सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Salt pregnancy test) एक होममेड टेस्ट है जिससे यह पता लगाया जाता है कि महिला प्रेग्नेंट है या नहीं। यह पॉपुलर डीआईवाय प्रेग्नेंसी टेस्ट्स (DIY pregnancy tests) में से एक है। कुछ यूटबर्स और ब्लॉगर्स जहां इसे सही मानते हैं, वहीं मेडिकल एक्सपर्ट इससे सहमत नहीं है। इस टेस्ट को करने के लिए यूरिन और सॉल्ट का यूज किया जाता है और उनके कॉम्बिनेशन के आधार पर रिजल्ट निर्धारित किया जाता है। इस आर्टिकल में सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट कैसे किया जाता है इसका रिजल्ट निगेटिव और पॉजिटिव कैसे माना जाता है? इससे जुड़ी जानकारी दी जा रही है।
सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Salt pregnancy test)
बता दें कि यूरिन का उपयोग प्रेग्नेंसी टेस्ट के लिए प्राचीन समय से किया जा रहा है। 20वीं सदी में ह़यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रॉपिन (Human chorionic gonadotropin) की खोज के बाद एक्यूरेट यूरिन बेस्ड प्रेग्नेंसी टेस्ट विकसित हुआ था। यह एक हॉर्मोन जो एम्ब्रियो के यूटेरस में इम्प्लांट होने के बाद प्रोड्यूस होता है। आज के समय के होम प्रेग्नेंसी टेस्ट यूरिन में एचसीजी के स्तर (hCG level) को ही डिटेक्ट करते हैं।
सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Salt pregnancy test) के जरिए भी यूरिन में एचसीजी के लेवल को डिटेक्ट करने का दवा किया जाता है। सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Salt pregnancy test) के लिए एक साफ बाउल में नमक और यूरिन को मिलाया जाता है फिर इसे कुछ मिनटों के लिए छोड़ दिया जाता है। अगर इस मिश्रण के रंग में कोई बदलाव होता है, तो माना जाता है कि नमक के एचसीजी के साथ रिएक्ट करने से ऐसा होता है और इसे पॉजिटिव रिजल्ट माना जाता है यानी महिला गर्भवती है। अक्सर लोग इस टेस्ट को सुबह की यूरिन के साथ करने की सलाह देते हैं क्योंकि उसमें एचसीजी का कॉन्संट्रेशन (Concentration) ज्यादा होता है।
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सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव और निगेटिव रिजल्ट कैसे बताता है? (How does a salt pregnancy test tell a positive and negative result?)
हालांकि, इस टेस्ट की सत्यता पर सवाल उठते रहते हैं, लेकिन इस टेस्ट को सही मानने वाले लोग निम्न प्रकार इस टेस्ट को पॉजिटिव और निगेटिव बताते हैं।
पॉजिटिव रिजल्ट (Positive result)- थ्योरी के अनुसार अगर महिला प्रेग्नेंट है तो मिश्रण चीज या मिल्की दिखाई देगा। ऊपर की तरफ झाग जैसा भी बन सकता है।
निगेटिव रिजल्ट (Negative result)- अगर महिला प्रेग्नेंट नहीं है, तो ऐसा माना जाता है कि मिश्रण चेंज नहीं होगा और ऐसा दिखाई देगा कि यूरिन में कुछ सॉल्ट मिला हुआ है।
क्या सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट काम करता है? (Does the salt pregnancy test work?)
सच्चाई यह है कि ऐसी कोई स्टडी नहीं है जो इस टेस्ट की प्रमाणिकता की पुष्टि करे। एचसीजी नमक के साथ रिएक्ट करता है इसको लेकर कोई एविडेंस नहीं हैं। हेल्थ प्रोफेशनल इसे रिकमंड भी नहीं करते हैं। यह फार्मेसी पर मिलने वाली प्रेग्नेंसी टेस्टिंग किट का ऑल्टरनेटिव नहीं माना जा सकता। अगर महिलाएं महंगी प्रेग्नेंसी किट या ब्लड टेस्ट पर खर्चा नहीं करना चाहती हैं तो बता दें कि सस्ती प्रेग्नेंसी किट भी मार्केट में उपलब्ध है। वे भी सही रिजल्ट बताती हैं।
सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Salt pregnancy test) का रिजल्ट अगर सही साबित नहीं होता है तो महिला को प्रीनेटल केयर (Prenatal Care) में देरी हो सकती है। इसलिए उचित प्रेग्नेंसी किट से ही चांज की जानी चाहिए। आमतौर पर पीरियड के मिस होने के 3 दिन बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट करने की सलाह दी जाती है। अगर महिलाएं सिर्फ फन के लिए यह टेस्ट करना चाहती हैं तो वे इसे ट्राय कर सकती हैं। सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट के अलावा कई दूसरे घरेलू टेस्ट भी हैं जिन्हें लोग ट्राय करते हैं। चलिए उनके बारे में भी जान लीजिए।
टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Toothpaste Pregnancy Test)
टूथपेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट को ट्राय करने के लिए एक सफेद प्लास्टिक का कप लें। इसमें सफेद टूथपेस्ट डालें। इसके बाद सीधे ही यूरिन को कप में पास करें। ऐसा करने के बाद महिला को 10 मिनट का इंतजार करना होगा। यदि महिला प्रेग्नेंट हैं तो टूथपेस्ट का रंग नीला हो जाएगा। इसके अलावा यह फोम जैसा भी हो सकता है। यदि महिला प्रेग्नेंट नही हैं तो इसके रंग और आकार में कोई बदलाव नहीं आएगा। सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Salt pregnancy test) की तरह ही इस टेस्ट के लिए भी दवा किया जाता है कि प्रेग्नेंसी हॉर्मोन एचसीजी (hCG) के संपर्क में आने से टूथपेस्ट का रंग बदल जाता है। इस टेस्ट की सत्यता का भी कोई प्रूफ नहीं है।
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शुगर प्रेग्नेंसी टेस्ट (Sugar Pregnancy Test)
सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट (Salt pregnancy test) की तरह ही शुगर प्रेग्नेंसी टेस्ट भी किया जाता है। इसके लिए एक प्लास्टिक का कप लें। इसमें सफेद ग्रेनयुलेटेड शुगर डालें। सुबह महिला को इसमें ही सीधे ही यूरिन पास करना होगा। इसके बाद कप को 10 मिनट के लिए छोड़ दें। यदि महिला प्रेग्नेंट है, तो घुलने के बजाय इक्कट्ठा हो जाएगी। वहीं, प्रेग्नेंट ना होने की सूरत में शुगर यूरिन में घुल जाएगी। ऐसा दावा किया जाता है कि एचसीजी (hCG) हॉर्मोन शुगर को घुलने नहीं देता। यह टेस्ट को भी डॉक्टर सही नहीं मानते।
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प्रेग्नेंसी टेस्ट के लिए वाइन (Wine Pregnancy Test)
कुछ लोग वाइन से भी प्रेग्नेंसी टेस्ट करते हैं। इसके लिए आधा कप वाइन और आधा कप यूरिन लेने की सलाह दी जाती हैं। दोनों को एक कप में मिला लें। इसके बाद कप को 10 मिनट तक के लिए रख दें। ऐसा दावा किया जाता है कि एचसीजी (hCG) के वाइन के संपर्क में आने से इसका रंग बदल जाता है। यदि महिला प्रेग्नेंट नहीं है तो इसके रंग में परिवर्तन नहीं आएगा।
भले ही लोग इन प्रेग्नेंसी टेस्ट्स को सही मानते हों, लेकिन साइंटिफिक रिसर्च ऐसे किसी भी टेस्ट को सपोर्ट नहीं करती खासतौर पर जब फास्ट रिजल्ट देने वाले अधिक विश्वसनीय टेस्ट उपलब्ध हैं। कई सारी प्रेग्नेंसी किट सस्ते दामों में ऑनलाइन उपलब्ध होती हैं वहीं कुछ क्लीनिक और हॉस्पिटल्स में फ्री होम प्रेग्नेंसी किट उपलब्ध कराई जाती है। इसलिए प्रेग्नेंसी को कंफर्म करने के लिए उचित वैरिफ्राय किट का सहारा लें।
प्रेग्नेंसी के कंफर्म होने पर क्या करें? (What to do if pregnancy is confirmed?)
प्रेग्नेंसी रिजल्ट कंफर्म होने के बाद डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। हालांकि, कई डॉक्टर्स फर्स्ट ट्राइमेस्टर की शुरुआत में ज्यादा चेकअप नहीं करवाते हैं, लेकिन फिर भी एक बार डॉक्टर से बात जरूर कर लें। वे प्रेग्नेंसी डायट से लेकर फर्स्ट ट्राइमेस्टर में क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसके बारे में भी सलाह देते हैं। इसके अलावा निम्न कारणों के चलते आपको डॉक्टर की सहायता लेनी चाहिए।
- प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद पेट में तेज दर्द होने पर।
- टेस्ट पॉजिटिव आने अगर महिला एबॉर्शन कराना चाहती है।
- अगर पॉजिटिव टेस्ट आने के बाद ब्लीडिंग हो रही है।
क्या प्रेग्नेंसी टेस्ट के बिना भी प्रेग्नेंसी कंफर्म की जा सकती है? (Can pregnancy be confirmed without pregnancy test?)
प्रेग्नेंसी को कंफर्म करने के लिए प्रेग्नेंसी टेस्ट ही सबसे सही तरीका है, लेकिन अर्ली प्रेग्नेंसी के कुछ लक्षणों को देकर भी प्रेग्नेंसी का अनुमान लगाया जा सकता है। यहां हम सबसे आम लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जो निम्न हैं।
- पीरियड मिस होना (Missed period)
- जी मिचलाना या उल्टी आना (Nausea and/or vomiting)
- स्तनों में कोमलता (Tender breasts)
- सामान्य से अधिक थकान लगना (Feeling more tired than usual)
- सामान्य से अधिक यूरिन पास होना (Peeing more than normal)
ये लक्षण किसी दूसरी हेल्थ कंडिशन से भी मिलते हुए हो सकते हैं इसलिए प्रेग्नेंसी टेस्ट किट से जांच जरूर कर लें।
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उम्मीद करते हैं कि आपको सॉल्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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