डेमोडेक्स एक प्रकार का माइट है जो ह्यूमन हेयर फॉलिकल्स में रहता है, आमतौर पर चेहरे पर। लगभग सभी में ये माइट्स पाए जाते हैं, लेकिन वे आमतौर पर कोई समस्या नहीं पैदा करते हैं। लेकिन डेमोडेक्स (Demodex) उन लोगों में बहुत तेजी से मल्टीप्लाई कर सकता है जिनका इम्यून सिस्टम डिफेंस लो है या उन्हें कोई स्किन कंडिशंस हैं। इससे खुजली, इर्रिटेट करने वाली कंडिशन बनती है जिसे डेमोडिकोसिस (Demodicosis) कहा जाता है। इस आर्टिकल में, हम जानेंगे कि डेमोडेक्स फॉलिकलोरम के कारण क्या समस्या हो सकती है और उनके क्या ट्रीटमेंट हैं जिन्हें हम फॉलो कर सकते हैं।
डेमोडेक्स फॉलिकलोरम (Demodex folliculorum) क्या है?
डेमोडेक्स फॉलिकलोरम एक तरह का परजीवी डेमोडेक्स माइट (Parasitic demodex mite) है। ये माइट्स चेहरे पर बालों के रोम में या उसके आसपास रहते हैं। आमतौर पर, डेमोडेक्स फॉलिकलोरम हार्मलेस होते हैं। सामान्य स्तर पर, ये माइट्स हेयर फॉलिकल्स के आसपास पाए जाने वाले डेड स्किन सेल्स, ऑयल्स और हार्मोन को हटाकर स्किन को लाभ पहुंचाते हैं, ये सभी आपके पोर्स को बंद कर सकते हैं। लेकिन, बड़ी संख्या में, वे आपकी त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं और त्वचा से संबंधित अन्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। ये पाए जाते हैं:
- आईलिड
- आईलैश
- आईब्रो
- फोरहेड
- नाक
- गाल
- चिन
डी. फॉलिकलोरम महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक पाया जाता है और 20 से 30 वर्ष की आयु के वयस्कों को प्रभावित करता है।
डेमोडेक्स फॉलिकुलोरम के लक्षण क्या हैं? (Demodex folliclorum symptoms)
डेमोडेक्स फॉलिकुलोरम इंफेक्शन के साथ, आप त्वचा में अचानक रफनेस को देख सकते हैं। अन्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
- खुजली या स्केली स्किन
- रेडनेस
- स्किन सेंस्टिविटी (Skin sensitivity) में वृद्धि
- बर्निंग सेंसेशन (Burning sensation)
- स्किन जो सैंडपेपर की तरह खुरदरी महसूस होती है
- एक्जिमा (Eczema)
कई लोग जिनकी त्वचा में माइट्स होते हैं, वे इसे नहीं जान पाते हैं। माइट्स का छोटी संख्या में उपस्थित होना किसी भी लक्षण का कारण बनने की संभावना नहीं होती।
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डेमोडेक्स फॉलिकुलोरम से संबंधित स्थितियां
कुछ स्किन कंडिशंस वाले लोगों में डेमोडेक्स फॉलिकलोरम माइट्स कभी-कभी अधिक संख्या में मौजूद होते हैं। इनके उदाहरणों में शामिल हैं:
ब्लेफेराइटिस (Blepharitis)
ब्लेफेराइटिस पलकों की सूजन है जो क्रस्टिंग, पानी और लालिमा का कारण बन सकती है। ब्लेफेराइटिस वाले लोगों में डेमोडेक्स माइट्स की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
रोजेशिया (Rosacea)
रोजेशिया एक इंफ्लामेटरी स्किन कंडीशन है जो फेशियल फ्लशिंग, रेडनेस, और चेहरे पर सूखे घावों का कारण बनती है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि रोजेशिया वाले व्यक्ति के चेहरे पर कभी-कभी किसी की तुलना में चार गुना अधिक डेमोडेक्स माइट्स हो सकते हैं। डी. फॉलिकलोरम माइट्स ऑक्यूलर रोजेशिया वाले लोगों के आंसू नलिकाओं में भी पाए गए हैं, जो एक प्रकार का रोजेशिया है जो आंखों को प्रभावित करता है।
एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया (Androgenetic alopecia)
एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया एक जेनेटिक बालों के झड़ने की स्थिति है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करती है। यह सुझाव दिया गया है कि माइट्स द्वारा प्रोड्यूस एक केमिकल एक इंफ्लेमेटरी रिएक्शन को ट्रिगर कर सकता है जो बालों के रोम को एफेक्ट करता है। हालांकि डेमोडेक्स माइट्स एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया का कारण नहीं बनते हैं, वे स्थिति को खराब कर सकते हैं।
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डेमोडेक्स फॉलिकलोरम का क्या कारण है? (Demodex folliclorum Causes)
डी. फॉलिकलोरम नैचुरली ह्यूमन स्किन में होता है। हालांकि, माइट किसी अन्य व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। अन्य प्रकार के स्किन माइट्स के विपरीत, डी. फॉलिकुलोरम बालों के रोम में त्वचा कोशिकाओं की मात्रा को बढ़ाता है। बड़ी मात्रा में, यह चेहरे पर स्केली सिम्प्टम (Scaly symptoms) पैदा कर सकता है। डी. फॉलिकलोरम की वर्तमान में रोजेशिया (Rosacea) के संभावित कारण के रूप में जांच की जा रही है।
इस बात के प्रमाण हैं कि यदि आपको रोजेशिया है तो ये माइट्स बढ़ सकते हैं। वास्तव में, नेशनल रोजेशिया फाउंडेशन (National rosacea foundation) का अनुमान है कि रोजेशिया के रोगियों में बिना रोजेशिया रोगियों की तुलना में 18 गुना अधिक डेमोडेक्स माइट्स होते हैं।
डेमोडेक्स फॉलिकुलोरम (Demodex folliclorum) होने का खतरा किसे ज्यादा रहता है?
हालांकि डी. फॉलिकुलोरम कोई असामान्य घटना नहीं है, फिर भी आपको इन माइट्स के होने का खतरा बढ़ सकता है यदि आपके साथ निम्न स्थितियां हैं।
- वीक इम्यून सिस्टम
- डर्मेटाइटिस (Dermatitis)
- स्किन इंफेक्शन (Skin infection)
- एलोपेसिया (Alopecia)
- एक्ने, विशेष रूप से इंफ्लामेटरी
- एचआईवी (HIV)
डेमोडेक्स फॉलिकलोरम को डायग्नोस कैसे किया जाता है? (Demodex folliclorum diagnosis)
क्योंकि डेमोडेक्स फॉलिकलोरम को नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता है, इसलिए आपको एक निश्चित डाइग्नोसिस के लिए डॉक्टर को दिखाने की आवश्यकता होगी। इन माइट्स का निदान करने के लिए, डॉक्टर आपके चेहरे से फॉलिक्युलर टिश्यू और ऑयल्स का एक छोटा सा सैंपल निकालेगा। माइक्रोस्कोप की मदद से की गई स्किन की बायोप्सी चेहरे पर इन माइट्स की उपस्थिति के बारे में बताएगी।
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डेमोडेक्स फॉलिकलोरम का इलाज (Demodex folliclorum treatment)
डेमोडेक्स फॉलिकलोरम माइट्स के फेस पर होने की संभावना अधिक होती है। यह ट्रीटमेंट को और अधिक चैलेंजिंग बना सकता है क्योंकि वहां की स्किन बहुत सेंसिटिव होती है। डॉक्टर क्रीम जैसे क्रोटामाइटन (Crotamiton) या पर्मेथ्रिन (Permethrin) के साथ ट्रीटमेंट की सलाह दे सकता है। ये टॉपिकल इन्सेक्टिसाइड्स हैं जो माइट्स को मार सकते हैं और इसलिए उनकी संख्या कम कर सकते हैं। डॉक्टर ओरल एंटीबायोटिक मेडिकेशन की भी सलाह दे सकता है।
डॉक्टर हाय-कंसंट्रेशन एल्कोहॉल सॉल्यूशन को भी अप्लाई करने की सलाह दे सकते हैं। यह डेमोडेक्स माइट्स को सतह पर लाता है। इससे माइट्स को खत्म करना आसान हो जाता है और स्थिति का इलाज होता है।
डेमोडेक्स फॉलिकलोरम से बचाव (Demodex folliclorum prevention)
कुछ निवारक उपाय भी हैं जो एक व्यक्ति घर पर कर सकता है। इसमे शामिल है:
- जेंटल क्लींजर (Gentle cleanser) से दिन में दो बार चेहरा धोएं। बेबी शैम्पू से पलकों को स्क्रब करने से भी मदद मिल सकती है।
- ऑयल बेस्ड क्लीन्जर (Oil based cleanser) और ग्रीसी मेकअप (Greasy makeup) से बचें, जो माइट्स के लिए और “फूड” प्रोवाइड कर सकता है।
- डेड स्किन सेल्स को हटाने के लिए सप्ताह में एक या दो बार एक्सफोलिएट करें।
- स्किन को साफ और सूखा रखने के साथ-साथ किसी भी अंतर्निहित स्थिति का इलाज करने से डी. फॉलिकलोरम माइट्स की संख्या को कम करने में मदद मिल सकती है।
ये भी जानें
ज्यादातर लोगों के लिए, चेहरे पर डी. फॉलिकलोरम माइट्स का होना किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है। हालांकि, बड़ी संख्या में, ये माइट्स रोजेशिया जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं। कुछ स्किन कंडिशंस या कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों में इन लक्षणों के डेवलप होने का अधिक रिस्क होता है। एक डॉक्टर यह निर्धारित करने के लिए स्किन की बायोप्सी कर सकता है कि क्या कोई व्यक्ति असामान्य रूप से उच्च स्तर के माइट्स डेवलप कर रह रहा है। ट्रीटमेंट में नियमित रूप से चेहरे की सफाई करना और माइट्स को मारने के लिए विभिन्न दवाओं का उपयोग करना शामिल है। यदि आपके चेहरे पर खुजली है, स्किन खुरदरी या रेड है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
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