फोटोएलर्जिक रिएक्शन (Photoallergic reactions)
फोटोटॉक्सिक प्रतिक्रियाओं के विपरीत, फोटोएलर्जिक प्रतिक्रियाओं में प्रतिरक्षा अतिसंवेदनशीलता (Immune hypersensitivity) शामिल होती है। यहां, यूवी लाइट किसी व्यक्ति द्वारा किसी लेने वाले या अप्लाई करने वाले कैमिकल या एंटीजन से इंटरैक्ट करके उसकी संरचना को प्रभावित करती है और बदल देती है।
प्रतिरक्षा प्रणाली इस परिवर्तन का पता लगा देती है और इसे एक खतरे के रूप में देखती है, और इस पर हमला करने के लिए एंटीबॉडी बनाती है। प्रकाश के संपर्क में आने के कुछ दिनों बाद रैशेज, फफोले और रिसने वाले घाव दिखाई दे सकते हैं।
ये भी हो सकते हैं कारण
कभी-कभी, कैमिकल्स लोगों में फोटोटॉक्सिक और फोटोएलर्जिक प्रतिक्रियाओं दोनों को प्रेरित कर सकते हैं। सामान्य कैमिकल एजेंट जो प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकते हैं उनमें सुगंध, सनस्क्रीन में मौजूद कुछ रसायन, टार उत्पाद, सोरालेंस नामक प्रकाश-संवेदनशील दवाएं और एंटीसेप्टिक्स शामिल हैं। यह प्रतिक्रिया कुछ दवाओं के साथ भी हो सकती है, जैसे कि नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) और रेटिनोइड्स।
रासायनिक और दवा-प्रेरित प्रतिक्रियाओं के अलावा, फोटोसेंसिटिव डर्मेटाइटिस (Photosensitive Dermatitis) वंशानुगत या अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के कारण भी हो सकती है। एनसीबीआई की एक स्टडी के अनुसार पता चलता है कि वृद्ध वयस्कों में प्रकाश संवेदनशीलता प्रतिक्रिया विकसित होने का खतरा होता है क्योंकि उनकी दवाएं संभावित रूप से फोटोटॉक्सिक, फोटोएलर्जिक एक या या दोनों हो सकती हैं।
फोटोसेंसिटिव डर्मेटाइटिस का डायग्नोसिस कैसे किया जाता है? (Photosensitive Dermatitis diagnosis)
लोग अपनी त्वचा फटने या घावों की उपस्थिति को सीधे प्रकाश के संपर्क से नहीं जोड़ पाते हैं, खासकर अगर प्रतिक्रिया तुरंत नहीं होती है। ऐसे में कई बार डायग्नोसिस में देर हो जाती है। फोटोसेंसिटिव डर्मेटाइटिस (Photosensitive Dermatitis) के निदान की पुष्टि करने के लिए, डॉक्टर पिछले सूर्य के संपर्क, फोटोसेंसिटाइजिंग एजेंटों के संपर्क, पारिवारिक इतिहास और किसी भी अन्य लक्षणों के बारे में प्रश्न पूछेंगे।
वे त्वचा की जांच भी करेंगे और त्वचा के घावों के वितरण को देखेंगे ताकि अन्य प्रकार की प्रकाश संवेदनशीलता का पता लगाया जा सके। आगे के मूल्यांकन में फोटोटेस्टिंग और फोटोपैच परीक्षण (Phototesting and photopatch testing) शामिल हैं।
फोटोटेस्टिंग में, किसी व्यक्ति की त्वचा को यूवीए और यूवीबी प्रकाश एक्सपोजर की बढ़ती खुराक प्राप्त होती है। फोटोपैव (Photopatch) परीक्षण में, चिकित्सक फोटोएलर्जेन (Photoallergen) के दो सेट अप्लाई करते हैं। चिकित्सक एक एलर्जेन को इर्रिटेंट की तरह उपयोग करेंगे और दूसरे को नियंत्रण के रूप में उपयोग करेंगे। एक त्वचा विशेषज्ञ एक त्वचा बायोप्सी और अन्य प्रयोगशाला जांच भी कर सकता है।
मूल्यांकन किसी व्यक्ति को प्रभावित करने वाले विशिष्ट प्रकार के फोटोडर्माटोज (Photodermatoses) को परिभाषित करेगा। इसका उद्देश्य अन्य स्थितियों, जैसे पोर्फिरीया, सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस और पेलाग्रा के बारे में पता करना है। एक पूर्ण रक्त गणना सहित रक्त परीक्षण अन्य स्थितियों को पता करने में भी मदद कर सकते हैं।
और पढ़ें: Atopic dermatitis : एटोपिक डर्मेटाइटिस क्या है?
फोटोसेंसिटिव डर्मेटाइटिस का इलाज (Photosensitive Dermatitis treatment)

फोटोसेंसिटिव डर्मेटाइटिस (Photosensitive Dermatitis) के उपचार के मुख्य रूप में आमतौर पर रोकथाम के तरीके शामिल होंगे, जैसे कि धूप से सुरक्षा का उपयोग करना, किसी भी ज्ञात एलर्जी के संपर्क से बचना, और यदि संभव हो तो किसी भी फोटोसेंसिटाइजिंग दवाओं को रोकना। इसमें अंदर रहना, त्वचा को पूरी तरह से ढंकना, ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का उपयोग करना और फोटोप्रोटेक्टिव दवाएं लेना शामिल हो सकता है।
किसी भी एक्जिमाटस प्रतिक्रियाओं का इलाज करने के लिए, डॉक्टर एक्जिमा के अन्य रूपों जैसे कि इमोलिएंट्स और सामयिक स्टेरॉयड के समान विकल्पों का सुझाव देंगे। गंभीर डर्मेटाइटिस के मामलों में, डॉक्टर ओरल कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स या इम्यूनोसप्रेसिव एजेंट (Corticosteroids or immunosuppressive agents) जैसी स्ट्रॉन्ग दवाओं का सुझाव दे सकते हैं। किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
और पढ़ें: डर्मेटाइटिस हेरपेटिफॉर्मिस: त्वचा की इस समस्या से राहत पाने का उपाय है ग्लूटेन फ्री आहार
उम्मीद करते हैं कि आपको फोटोसेंसिटिव डर्मेटाइटिस (Photosensitive Dermatitis) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।