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आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) : पलकों को प्रभावित करने वाली इस कंडिशन के बारे में जानें

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 26/05/2022

    आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) : पलकों को प्रभावित करने वाली इस कंडिशन के बारे में जानें

    आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) एक कॉमन कंडिशन है। जिसकी वजह से आईलिड के आसपास की स्किन सूखी हो जाती है और उसमें खुजली होती है। इसे आईलिड पर एक्जिमा (Eczema), सोरायसिस (Psoriasis) या सर्बोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) भी कहा जाता है। जब इस कंडिशन का कारण एर्लेजन होते हैं तो इसे आईलिड कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस कहा जाता है। इस आर्टिकल में आइलिड डर्मेटाइटिस के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में जानकारी दी जा रही है।

    आईलिड डर्मेटाइटिस के लक्षण क्या है? (Eyelid Dermatitis Symptoms)

    आईलिड में होने वाली डर्मेटाइटिस सूजन, आंखों के आसपास संवेदनशील त्वचा का कारण बनती है। इसकी वजह से आंखों की आसपास की त्वचा में खुजली, सूजन, लालिमा और सूखापन हो सकता है। यह एक या दोनों आंखों को प्रभावित कर सकती है। यदि यह स्थिति बनी रहती है, तो लाइकेनिफिकेशन नामक प्रक्रिया में पलकें मोटी हो सकती हैं।

    जब आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) का कारण उत्तेजक या एलर्जेन होता है, तो लक्षण आमतौर पर ट्रिगर पदार्थ के संपर्क के कुछ घंटों या दिनों के भीतर होते हैं। जब ट्रिगर पदार्थ हटा दिया जाता है तो लक्षण कम हो जाते हैं।

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    आईलिड डर्मेटाइटिस के कारण और प्रकार (Eyelid Dermatitis Causes and type)

    आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) के प्रकार निम्न प्रकार हैं।

    एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Allergic contact dermatitis)

    एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस एलर्जी की प्रतिक्रिया के कारण विकसित होती है जो त्वचा की सूजन का कारण बनती है, जैसे कि हे फीवर (Hay fever) वाले व्यक्ति में मौजूद पोलन। कुछ कॉस्मेटिक उत्पाद या धातु, जैसे निकल (Nickel), एलर्जिक स्किन रिएक्शन के सामान्य कारण हैं।

    इरिटेंट कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Irritant contact dermatitis)

    इरिटेंट कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस आईलिड के किसी ऐसे पदार्थ के सीधे संपर्क में आने के कारण होता है, जो त्वचा की बाहरी परत को नुकसान पहुंचाता है, जैसे कि कुछ खास तरह के मेकअप, साबुन और डिटर्जेंट।

    एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis)

    एक्जिमा का एक रूप पलकों को प्रभावित कर सकता है।

    सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis)

    यह एक सामान्य स्थिति है जिसके कारण त्वचा में सूजन और परतदार बन जाती है। यह अक्सर खोपड़ी पर होता है, लेकिन त्वचा के तैलीय क्षेत्रों, जैसे कि पलकों को भी प्रभावित कर सकता है।

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    आईलिड डर्मेटाइटिस का इलाज कैसे होता है? (Eyelid dermatitis)

    सभी प्रकार के आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) से प्रभावित लोगों को आंखों के क्षेत्र को साफ रखना चाहिए और उसे छूने या खरोंचने से बचना चाहिए। यह आगे जलन या संक्रमण को रोकने में मदद करता है। जहां संभव हो, संपर्क में आने वाली जलन और एलर्जी पैदा करने वाले कारकों की पहचान करना और उनसे बचना मददगार होता है। इनमें शामिल हो सकते हैं:

    • कुछ मेकअप ब्रांड
    • सनस्क्रीन
    • इत्र
    • तैराकी के चश्मे
    • आंखों में डालने वाली दवाएं
    • कृत्रिम पलकें
    • लेंस सॉल्यूशन
    • वायुजनित एर्लेजन (Airborne allergens)

    एटोपिक डर्मेटाइटिस (एक्जिमा) या सोरायसिस के कारण होने वाले आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) का इलाज करने के लिए, और लक्षणों से तत्काल राहत के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते हैं:

    मॉश्चराइज (Moisturize) करें

    आईलिड डर्मेटाइटिस

    मॉश्चराइजिंग क्रीम सूखापन और खुजली से राहत दिला सकती हैं। क्रीम की एक विस्तृत श्रृंखला प्रिस्क्रिप्शन के साथ और उसके बिना उपलब्ध है। वे माइल्ड डर्मेटाइटिस की सूजन के इलाज के लिए सबसे प्रभावी हैं।

    कैल्सीनुरिन अवरोधकों का प्रयोग करें (Use calcineurin inhibitors)

    इस दवा का उपयोग सूजन संबंधी विकारों के इलाज के लिए किया जाता है, जिसमें एटोपिक डर्मेटाइटिस और सोरायसिस शामिल हैं। इसे क्रीम के रूप में लगाया जा सकता है या मौखिक रूप से लिया जा सकता है। इसका उपयोग सावधानी के साथ किया जाना चाहिए, क्योंकि यह प्रतिरक्षा प्रणाली को दबा सकता है। कैल्सीनुरिन अवरोधक फार्मेसियों, हेल्थ स्टोर और ऑनलाइन खरीदने के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह पर करना सही होगा।

    और पढ़ें: Dyshidrotic Eczema: डिसहाइड्रियॉटिक एक्जिमा क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपाय

    कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) का प्रयोग करें

    सूजन का इलाज करने और सूखापन कम करने के लिए स्टेरॉयड-आधारित क्रीम को सीधे पलकों पर लगाया जा सकता है। डर्मेटाइटिस या एक्जिमा के व्यापक मामलों के लिए, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स को टैबलेट के रूप में लिया जा सकता है। दवा की स्ट्रेंथ लक्षणों की गंभीरता पर निर्भर करती है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स फार्मेसियों और ऑनलाइन में खरीदने के लिए उपलब्ध हैं। उपयोग के पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

    उपयोग से पहले ये भी जान लें

    लोगों को कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम का सावधानी से उपयोग करना चाहिए क्योंकि बहुत लंबे समय तक लगाने पर वे अपना प्रभाव खो सकते हैं। जब आंख के करीब इस्तेमाल किया जाता है, तो लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर ग्लूकोमा का खतरा होता है।

    ये क्रीम कुछ अल्पकालिक दुष्प्रभाव भी पैदा कर सकती हैं, जैसे मुंहासे, उपचारित क्षेत्रों पर बालों का बढ़ना और त्वचा का पतला होना। कॉर्टिकोस्टेरॉइड टैबलेट के दुष्प्रभाव गंभीर हो सकते हैं। जिसमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह और ऑस्टियोपोरोसिस शामिल हैं।

    आईलिड डर्मेटाइटिस के रिस्क फैक्टर्स क्या हैं? (Risk factors for eyelid dermatitis)

    आंखों के आसपास की त्वचा पतली और नाजुक होती है, और इसलिए आंखें जलन के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील होती हैं। हालांकि यह अनुमान लगाना कठिन है कि आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) के लिए कौन से रिस्क फैक्टर्स हो सकते हैं। कुछ कारक इस स्थिति के विकसित होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। इसमे शामिल है:

    • आयु। शिशु अतिसंवेदनशील होते हैं, जैसे डर्मेटाइटिस, जिसे क्रैडल कैप भी कहा जाता है।
    • आनुवंशिकी। त्वचा की स्थिति अक्सर परिवारों में चलती है।
    • खराब व्यक्तिगत स्वच्छता। त्वचा को साफ न रखने से यह स्थिति हो सकती है।
    • कुछ पेशे। इनमें कृषि, निर्माण, सौंदर्य प्रसाधन, और सौंदर्य श्रमिकों जैसे संभावित ट्रिगर पदार्थों के लगातार संपर्क में आने वाला कोई भी शामिल है।
    • कुछ दवाएं। दवाएं, जैसे कि नियोमाइसिन या बीटा-ब्लॉकर्स, ट्रिगर हो सकती हैं।
    • स्वास्थ स्थितियां। हे फीवर, अस्थमा या अन्य त्वचा की स्थिति, जैसे मुंहासे या सोरायसिस जोखिम को बढ़ा देते हैं।

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    आईलिड डर्मेटाइटिस निदान कैसे किया जाता है? (Eyelid dermatitis diagnosis)

    यदि कारण स्पष्ट है, तो आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis) का स्व-निदान करना संभव है। चिकित्सा की आवश्यकता के बिना ट्रिगर्स की पहचान करना और उनसे बचना संभव है। डॉक्टर अक्सर शारीरिक परीक्षा के माध्यम से डर्मेटाइटिस के प्रकार का निदान कर सकता है। वे हे फीवर जैसे जोखिम वाले कारकों के बारे में पूछ सकते हैं।

    जब कारण के तौर पर एलर्जी की प्रतिक्रिया का संदेह होता है, तो डॉक्टर पैच परीक्षण की सिफारिश कर सकता है। यहां, एलर्जी की प्रतिक्रिया के परीक्षण के लिए त्वचा पर एक सामान्य एलर्जेन लगाया जाता है। यदि कोई इर्रिटेंट पर संदेह होता है, तो बार-बार रिपिटेड ओपन एप्लिकेशन टेस्ट (आरओएटी) का उपयोग किया जा सकता है। इसमें समस्याग्रस्त त्वचा प्रतिक्रियाओं के परीक्षण के लिए त्वचा को कई दिनों तक इर्रिटेंट का उपयोग करना शामिल है।

    उम्मीद करते हैं कि आपको आईलिड डर्मेटाइटिस (Eyelid Dermatitis)  से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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