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STD: सुरक्षित संभोग करने की डाले आदत, नहीं तो हो सकता है इस बीमारी का खतरा

STD: सुरक्षित संभोग करने की डाले आदत, नहीं तो हो सकता है इस बीमारी का खतरा

सेक्स के दौरान आजकल के युवा अपनी भावनाओं में इस प्रकार खो जाते हैं, कि वो सेक्स के दौरान सावधानी रखना भूल जाते हैं। सुरक्षा हटी दुर्घटना घटी, ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी। यह कहावत हमारे जीवन में पूरी तरह से फिट बैठती है। कुछ देर की उत्तेजना के चलते हम कभी-कभी इतना खो जाते हैं, कि सेक्स के दैरान कई गलतियां कर बैठते हैं। कई बार सेक्स में की गई लापरवाही आपके लिए कई मुसीबतें पैदा कर सकती हैं। इसलिए यदि आप सेक्स को लेकर किसी डॉक्टर या सलाहकार से परामर्श करते हैं, तो वो आपको सुरक्षित संभोग करने की सलाह देता है। 

दरअसल सुरक्षित संभोग न करने से एसटीडी विकार होने का खतरा बना रहता है। यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) ऐसे संक्रमण हैं जो यौन संपर्क से फैलते हैं।  इसको यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Disease) कहते हैं। यह सेक्स के दौरान की गई लापरवाही, या असुरक्षित संभोग के कारण होता है। सेक्स के दौरान आपको गर्भवती होने से बचने के लिए कई तरीके बताए जाते हैं। लेकिन सेक्स से होने वाले विकार के बारे में आपने बहुत कम ही सुना होगा। इसलिए आज हम आपको सेक्स से जुड़ी बीमारियों से सावधानी बरतने के बारे में बताएंगे।

एसटीआई कैसे फैलता है?

यह सुरक्षित संभोग न करने से होता है। जैसे, यदि आपके पार्टनर के जननांग में किसी प्रकार का संक्रमण है, ऐसे में यदि आप उसके साथ संभोग करते हैं तो आपको एसटीआई होने की संभावना बढ़ जाती है। एसटीआई त्वचा, जननांगों, मुंह, मलाशय के संपर्क से एक-दूसरों में फैल सकता है।

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एसटीआई के कारण हैं?

एसटीआई बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण होता है। बैक्टीरिया के कारण होने वाले एसटीआई का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है। वायरस के कारण होने वाले रोगों को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है।

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सबसे आम एसटीआई में क्या-क्या हो सकते हैं?

एसटीडी के प्रकार

एसटीडी के 3 अलग-अलग प्रकार हैं,

  • बैक्टीरियल एसटीडी को आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं के साथ ठीक किया जा सकता है। यदि इन्हें अनुपचारित छोड़ दिया तो वे आगे की जटिलताओं को जन्म दे सकते हैं। सामान्य जीवाणु एसटीडी हैं,
  1. गोनोरिया
  2. क्लैमाइडिया
  3. सिफलिस
  • वायरल एसटीडी को ठीक नहीं किया जा सकता है, हालांकि कई दवाओं के साथ इलाज किया जा सकता है। कुछ वायरल एसटीडी, जैसे कि मानव पेपिलोमा वायरस  (एचपीवी), स्वंय ही ठीक हो सकता है। सामान्य वायरल एसटीडी में शामिल हैं।

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  1. एचआईवी
  2. जननांग दाद
  3. एचपीवी
  4. हेपेटाइटिस बी 
  5. एचपीवी और हेपेटाइटिस बी दोनों को रोकने के लिए एक टीका उपलब्ध है
  • परजीवी एसटीडी को दवाओं और क्रीम से ठीक किया जा सकता है। सामान्य उदाहरणों में खुजली और जूं शामिल हैं।

 एसटीआई होने के जोखिम को कैसे कम कर सकता हैं?

ऐसे कई तरीके हैं जिन्हें अपनाकर हम एसटीआई होने के जोखिम को कम कर सकते हैं। इसके कई तरीके हैं।

  • सुरक्षित संभोग करने के लिए ध्यान रखें की हर बार सेक्स करते समय लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल करें। लेटेक्स कंडोम का उपयोग करने से संक्रमण की संभावना कम हो जाती है। शुक्राणुनाशकों के साथ चिकनाई वाले कंडोम अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं। 
  • यदि आप सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट का उपयोग करते हैं, तो यह ध्यान में रखें की यह लिक्विड वाला होना चाहिए। सुरक्षित संभोग करते वक्त इन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
  • सावधानी के लिए सेक्स के दौरान कंडोम के इस्तेमाल करना न भूले। वैसे रोग या गर्भावस्था को रोकने में कंडोम 100% प्रभावी नहीं है। हालांकि, अगर वे ठीक से उपयोग किए जाते हैं तो वे बेहद प्रभावी हैं। किसी चिकित्सक से जानें कि कंडोम का सही उपयोग कैसे करें। सुरक्षित संभोग के लिए सही तरीका जानना बेहद महत्वपूर्ण होता है।

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  • अपने जननांगों में इस्तेमाल करने के लिए तौलिया या अंडरक्लाइंग साझा करने से बचें। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
  • सुरक्षित संभोग करने के लिए हाइजीन का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इसलिए ध्यान रखें कि संभोग से पहले और बाद में अपने जननांग,मुंह और हाथ जरूर धोएं।
  • हेपेटाइटिस बी के लिए एक टीकाकरण जरूर लगवाएं। यह तीन शॉट्स की एक श्रृंखला है। जिसे पूरा करने से यह सुरक्षित हो सकता है।
  • सुरक्षित संभोग को ध्यान में रखते हुए एचआईवी के लिए परीक्षण करवाएं। यह परीक्षण न केवल स्वयं का बल्कि अपने सेक्स पार्टनर का भी करवाना बेहद आवश्यक होता है। एचआईवी जैसी घातक बीमारी संभोग से आसानी से फैल सकती है। इसलिए यह परीक्षण कराना बेहद आवश्यक है।
  • अगर आपको ड्रग या एल्कोहल के दुरुपयोग की समस्या है, तो इसे छोड़ने के लिए चिकित्सक मदद लें। जो लोग नशीली पदार्थो का सेवन करते हैं, या नशे में सेक्स करते हैं। वे अक्सर सेफ सेक्स करने में विफल होते हैं।

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  • इस बात पर विचार करें कि सेक्स न करना एसटीडी को रोकने का एकमात्र निश्चित तरीका नहीं है। एक बार यह भी सोचा गया था कि नॉनऑक्सिनॉल -9 वाले कंडोम के इस्तेमाल से एसटीडी को उन जीवों को रोकने में मदद मिली जो बीमारी का कारण बन सकते हैं। तो वहीं एक नए शोध से पता चलता है कि ऐसा करने से  महिलाओं की योनि और गर्भाशय ग्रीवा में जलन होती है और एसटीडी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वर्तमान में नॉनऑक्सिनॉल -9 वाले कंडोम के उपयोग से बचने की सलाह दी जाती है।

एसटीआई गर्भावस्था को कैसे प्रभावित कर सकता है?

इस बारे में शहानी हॉस्पिटल की डायरेक्टर की डाॅक्टर संतोष शहानी का कहना है  कि गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित संभोग अत्यधिक आवश्यक हो जाता है। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान एसटीआई होने से भ्रूण को नुकसान हो सकता है। गोनोरिया और क्लैमाइडिया दोनों ही शिशु में आंखों के संक्रमण से लेकर निमोनिया तक की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। सिफलिस (Syphilis) गर्भपात या स्टिलबर्थ का कारण बन सकता है। योनि में जन्म के दौरान बच्चे को एचआईवी संक्रमण हो सकता है। इस प्रकार यह गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है।

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एसटीडी फैलने से कैसे रोक सकता हूँ?

यह जानना बेहद जरूरी है कि आप ऐसा क्या करें, जिससे आपके कारण किसी और को एसटीडी न हो। क्योंकि इसे फैलाने के जरिया असुरक्षित सेक्स है। इसलिए आइए जानते हैं। आखिर आप इसे दूसरों में फैलाने से कैसे रोक सकते हैं।

  • उपचार के लिए अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
  • यदि आप सेक्स के लिए अपना पार्टनर बदल रहे हैं, तो कंडोम का उपयोग करना कभी न भूलें।
  • जब तक आपका डॉक्टर इलाज चल रहा है तब तक किसी भी व्यक्ति के साथ सेक्स करना बंद करें।
  • जब तक आपका डॉक्टर यह ठीक नहीं कहता की अब आप ठीक हो गए हैं। तब तक किसी के साथ सेक्स करने से उसपर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेक्स न करें।
  • अपने डॉक्टर के पास अपने चेकअप के लिए जाते रहें।
  • आपका यह पता लगाना बेहद आवश्यक है की आपकी तरह आपके सेक्स पार्टनर के सभी समस्याओं का इलाज पूरी तरह से हो गया है। यह ध्यान में रखें की यदि उसको किसी प्रकार के संक्रमण की समस्या है, तो उसके साथ सेक्स न करें। 

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  • यदि आप जल्दी-जल्दी बहुत बार अपने सेक्स पार्टनर्स को बदल चुके हैं, तो अब समय आ गया है की आप उन्हें सीमित करें। जी हां अपने सेक्स पार्टनर की लंबी लिस्ट को कम करें। इससे संक्रमण और कई बड़ी बीमारियां होने का खतरा होता है। कुछ मामलों में कंडोम भी सुरक्षा प्रदान कराने में असफल रहता है।
  • किसी के साथ भी संबंध बनाने से पहले उसकी पूरानी सेक्स लाइफ और आदतों के बारे में जरूर जानने की कोशिश करें।
  • कुछ शुक्राणुनाशकों के लगातार उपयोग से एचआईवी का खतरा बढ़ सकता है।
  • अपना पर्सनल वाइब्रेटर किसी दूसरे के साथ शेयर न करें, इससे संक्रमण फैलने का खतरा होता है।
  • कुछ महिलाएं घर पर मास्टरबेशन के लिए कुछ सामग्री का उपयोग करती है। जिसमें वाइब्रेटर और कुछ सब्जियां शामिल होती है। लेकिन इस दौरान इनका उपयोग करने से पहले साफ जरूर कर लें। बिना साफ किए उपयोग करने से आपके वजाइना में इंफेक्शन हो सकता है।
  • सेक्स के नाम पर कई बार कुछ खतरनाक पोजिशन और तरीके बताए जाते हैं। यदि आपको उसमें किसी प्रकार का जोखिम महसूस हो रहा है, तो ऐसे में आपको इसे करने से बचना चाहिए। 

ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

How You Can Prevent Sexually Transmitted Diseases

https://www.cdc.gov/std/prevention/default.htm

Accessed on 30-07-2020

How to Prevent Sexually Transmitted Infections (STIs)

https://www.acog.org/patient-resources/faqs/gynecologic-problems/how-to-prevent-stis

Accessed on 30-07-2020

Safe sex

https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/safe-sex

Accessed on 30-07-2020

Safer Sex Guidelines for Teen

https://www.stanfordchildrens.org/en/topic/default?id=safer-sex-guidelines-for-adolescents-90-P01645

Accessed on 30-07-2020

Safer Sex Guidelines

https://www.hopkinsmedicine.org/health/wellness-and-prevention/safer-sex-guidelines

Accessed on 30-07-2020

What do I need to know about STDs?

https://www.plannedparenthood.org/learn/teens/stds-birth-control-pregnancy/what-do-i-need-know-about-stds

Accessed on 30-07-2020

STD PREVENTION 101

https://www.ncsddc.org/resource/stds-the-basics/

Accessed on 30-07-2020

 

Current Version

21/09/2021

shalu द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Niharika Jaiswal


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डॉ. प्रणाली पाटील

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shalu द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/09/2021

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