स्किन डिसकलरेशन किसी भी प्रकार की स्किन पर हो सकता है। हालांकि, ये तब ज्यादा दिखाई देता है जब डार्क स्किन पर होता है। स्किन कंडिशन जैसे कि मुंहासे, एक्जिमा ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन (Discoloration On Black Skin) का कारण बन सकती हैं। कई प्रकार के ट्रीटमेंट डिसकलरेशन को कम कर सकते हैं। जिसमें लेजर थेरिपी और कैमिकल पील्स शामिल हैं। ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन को कम करने में कुछ होम रेमेडीज भी मददगार हो सकती हैं। जिनमें विटामिन सी वाली क्रीम या रेटिनॉल का उपयोग करना।
व्यक्ति को किसी भी प्रकार के ट्रीटमेंट का उपयोग करने से पहले डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह लेनी चाहिए। वे स्किन कंडिशन और स्किन टाइप के आधार पर बेस्ट ट्रीटमेंट दे सकते हैं। आप सीधे डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जा सकते हैं अपने डॉक्टर से इनके बारे में जानकारी ले सकते हैं। इस आर्टिकल में ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन और इसके इलाज के बारे में जानकारी दी जा रही है।
ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन के कारण क्या हैं? (Causes of Discoloration On Black Skin)
ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन (Discoloration On Black Skin) कई कारणों से हो सकता है। जिसमें निम्न शामिल हैं।
- मुंहासे
- एक्जिमा
- चक्कते
- संक्रमण
- जन्म के साथ आने वाले निशान
- पिगमेंटेशन डिसऑर्डर
- स्किन कैंसर
स्किन डिसकलरेशन के कारण स्किन लाइट (Hypopigmented) या डार्क (Hyperpigmented) दिखती है।
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हायपरपिगमेंटेशन (Hyperpigmentation)
हाइपरपिग्मेंटेशन तब होता है जब त्वचा अत्यधिक पिगमेंटेड (Highly pigmented) हो जाती है और सामान्य से अधिक गहरी दिखाई देती है। इससे काले धब्बे (Dark spots) बन जाते हैं। मुंहासे, एक्जिमा, बाउंड हीलिंग और सन एक्सपोजर हायपरपिगमेंटेशन का कारण बन सकते हैं। मेलाज्मा नामक हाइपरपिग्मेंटेशन का एक रूप आमतौर पर हॉर्मोनल परिवर्तनों के कारण होता है। गर्भावस्था या कुछ प्रकार के हॉर्मोनल बर्थ कंट्रोल से मेलाज्मा हो सकता है।
पोस्टइंफ्लामेटरी हायपरपिग्मेंटेशन डार्क स्किन में आम है और यह इंजरी या इंफ्लामेटरी रिस्पॉन्स के बाद विकसित हो सकता है। डार्क स्पॉट और डिसकलरेशन कभी-कभी वर्षों तक रहते हैं। ये कारण भी ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन (Discoloration On Black Skin) के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
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हायपोपिगमेंटेशन (Hypopigmentation)
ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन (Discoloration On Black Skin) का कारण हायपोपिगमेंटेशन भी हो सकता है। इस स्थिति में स्किन अपना पिगमेंट खो देती है और सामान्स से लाइट हो जाती है। एक व्यक्ति हायपोपिगमेंटेशन के साथ पैदा हो सकता है या उसे ये बाद में भी हो सकता है। हायपरपिगमेंटेशन की ही तरह हायपोपिगमेंटेशन घाव के भरते ही दिखाई दे सकती है। यह ब्लैक स्किन पर ज्यादा दिखाई देती है।
विटिलिगो (Vitiligo) एक ऐसी स्थिति है जो मेलेनिन-उत्पादक कोशिकाओं (Melanin-producing cells) को डैमेज कर देती है, जिससे त्वचा के कुछ पैच दूसरों की तुलना में हल्के हो जाते हैं।
सूजन या संक्रमण से हायपोपिगमेंटेशन आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि, स्कारिंग से हायपोपिगमेंटेशन को कम करना अधिक कठिन होता है और लोग विटिलिगो उपचार के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करते हैं।
चेहरे पर डिसकलरेशन होना (Skin discoloration on the face)
चेहरे पर डिसकलरेशन के कारणों में शामिल हैं:
- विटिलिगो, जो शरीर के किसी भी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है
- पोस्टइंफ्लामेटरी हाइपोपिगमेंटेशन
- मुंहासे
- खुजली
- कुछ दवाएं
- सन डैमेज
- पिटिरियासिस रोसिया (Pityriasis rosea), एक लालिमा जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकती है और गंभीर खुजली का कारण बन सकती है।
- त्वचा कैंसर
हाथों की त्वचा पर डिसकलरेशन होना (Skin discoloration on hands) होने के भी यही कारण हैं। बस इसके कारणों में जलना, कटना और खुजली भी शामिल हो जाते हैं। वहीं पैरों की त्वचा पर डिसकलरेशन में चिकिनपॉक्स , शेविंग की वजह से आने वाले कट, कीड़ों का काटना आदि भी शामिल हैं।
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ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन का इलाज ( Treatments for Discoloration On Black Skin)
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी (एएडी) का कहना है कि त्वचा को हल्का करने वाली क्रीम हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, इन्हें एक प्रतिष्ठित रिटेलर से खरीदना उचित है। कुछ क्रीमों में पारा सहित जहरीले तत्व हो सकते हैं। क्रीम जो सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करती हैं, वे चकत्ते का कारण बन सकती हैं और हायपरपिगमेंटेशन को बदतर बना सकती हैं, और शरीर पर अन्य हानिकारक प्रभाव डाल सकती हैं।
किसी भी उपचार या क्रीम को आजमाने से पहले, किसी व्यक्ति को या तो सीधे त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए या अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। एक डॉक्टर इस स्थिति का इलाज कर सकते हैं, या वे व्यक्ति को डर्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट में भेज सकते हैं। एक व्यक्ति को नोटिस करना चाहिए कि क्या उसकी स्किन ऐसे प्रोडक्ट्स का उपयोग बंद करने के बाद अच्छी हो रही है जो त्वचा में जलन या डिसकलरेशन का कारण बनते हैं। हालांकि, कुछ काले धब्बों को मिटने में एक साल तक का समय लग सकता है। एलोवेरा, विटामिन ई, टी ट्री ऑयल युक्त प्रोडक्ट का यूज करना भी मददगार हो सकता है।
थेरिपीज (Therapies)
ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन को कम करने में मदद करने वाले उपचारों में लेजर थेरेपी और कैमिकल पील शामिल हैं। हालांकि, एक व्यक्ति को इन उपचारों से कुछ दुष्प्रभाव का अनुभव हो सकता है। उदाहरण के लिए, लेजर थेरेपी काले धब्बों को कम करने में मदद कर सकती है लेकिन प्रभावित क्षेत्र के आसपास हाइपोपिगमेंटेशन पैदा कर सकती है। यह कुछ मामलों में हाइपरपिग्मेंटेशन को भी खराब कर सकता है। इसलिए इस प्रकार का ट्रीटमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन (Discoloration On Black Skin) के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?
अगर किसी व्यक्ति को अचानक ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन का पैच दिखाई देता है जो ठीक नहीं होता है, या खराब होता जाता है, तो उसे डॉक्टर से बात करनी चाहिए। अचानक होने वाले त्वचा के डिसकलरेशन के बारे में डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह त्वचा कैंसर का संकेत हो सकता है।
इसी तरह, यदि कोई व्यक्ति ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन (Discoloration On Black Skin) के बारे में चिंतिंत महसूस करते हैं, तो उसे त्वचा विशेषज्ञ से बात करनी चाहिए। वे हाइपोपिगमेंटेशन या हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने के लिए उपचार के विकल्प सुझा सकते हैं। कोई व्यक्ति सीधे त्वचा विशेषज्ञ से मिल सकता है या अपने डॉक्टर से रेफरल ले सकता है।
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पिगमेंटेशन (Pigmentation) को कैसे रोकें?
कुछ मामलों में, पिगमेंटेशन से बचा नहीं जा सकता है। मुंहासे, घाव और धूप की कालिमा के साथ, कुछ स्टेप्स पिगमेंटेशन को रोकने में मदद कर सकते हैं।
इसमें निम्न शामिल है:
- स्किन को खरोचने और नोचने से बचना
- पिंपल्स नहीं फोड़ना
- रोजाना सनस्क्रीन लगाना
- घाव की उचित देखभाल सुनिश्चित करना
- जब किसी व्यक्ति को एक्जिमा होता है, तो इमोलिएंट्स और लोशन खुजली से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
अधिकांश त्वचा की मलिनकिरण चिंता की कोई बात नहीं है, कुछ मामलों में यह त्वचा कैंसर का लक्षण हो सकता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको ब्लैक स्किन पर डिसकलरेशन (Discoloration On Black Skin) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।