साल 2009 के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका जैसे शक्तिशाली और विकसित देश में होने वाली मृत्यु में निमोनिया 8वां सबसे बड़ा कारण था। मौजूदा समय में निमोनिया (Pneumonia) की रोकथाम करने के लिए कई तरह के टीकों का प्रचलन किया गया है। जिन्हें लगवाना हर किसी के लिए जरूरी भी होता है। हालांकि इसके बावजूद भी हर साल निमोनिया (Pneumonia) के लाखों नए मामले सामने आते हैं। इतना ही नहीं, 19वीं शताब्दी में निमोनिया की रोकथाम के जब कोई विकल्प नहीं थे, तो इसे “मौंत बांटने वाले पुरुषों का मुखिया’ तक कहा जाता था। हालांकि इसके टीके के निर्माण के बाद से इसकी वजह से होने वाली मौंतों के आंकड़ों को काफी हद तक कम किया जा चुका है। हालांकि अभी भी अगर इसके लक्षणों को पहचानने में देरी की जाए, तो यह जीवन के लिए घातक साबित हो सकता है। यहां पर निमोनिया (Pneumonia) से जुड़े कई सवालों के उत्तर दिए गए हैं, जिसे आप एक क्विज के तौर पर खेल सकते हैं।