के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
तिल काले या भूरे रंग का त्वचा पर होने वाला एक उभार है। ये शरीर पर कही भी और कभी भी आ सकता है। तिल सिंगल या गुच्छे के रूप में भी निकल सकते हैं। वक्त के साथ-साथ ये बड़े होते हैं या खत्म हो जाते हैं। कुछ तिल पर बाल भी आते हैं। वहीं, कुछ पूरी जिंदगी एक आकार के ही बने रहते हैं।
तिल या मस्सा होना बहुत सामान्य है। ज्यादातर तिल बचपन में ही हो जाते हैं या फिर 25 साल की उम्र तक शरीर पर तिल आ चुके रहते हैं। वयस्कों के शरीर पर 10 से 40 तिल होना बहुत ही सामान्य है। लेकिन, शरीर पर लगातार तिल बढ़ रहे हैं तो आप डॉक्टर को दिखा सकते हैं।
अमूमन तिल का रंग भूरा होता है। लेकिन, ये रंग, आकार और रूप के आधार पर अलग भी हो सकते हैं :
एबीसीडीई (ABCDE) गाइड आपको ये समझने में मदद करता है कि कहीं आपका तिल मेलानोमा तो नहीं :
कैंसर पैदा करने वाले तिल के साथ भी एबीसीडीई गाइड ही फॉलो होती है। ऐसे में अगर आपको संबंधित लक्षण मिल रहे हैं तो इसके बाद डॉक्टर से जरूर मिल लें। .
आपको जब तिल के साथ निम्न तरह की समस्याएं हो तो डॉक्टर को दिखाएं :
अगर आपको तिल समस्याओं संबंधित किसी तरह के सवाल पूछने हो तो आप चर्मरोग विशेषज्ञ (dermatologist) से मिलें।
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तिल या मस्सा होने का कारण है त्वचा की ऐसी वृद्धि जो फैल कर नहीं बल्कि समूह में होती है। जिसके कारण त्वचा पर उभार बन जाते हैं और ये मस्से या तिल के रूप में दिखाई देने लगते हैं। तिल या मस्सा बनाने वाली कोशिकाओं को मेलैनोसाइट्स कहते हैं। मेलैनोसाइट्स का काम त्वचा को प्राकृतिक रंग देने का है। तिल धूप में ज्यादा गाढ़े रंग के हो जाते है। इसके अलावा किशोरावस्था या गर्भावस्था में भी इनका रंग गाढ़ा हो जाता है।
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तिल या मस्सा होने पर क्या समस्याएं हो सकती हैं, इसके लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
पहले डॉक्टर आपके त्वचा को देख तक तिलों की स्थिति समझने की कोशिश करेंगे। आपके सिर से लेकर पांव तक पूरी तरह से सभी तिलों की जांच करेंगे। इसके बाद अगर डॉक्टर को जरूरत लगी तो वे त्वचा संबंधित कुछ टेस्ट करा सकते हैं। साथ ही अगर उन्हें तिल कैंसर पैदा करने वाले लगे तो वे बायॉप्सी यानी कि टिश्यू सैंपल ले सकते हैं और जांच के लिए लैब भेज सकते हैं।
ज्यादातर तिल या मस्सा का इलाज जरूरी नहीं होता है। लेकिन, अगर आपके तिल कैंसर पैदा कर सकते हैं तो डॉक्टर उसे जांच के लिए लैब भेजेंगे।
अगर आपका तिल कैंसर पैदा कर सकता है तो डॉक्टर सर्जरी के द्वारा तिल को हटाने का काम करते हैं। वहीं, अगर तिल आपके दाढ़ी वाले भाग पर है तो शेविंग के दौरान बार-बार उसमें घाव लगने के चांस रहते हैं। ऐसे में तिल या मस्से को हटाना ही बेहतर है। इसके साथ ही शरीर के किसी भी अंग पर अगर तिल आपको परेशान कर रहे हैं तो आप उसे हटवा सकते हैं।
तिल हटाने की प्रक्रिया मात्र कुछ समय की है। ऐसे में आपको हॉस्पिटल में पूरे दिन रुकने की जरूरत नहीं है। लेकिन, ये मस्सा हटाने की प्रक्रिया आपके शरीर पर निशान छोड़ देते हैं।
अगर दोबारा उसी स्थान पर तिल आए तो अपने डॉक्टर से तुरंत मिलें।
अगर आप खुद जागरूक हैं तो तिल को खुद ही छिपा सकते हैं :
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लाइफस्टाइल में बदलाव और घरेलू उपाय निम्न प्रकार से हैं जो आपको मस्से या तिल से छुटकारा दिला सकते हैं :
अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
डिस्क्लेमर
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