प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी महिलाओं को अक्सर तब लगती है, जब उनके पीरियड्स मिस हो जाते हैं। पीरियड मिस होने के पहले ऐसे कम ही लक्षण देखने को मिलते हैं, जिसे जानकर महिलाएं प्रेग्नेंसी के बारे में पता कर पाए। जब महिला कंसीव कर लेती है, तो उसके शरीर में एक से डेढ़ हफ्ते बाद बदलाव शुरू हो जाते हैं लेकिन यह जरूरी नहीं है कि यह होने वाले बदलाव सभी महिलाएं महसूस करें। जो महिलाएं शरीर में होने वाले बदलाव को महसूस कर लेती हैं, वह विभिन्न प्रकार के प्रेग्नेंसी टेस्ट घर में करने की कोशिश करती हैं। वैसे तो प्रेग्नेंसी किट से किए जाने वाले टेस्ट को काफी हद तक सही में माना जाता है लेकिन घरेलू टेस्ट पर भी कुछ लोग विश्वास करते हैं। अगर आप लोगों से पूछेंगे तो आपको एक नहीं बल्कि कई घर में किए जाने वाले प्रेग्नेंसी टेस्ट के बारे में जानकारी मिल जाएगी। ऐसे ही एक प्रेग्नेंसी टेस्ट है टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट। टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट पूरी तरह से सही नहीं होता है या फिर ये कह लें कि डॉक्टर इस टेस्ट की सलाह नहीं देते हैं लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे अपनाते हैं। आइए जानते हैं इस आर्टिकल के माध्यम से कि आखिरकार टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Toothpaste Pregnancy Test) कैसे किया जाता है।
आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिरकार टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट घर में कैसे किया जाता है? हम आपको बता दें कि टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Toothpaste Pregnancy Test) घर में करना बहुत आसान होता है। इस टेस्ट को करने के लिए सफेद टूथपेस्ट की जरूरत पड़ती है और साथ ही सुबह की यूरिन की जरूरत पड़ती है। टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Toothpaste Pregnancy Test) में पेस्ट के साथ यूरिन का रिएक्शन होता है, जोकि प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी देता है। आइए जानते हैं कि इस दौरान क्या स्टेप किए जाते हैं।
सबसे पहले आपको कप में टूथपेस्ट की कुछ मात्रा को डालना होगा ताकि तली में टूथपेस्ट आसानी से बैठ जाए।
अब यूरिन की कुछ बूंदों को आपको कप में डालना होगा।
अब आप देखें कि मिश्रण को हिलाने के बाद टूथपेस्ट मे झाग बनता है या फिर टूथपेस्ट का रंग बदल जाता है।
जब महिला कंसीव कर लेती है या फिर जब महिला गर्भवती हो जाती है, तो उसके यूरिन में एसीजी (HCG) हॉर्मोन मौजूद रहता है। यह हॉर्मोन अमीनो एसिड से बना होता है। जब टूथपेस्ट को यूरिन के साथ मिलाया जाता है, तो टूथपेस्ट में पाया जाने वाला कैल्शियम कार्बोनेट अमीनो एसिड के साथ जुड़ जाता है, जिसके कारण कार्बन डाइ ऑक्साइड गैस प्रोड्यूस होने लगती है, जो कि झाग या फोम बनाने का काम करती है। अगर सफेद टूथपेस्ट में यूरिन को मिलाने के बाद उसमें झाग बनने लगता है, तो ऐसा माना जाता है कि महिला प्रेग्नेंट है। यह रिजल्ट पूरी तरीके से सही नहीं माना जाता है। अगर आपको अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में सही जानकारी चाहिए, तो उसके लिए आपको या तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए या फिर मार्केट में मिलने वाली प्रेग्नेंसी टेस्ट किट की हेल्प लेनी चाहिए।
वैसे तो यूरिन में कुछ मात्रा में यूरिक एसिड होता है, जो कि अम्लीय होता है। यह 4.6 से 8.0 यानी कि 7 से कम पीएच का होता है। इसका मतलब यह है कि यूरिन में यूरिक एसिड के कारण भी प्रतिक्रिया होगी। अगर आपको टूथपेस्ट का रंग बदला हुआ दिखाई दे रहा है या फिर टूथपेस्ट में कुछ परिवर्तन है, तो यह यूरिक एसिड से जुड़ा हुआ भी हो सकता है।
तो क्या टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Toothpaste Pregnancy Test) सही होता है?
अब आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट को या फिर इस गर्भावस्था परीक्षण को सही माना जा सकता है या फिर नहीं, तो इसका एक ही जवाब है कि गर्भावस्था की जांच के लिए यह टेस्ट करना सही नहीं है क्योंकि इससे आपको सही परिणाम मिलें, यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं है। अगर आपको प्रेग्नेंसी को लेकर मन में शंका है, तो बेहतर होगा कि आप प्रेग्नेंसी किट की मदद लें।
अब जब आपको पता चल गया है कि टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट पूरी तरीके से सही रिजल्ट नहीं देता है, तो यह आपको करना चाहिए या नहीं? इस बारे में आप को यही सलाह दी जा सकती है कि अगर आप मस्ती के लिए या बस यूं ही यह टेस्ट करना चाहते हैं, तो यकीनन इसे घर में कर सकते हैं। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि यूरिन में पर्याप्त मात्रा में एचसीजी हॉर्मोन होने पर ही रिजल्ट सही आता है। वह चाहे प्रेग्नेंसी किट हो या कुछ अन्य। वैसे आपको सटीक रिजल्ट जाने के लिए पीरियड मिस होने का इंतजार करना होगा क्योंकि कई बार यूरिन में पर्याप्त मात्रा में एचसीजी ना होने के कारण या जल्दबाजी में प्रेग्नेंसी टेस्ट करने पर रिजल्ट सही नहीं आता है।
टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट के दौरान अगर यूरिन में टूथपेस्ट मिक्स करने के बाद कोई भी एक्शन नहीं होता है, तो इसका मतलब समझा जाता है कि यह टेस्ट नेगेटिव है। अगर टेस्ट के बाद झाग बनने लगता है या फिर रंग बदल कर हल्का नीला हो जाता है, तो ऐसे टेस्ट को पॉजिटिव समझा जाता है। वैसे तो इस टेस्ट को सही नहीं माना जाता है लेकिन अगर आपको ऐसा कुछ दिखाई देता है, तो बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से जांच कराएं। अगर आप प्रेग्नेंसी का सही रिजल्ट पाना चाहते हैं,तो आपको फर्टिलाइजेशन की प्रोसेस के करीब 19 से 20 दिन बाद ही टेस्ट कना चाहिए।अगर आप टेस्ट पहले करते हैं तो आपको सही रिजल्ट नहीं मिल पाता है।
अगर आप प्रेग्नेंसी टेस्ट करने जा रही हैं, तो आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि जिन लोगों को थायरॉइड की समस्या होती है, उन लोगों में प्रेग्नेंसी का रिजल्ट कुछ दिनों बाद भी आ सकता है। ऐसा हॉर्मोन में बदलाव के कारण होता है। जिन लोगों को हॉर्मोन संबंधित समस्या होती है, उन लोगों में कई बार पीरियड के मिस होने के कुछ समय बाद ही प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी मिलती है।
इस आर्टिकल में हमने आपको टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Toothpaste Pregnancy Test) से संबंधित अहम जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको हार्ट की बीमारियों के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हैलो हेल्थ की वेबसाइट में आपको अधिक जानकारी मिल जाएगी।
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