अब जान लेते हैं कि क्या लेबर को इंड्यूज करना चाहिए?
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लेबर को इंड्यूज करना चाहिए या नहीं?
यह सवाल बेहद जरूरी है। अधिकतर मामलों में महिलाओं की बॉडी को बर्थ देने के लिए तैयार करने के लिए लेबर को इंड्यूज करना जरूरी माना जाता है। कुछ महिलाएं समय से पहले प्रीटर्म लेबर में जा सकती हैं, जबकि अन्य को उनकी एक्सपेक्टेड ड्यू डेट से बाद में प्रसव पीड़ा हो सकती है। सबसे जरूरी बात यह है कि जिन महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी हुई है, उन्हें कभी लेबर इंड्यूज करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। क्योंकि, इससे यूट्रीन रप्चर (Uterine rupture) की समस्या हो सकती है। डॉक्टर कुछ अन्य कारणों से लेबर इंड्यूज करने के लिए कह सकते हैं जैसे :
- प्लेसेंटा एब्रप्शन
- यूट्रस इन्फेक्शन
- फीटस के आसपास एमनीओटिक फ्लूइड की कमी
- वॉटर ब्रेकिंग के बिना कॉन्ट्रैक्शंस
- फीटस का सही से ग्रो करना रुक जाना
इसके साथ ही हाय ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और अन्य कंडिशंस में भी इसकी सलाह दी जा सकती है। जिनके कारण मां या भ्रूण रिस्क पर हो। लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) के बारे में अन्य जानकारी के साथ ही लेबर इंड्यूज करने के अन्य कारणों के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।
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लेबर इंड्यूज करने के अन्य कारण
घर पर लेबर इंड्यूज करने का कोई भी सिद्ध तरीका नहीं है। डॉक्टर अस्पताल या क्लिनिक में लेबर को इंड्यूज कर सकते हैं। इसके लिए कुछ तरीके बेहद प्रभावी हैं, जैसे:
- निप्पल स्टिमुलेशन (Nipple stimulation)
- सेक्शुअल इंटरकोर्स (Sexual intercourse)
- स्पाइसी फूड का सेवन (Eating spicy foods)
- एक्यूपंक्चर (Acupuncture)
- वॉकिंग और एक्सरसाइज (Walking and exercise)
यह जानना भी जरूरी है कि इनमे से कोई भी तरीका वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं है। अगर आपके मन में इस बारे में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।
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उम्मीद है कि लेबर शुरू करने के लिए कैस्टर ऑयल (Castor oil to induce labor) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। लेबर इंड्यूज करने के लिए इस ऑयल के प्रभावकारिता को लेकर कोई साइंटिफिक एविडेंस मौजूद नहीं है। यदि लेबर इंड्यूज करने का समय हो, तो डॉक्टर के साथ बात कर के अन्य तरीकों को अपनाना इससे अधिक सुरक्षित है। यही नहीं, 40 सप्ताह से पहले लेबर इंड्यूज करने से भ्रूण को खतरा होता है। कैस्टर ऑयल (Castor oil) के इस्तेमाल से फीटस को कोई नुकसान या रिस्क नहीं होता है। लेकिन, मां को इससे कुछ समस्याएं हो सकती हैं जैसे डायरिया, फॉल्स कॉन्ट्रैक्शंस, डिहायड्रेशन और पेट से संबंधित अन्य साइड इफेक्ट्स आदि। जो महिला लेबर को इंड्यूज करना चाहती है, उसे डॉक्टर से इस बारे में पहले ही बात कर लेनी चाहिए।
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