backup og meta

सनस्क्रीन लोशन क्यों है जरूरी?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/03/2021

    सनस्क्रीन लोशन क्यों है जरूरी?

    गर्मियां आई नहीं कि हम सब स्किन टैनिंग, सनबर्न आदि के बारे में सोचकर परेशान होने लगते है। सारे उपाय एक तरफ और सनस्क्रीन लोशन एक तरफ। आपने सनस्क्रीन लोशन के बारे में सुना तो होगा, लेकिन आपको इसके फायदों के बारें में नहीं पता होगा। हम लोगों के दिमाग में सिर्फ ये बात रहती है कि सनस्क्रीन लोशन सिर्फ धूप के साइडइफेक्ट से ही बचाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि सनस्क्रीन लोशन लगाने के बाद आपको एक नहीं बल्कि अनेक फायदे मिल सकते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि सनस्क्रीन लोशन किस तरह से स्किन को फायदा पहुंचाता है।

    सनस्क्रीन लोशन क्यों है जरूरी ?

    अब तक आपने सनस्क्रीन लोशन का यूज नहीं किया है तो एक बार आपको इसके फायदों को पढ़ लेना चाहिए।

    1. सनस्क्रीन लोशन हानिकारक यूवी रेज से बचाव करता है 

    लगातार घटती ओजोन परत के कारण सूरज की हानिकारक किरणें धरती तक पहुंच रही हैं। हम सभी को पता है कि सूर्य की किरणों से हमें विटामिन-डी मिलता है। देर तक धूप में रहने से हमें विटामिन-डी तो मिल जाता है, लेकिन स्किन को खतरा बढ़ जाता है। सनस्क्रीन स्किन को UV रेज से सुरक्षा प्रदान करती है।

    और पढ़ें : स्किन टाइप के हिसाब से चुनें अपने लिए बॉडी लोशन

    2. कम करता है स्किन कैंसर रिस्क

    त्वचा को विभिन्न प्रकार के त्वचा कैंसर जैसे मेलेनोमा ( Melanoma) से बचाने के लिए सनस्क्रीन लोशन उपयोगी है। अगर आप सनस्क्रीन का यूज रेगुलर करती हैं तो काफी हद तक आप इस जोखिम से बच सकती हैं। मेलेनोमा त्वचा की भयानक बीमारी है। 20 साल तक की महिलाओं को इस बीमारी का ज्यादा खतरा रहता है।

    3. समय से पहले उम्र बढ़ने से रोकता है

    हर कोई कम उम्र का दिखना चाहता है। अगर आप से ये कहा जाए कि सनस्क्रीन एंटी-एजिंग का काम करती है, तो क्या आपको यकीन होगा। जी हां ये यूवी रेज से बचाने के साथ ही झुर्रियों और महीन रेखाओं से भी बचाती है। अध्ययनों से पता चलता है कि सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने वाले 55 वर्ष से कम उम्र के लोगों में और इसका उपयोग नहीं करने वालों में उम्र बढ़ने की विकास दर 24% कम थी।

    4. कालेपन को करता है कम

    सनस्क्रीन का इस्तेमाल चेहरे की रंगत को साफ रखता है। नसों के फटने की क्रिया भी सनस्क्रीन की मदद से कम हो जाती है। ये मुहांसों को भी रोकने में मदद करता है।

    5. बचाता है सनबर्न से

    सनबर्न आपकी त्वचा को कमजोर कर देते हैं। इस वजह से स्किन में खरोंच जल्द लग जाती है। एनल्स ऑफ एपिडेमियोलॉजी ’में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक हानिकारक किरणों के कारण त्वचा के कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है। सनस्क्रीन इस खतरे को कम करता है।

    6. स्किन को बचाता है टैनिंग से

    सनस्क्रीन वहीं चुनें जिसमें सन प्रोटेक्शन फैक्टर 30 मौजूद हो। संवेदनशील त्वचा में टेनिंग की समस्या जल्दी होती है। जब भी बाहर व्यायाम करें, इस बात का ध्यान रखे कि पसीना सनस्क्रीन को धो सकता है। कोशिश करें कि व्यायाम के बात साफ-सफाई करके दोबारा इसका प्रयोग करें।

    7. त्वचा को रखता है स्वस्थ

    कोलेजन (collagen) , केराटिन (keratin) और इलास्टिन (Elastin) जैसे आवश्यक त्वचा प्रोटीन सनस्क्रीन द्वारा सुरक्षित रहते हैं। त्वचा को चिकना और स्वस्थ बनाए रखने के लिए इन प्रोटीनों की आवश्यकता होती है। जब स्किन का प्रोटीन सुरक्षित रहेगा तो स्किन हेल्दी रहेगी।

    8. गुड कॉस्मेटिक ऑप्शन

    सनस्क्रीन लगा लीजिए और अब आप रेडी हैं बाहर जाने के लिए। यकीन मानिए आपकी स्किन बिना किसी मेकअप के भी ग्लो करेगी। आपको फ्रेश फील होगा और साथ ही स्किन सेफ्टी के बारें में भी चिंता करने की जरूरत नहीं है।

    9. कपड़ा नहीं, सनस्क्रीन देगा आपको सुरक्षा

    धूप में निकलने से पहले पूरे मुंह को बांध लेने या फिर फुल स्लीव्स पहन लेने से आपको रेज से सुरक्षा नहीं मिलेगी। थोड़ी सी मात्रा सनस्क्रीन की लें और अब बेफिक्र रेडी हो सकती हैं।

    और पढ़ें : स्किन के लिए कितना फायदेमंद है एलोवेरा

    सनस्क्रीन लोशन का चुनाव कैसे करें?

    सनस्क्रीन लोशन का चयन करते वक्त निम्नलिखित टिप्स को फॉलो करें। जैसे-

    ब्रॉड स्पेक्ट्रम: ब्रॉड स्पेक्ट्रम का अर्थ है सन्सक्रीन का चयन ऐसा करना चाहिए जो आपकी त्वचा को सूर्य किस उल्ट्रावॉइलेट किरणों (UVA rays और UVB rays) से बचा सके।

    SPF 30 या इससे ज्यादा होना चाहिए: दि अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त सनस्क्रीन लोशन के पैक पर SPF 30 या इससे ज्यादा लिखा गया हो।

    वॉटर रेसिस्टेंट: त्वचा रोग विशेषज्ञों के अनुसार सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग करने से पहले यह अवश्य ध्यान दें कि यह वॉटर रेसिस्टेंट हो। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके पानी के संपर्क में आने से या पसीना होने पर भी सनस्क्रीन लोशन आपकी त्वचा पर ठीक तरह से काम करेगा। वॉटर रेसिस्टेंट सनस्क्रीन त्वचा पर 40 से 80 मिनट तक सूर्य की पराबैगनी किरणों से आपकी रक्षा करेगा। हर सनस्क्रीन लोशन वॉटर रेसिस्टेंट नहीं होता है। इसलिए सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त वक्त पैक पर यह भी अवश्य देखकर खरीदें।

    सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त ऊपर बताए गई तीन बातों का ध्यान अवश्य रखें। इसके साथ ही आप अपनी त्वचा के अनुसार सनस्क्रीन का चयन करें। सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग घर से निकलने के पहले अवश्य करें। इसके साथ ही कुछ जरूरी टिप्स भी फॉलो करें। इन टिप्स में शामिल है-

    शरीर को कवर करें: अगर आप घर से बाहर निकल रही हैं या रहें हैं तो अपने चेहरे को लाइट कलर के कपड़े से ढ़कें और फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें। आंखों को चश्मे से कवर करें। ऐसा करने से आप हानिकारक किरणों और प्रदुषण से अपने आपको बचा सकती हैं।

    सीक शेड: सूर्य को रोशनी में सीधे न जाएं। कोशिश करें कि सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे की बीच न निकलें। क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें काफी तेज होती हैं और इसका शरीर पर नुकसान होता है।

    कभी-कभी त्वचा अत्यधिक सेंसेटिव हो जाती है। ऐसा कई तरह के दवाओं के सेवन की वजह से भी होता है या शरीर में डिसऑर्डर की परेशानी से भी स्किन की समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे में भी सनस्क्रीन लोशन का उपयोग लाभकारी होता है। त्वचा की देखभाल के साथ-साथ आहार का भी विशेष ख्याल रखें, बाहर निकलने के पहले अपने पास पानी का बोतल जरूर रखें। रोजाना 2 से 3 लीटर पानी का सेवन भी अवश्य करें। अगर आप सनस्क्रीन लोशन से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    Dr Sharayu Maknikar


    Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/03/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement