दस्त होना डिहाइड्रेशन का कारण बनता है। इससे शरीर में पानी की कमी तो होती ही है साथ ही जरूरी पोषक तत्वों के निकल जाने से शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। नारियल पानी पीने से शरीर को जरूरी मिनरल्स तो मिलते ही हैं और पानी की कमी भी नहीं होती।
7.दही:
दही का सेवन डायरिया में काफी फायदेमंद है क्योंकि दही के बैक्टीरिया पेट के लिए अच्छे होते हैं। इसलिए लूज मोशन होने पर दिन में 2 से 3 बार दही का सेवन जरूर करें।
डायरिया वैसे तो कोई बहुत गंभीर बीमारी नहीं है क्योंकि इसमें दो से तीन दिन में अपने आप आराम मिल जाता है लेकिन, इस दौरान शरीर काफी कमजोर हो जाता है। इसलिए इन घरेलू नुस्खों से आप डायरिया में राहत पा सकते हैं लेकिन अगर आराम न मिले तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
डायरिया/दस्त होना क्या है? इसे ऐसे समझें
आमतौर पर दो या उससे अधिक बार बेहद पतला मल त्याग होना दस्त होना यानी डायरिया माना जाता है। आमतौर पर दस्त होना सामान्य कारणों से होता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को तुरंत मल त्याग करने की इच्छा, पेट में तेज दर्द, घबराहट, पेट में हलचल जैसे समस्याएं होती हैं। वहीं अगर दस्त होने का कारण कोई इंफेक्शन है, तो दस्त के साथ खून, बुखार और ठंड लगना, चक्कर आना और सिरदर्द की शिकायत होती है। व्यक्ति के शरीर में सबसे पहले डिहाइड्रेशन के लक्षण साफ नजर आने लगते हैं। जैसे मुंह सूखना, बार-बार प्यास लगना, ताकत की कमी, पेशाब की कमी जैसे लक्षण नजर आते हैं।
इसके अलावा ये लक्षण भी नजर आ सकते हैं
- पेट में हलचल के साथ गैस बनना, ब्लोटिंग होना
- भूख में बदलाव आना
- गैस पास होने पर बेहद खराब गंध आना
- वजन कम होना
दस्त होना कब खतरनाक हो सकता है?