पीनाइल मेलेनोसिस (Penile Melanosis) एक रेयर कंडिशन है जिसमें पीनस के ऊपरी हिस्से की स्किन डिसकलर्ड हो जाती है। ये पैचेज डार्क ब्राउन या पीनस के स्किन कलर से थोड़े डार्क हो जाते हैं। पीनाइल मेलेनोसिस दूसरों लक्षणों का कारण नहीं बनती। यह कंडिशन संक्रामक भी नहीं होती। हालांकि इसके स्पष्ट कारण के बारे में अब पता नहीं है। वैसे तो यह स्थिति नुकसान नहीं पहुंचाती और इसे ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती, हालांकि कुछ लोग स्पॉट्स को हटाने के लिए कॉस्मेटिक प्रॉसीजर का सहारा ले सकते हैं। इस आर्टिकल में पीनाइल मेलेनोसिस के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
पीनाइल मेलेनोसिस (Penile Melanosis)
पीनाइल मेलेनोसिस पीनस की स्किन पर होने वाले ब्राउन और डार्क ब्राउन कलर के धब्बे होते हैं। ये धब्बे बड़े और समतल होते हैं। मेलेनिन स्किन के मुख्य पिगमेंट्स में से एक है और इन लोगों में मेलेनिन अधिक होता है उनकी स्किन टोन डार्क होती है। मेलेनोसिस का तात्पर्य मेलेनिन के बिल्डअप से है। पीनाइल मेलेनोसिस (Penile Melanosis) में त्वचा के अन्य पिगमेंट कंपाउंड्स शामिल हो सकते हैं। जैसे:
- लिपोफ्यूसिन (Lipofuscin)
- फेरस सल्फेट (Ferrous sulfate)
- हेमोसिडेरिन (Hemosiderin)
इन सभी पिगमेंट कंपाउंड के बिल्ड अप से स्किन के कलर में बदलाव नोटिस किया जा सकता है। पूरे पीनस को प्रभावित करने की जगह यह हायपरपिग्मेंटेशन पीनस के ऊपरी भाग में दिखाई देता है।
पीनाइल मेलेनोसिस के कारण क्या हैं? (Penile Melanosis Causes)
डॉक्टर इसके बारे में नहीं बता पाए हैं कि पीनाइल मेलेनोसिस (Penile Melanosis) का कारण क्या है। यह स्किन के अंदर पिगमेंट सेल्स का बिल्डअप है जो कि दूसरे लोकेशन्स पर भी दिखाई देता है। हालांकि इसके कुछ संभावित जोखिक कारक है जो पीनाइल मेलेनोसिस के विकसित होने के जोखिम को बढ़ा देते हैं। जिसमें निम्न शामिल हैं।
उम्र (Age)
वैसे तो यह स्किन कंडिशन किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन यह ज्यादातर 15 से 72 साल के बीच होती है।
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जेनेटिक्स (Genetics)
पीनाइल मेलेनोसिस की उत्पत्ति के पीछे कुछ जेनेटिक कंपोनेंट भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
चोट लगना (Injuries)
पहले से पीनस में हुई कोई इंजरी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। स्कार टिशूज के इक्ठ्ठा होने के कारण हायपरपिग्मेंटेशन हो सकता है।
कुछ स्किन ट्रीटमेंट्स (Some skin treatments)
कुछ स्किन ट्रीटमेंट्स जैसे कि एंथ्रालिन (Anthralin) पीनाइल मेलेनोसिस के रिस्क को बढ़ा सकता है।
पीनाइल मेलेनोसिस और दूसरी स्किन कंडिशन (Penile Melanosis and other skin conditions)
पीनाइल मेलेनोसिस का कारण दूसरी स्किन कंडिशन्स भी हो सकती हैं। जो निम्न प्रकार हैं।
पीनाइल मेलेनोसिस और लाइकेन स्कलेरोसस (Penile melanosis and lichen sclerosus)
पीनाइल मेलेनोसिस दूसरी स्किन कंडशिन के साथ लिंक्ड है जिसमें एक है लाइकेन स्कलेरोसस। यह स्थिति स्किन पर पतले, बेरंग पैचेस का कारण बनती है। जो आमतौर पर हाथ या जेनिटल्स पर होते हैं। एनसीबीआई की एक स्टडी में भी इन दोनों कंडिशन्स के बीच लिंक बताई गई है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि एक स्किन कंडिशन दूसरी का कारण बनती है।
पीनाइल मेलेनोसिस और कैंसर (Penile melanosis and cancer)
कई लोगों को इस बात की चिंता होती है कि कहीं ये डिसकलरेशन मेलेनोमा के कारण तो नहीं है जो कि एक प्रकार का स्किन कैंसर है। हालांकि पीलाइल मेलेनोमा काफी दुर्लभ है। पीनाइल मेलेनोमा पीनाइल मेलेनोसिस के समान त्वचा के गहरे धब्बे का कारण हो सकता है, लेकिन ये बढ़ सकते हैं, रंग बदल सकते हैं और इनसे खून बह सकता है।
जब एक डॉक्टर पीनाइल मेलेनोसिस का निदान करता है, तो वे कैंसर होने की संभावना के बारे में भी पता करना सुनिश्चित करेंगे। इसलिए, एक बार जब वे अपने निदान की पुष्टि कर लेते हैं, तो इसका मतलब है कि घाव व्यक्ति को कैंसर के खतरे में नहीं डाल रहे हैं।
एक व्यक्ति स्थिति की निगरानी के लिए निर्धारित अंतराल पर त्वचा विशेषज्ञ से मिल सकता है और यह सुनिश्चित कर सकता है कि मेलेनोमा के कोई लक्षण नहीं हैं। हालांकि, इस बात का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं है कि पेनाइल मेलेनोसिस से कैंसर हो सकता है।
ट्रीटमेंट ऑप्शन्स (Treatment options)
आमतौर पर इस स्थिति के लिए किसी प्रकार के ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है। यह पिगमेंट सेल्स का बिल्डअप होता, लेकिन फिर भी अगर चिंता है तो डॉक्टर से एक बार मिलकर मॉनिटरिंग करना सही होगा। अगर किसी व्यक्ति को लगता है कि यह पीनस की ऐसी एपीरिएंस उसके पार्टनर के लिए कंफर्टेबल नहीं होगी तो इसके लिए कॉस्टमेटिक ऑप्शन उपलब्ध हैं। कई मामलों में पिग्मेंटेड स्किन के पैचेज को हटाया जाना संभव है।
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लेजर थेरिपी (Laser therapy)
लेजर थेरिपी इन पैचेस को हटाने का आसान तरीका हो सकता है। लेजर थेरिपी सनस्पॉट, स्कार यहां तक क पिगमेंट टैटूज को भी हटा सकती है। यह प्रॉसेस समय लेती है और व्यक्ति को इसके लिए कई सारे सेशन लेने पड़ सकते हैं। कुछ मामलों में पिग्नमेंटेशन पूरी तरह ठीक नहीं होता, लेकिन यह हल्का हो सकता है।
कुछ लोग धब्बे हटाने के लिए सर्जरी करवा सकते हैं। पीनाइल मेलेनोसिस के लिए सर्जरी में पिगमेंट के साथ स्किन को निकालना और उस हिस्से में नई त्वचा को ग्राफ्ट करना शामिल है। सर्जरी के बाद ठीक होने में समय लगता है। सर्जरी छोटे निशान भी छोड़ सकती है, जो भद्दे लग सकते हैं यदि व्यक्ति पहले से पीनस की अपीरिएंस को लेकर चिंतिंत है तो सर्जरी से पहले सोचना चाहिए। रिमूवल प्रॉसीजर में स्किन में डीप तक होता है और इससे व्यक्ति की सेक्शुअल हेल्थ या यूरिन करने की क्षमता प्रभावित नहीं होती।
क्या पीनाइल मेलेनोसिस को रोकने का कोई तरीका है? (Is there a way to prevent penile melanosis?)
पीनाइल मेलेनोसिस को रोकने का कोई तरीका नहीं है। यह एक अप्रत्याशित स्थिति है। हालांकि, समय के साथ आकार या रंग में किसी भी बदलाव की जांच के लिए डॉक्टर के साथ मिलकर निरंतर फोटोग्राफिक रिकॉर्ड रखना चाहिए। हालांकि संभावना नहीं है, ऐसे परिवर्तन मेलेनोमा, त्वचा कैंसर का एक खतरनाक रूप का संकेत हो सकते हैं, अपने डर को दूर करने के लिए डॉक्टर से मिलना सही होगा। इस कंडिशन को रोकने या बचने के लिए किसी भी प्रकार की दवा या क्रीम का उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
इस कंडिशन से जुड़ी जटिलताएं क्या हैं? (What are the complications associated with this condition?)
पीनाइल मेलेनोसिस से कोई शारीरिक जटिलताएं जुड़ी नहीं हैं। हालांकि, स्थिति चिंता और तनाव को ट्रिगर कर सकती है। यदि ये प्रतिक्रियाएं बहुत गंभीर हो जाती हैं, तो आपको अपनी चिंताओं और उपचार विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से बातचीत करनी चाहिए।
उम्मीद करते हैं कि आपको पीनाइल मेलेनोसिस से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।