परिचय
घुटने की आर्थोस्कोपी (Knee Arthroscopy) क्या है?
घुटने की आर्थोस्कोपी (Knee Arthroscopy) घुटनों के उपचार के लिए की जाने वाली सर्जिकल प्रोसीजर है। इसमें घुटने के अंदर के हिस्से को देखने के लिए एक छोटे कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी प्रक्रिया के दौरान घुटने में कैमरा और छोटे सर्जिकल डिवाइस डालने के लिए छोटे चीरे भी लगाए जाते हैं। घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी घुटने की समस्याओं का निदान करती है और घुटनों के जोड़ को रिपेयर करती है।
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी की जरूरत कब होती है?
अगर आपघुटनों के दर्द से परेशान हैं तो घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी करवा सकते हैं। आपका डॉक्टर पहले आपके घुटनों में दर्द होने के कारणों का पता लगाएंगे, फिर उसका निदान करेंगे। अगर उन उपचारों से भी घुटनों में दर्द कम नहीं होता है, तो डॉक्टर आपको नी आर्थोस्कोपी की सलाह दे सकते हैं।
घुटनों की इन समस्याओं में आर्थोस्कोपी की जा सकती हैः
- टॉन मेनिस्कस- यह घुटने में हड्डियों के बीच की जगह को लचीला बनाता है। इसे रिपेयर करने या हटाने के लिए यह सर्जरी की जाती है।
- टूटे या एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (anterior cruciate ligament) (ACL) या पोस्टेरियर क्रूसिएट लिगामेंट (posterior cruciate ligament) (PCL)।
- टूटे या खराब हुए कोलेटरल लिगामेंट।
- सूजन या जोड़ों की परत खराब होना।
- बेकार सिस्ट को हटाने के लिए, जो गठियास सूजन या दर्द का कारण बन रहा हो।
- घुटनों की हड्डियों में फ्रैक्चर ठीक करने के लिए।
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जोखिम
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
नी आर्थोस्कोपी सर्जरी के बाद जोखिम या किसी तरह की समस्या होने की स्थिति बहुत कम होती है। अधिकतर लोगों में इसका सफल इलाज देखा जाता है। नी आर्थोस्कोपी सर्जरी संकेत जैसे, घुटने में सूजन, लगातार दर्द, चलने में परेशानी होना या उठने-बैठेने में परेशानी होना। अगर घरेलू उपचारों और अन्य दवाओं के इस्तेमाल के बाद भी इ समस्याओं से राहत नहीं मिलती है तो आप नी आर्थोस्कोपी करवा सकते हैं।
20 से 60 साल की उम्र के बीच वाले मरीज नी आर्थोस्कोपी सर्जरी करवा सकते हैं।हालांकि, कई मामलों में यह सर्जरी 10 साले से छोटे बच्चे और 80 साल से बड़े बुजुर्गों में भी यह सर्जरी की जाती है।
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इस सर्जरी के दौरान एनेस्थीसिया का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे कुछ समस्याएं हो सकती हैंः
- दवाओं से एलर्जी
- सांस लेने में परेशानी
- ब्लीडिंग
- इंफेक्शन
इस सर्जरी के बाद गंभीर समस्याएं हो सकती हैंः
- घुटने के जोड़ से खून बहना
- घुटने की मेनिस्कस जोड़ों को नुकसान
- पैर में खून के थक्के जमना
- खून की नसों या कोशिकाओं में चोट लगना
- घुटनों के जोड़ में इंफेक्शन होना
- घुटनों का जाम होना
- सर्जरी के बाद, आपको दर्द का एहसास हो सकता है जिसे कम करने के लिए डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाओं की खुराक दे सकते हैं। साथ ही, यह आपकी सर्जरी को रिकवरी करने में भी मदद करेगी। सर्जरी के बाद आपके घुटनो में सूजन रहेगी, जो आपने आप ठीक भी हो जाएगी।
जैसा की हर प्रक्रिया के साथ कुछ जोखिम की संभावना बनी रहती है, इसी तरह घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के भी कुछ जोखिम हो सकते हैं। जिसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
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प्रक्रिया
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?
सर्जरी के लिए आप खुद को कैसे तैयार कर सकते हैं, इसके लिए आपका डॉक्टर आपको उचित निर्देश दे सकते हैं। अगर आप काउंटर से मिलने वाली किसी दवा या सप्लिमेंट का सेवन करते हैं जो उसकी जानकारी अपने डॉक्टर को दें।
इसके अलावा, सर्जरी शुरू होने के 6 से 12 घंटे पहले आपको उपवास रखना होगा। कुछ स्थितियों में, आपका डॉक्टर सर्जरी के दौरान होने वाली परेशानियों के लिए आपको दर्द की दवा की खुराक दे सकते हैं।
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के दौरान क्या होता है?
सर्जरी के प्रक्रिया पूरी होने में एक घंटे से भी कम समय लग सकता है। अपनी सर्जरी के आधार पर आप सर्जरी वाले दिन ही घर वापस जा सकेंगे।
आपका डॉक्टर आपको घुटने के आर्थोस्कोपी से पहले एनेस्थीसिया की खुराक देंगे। जो कई प्रकार की हो सकती हैः
- लोकल (केवल आपके घुटने को सुन्न करने के लिए)
- रिजनल (कमर से नीचे आपको सुन्न करने के लिए)
- जनरल (आपको पूरी तरह से बेहोश करने के लिए)
इसके बाद सर्जन आपके घुटने में कुछ छोटे चीरें लगाएंगे। स्टेराइल पानी के इस्तेमाल से आपके घुटने को साफ करेंगे। इससे सर्जन को जोड़ के अंदर देखने में आसानी होती है। फिर एक चीरे के अंदर आर्थोस्कोपी के लिए डिवाइस डाले जाते हैं, जिससे लगे हुए कैमरे की मदद से घुटनों के अंदर की स्थिति जांची जाती है।
जब सर्जन आपके घुटने में समस्या का पता लगाता है, तो वे समस्या को ठीक करने के लिए चीरों में छोटे उपकरण डाल सकते हैं। सर्जरी के बाद, सर्जन आपके जोड़ से खारे त्ववों को बाहर निकालते हैं और चीरों पर टाका लगा देते हैं।
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के बाद क्या होता है?
- सर्जरी के बाद, आपको रिकवरी रूम में ले जाया जाएगा और एक या घंटे के बाद आप घर जा सकेंगे।
- सर्जरी के बाद होने वाले दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाओं की सलाह देंगे।
- जब आप अस्पताल से घर जाएंगे तो आपकी घुटनों को पट्टी से कवर किया गया होगा। जो आपके टांकों को सुरक्षित और सूखा रखेगा। नहाने समय इसे कैसे बदलना चाहिए या आपके कैसे इस पट्टी को सूखा रख सकते हैं, इसके बारे में डॉक्टर आपको जरूरी निर्देश देंगे।
- आपके स्वास्थ्य और सर्जरी की देखरेख करने के लिए डॉक्टर आपको कुछ दिनों के बाद मिनले के लिए भी बुला सकते हैं।
- अधिकतर लोगों को घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के बाद बैसाखी की जरूरत हो सकती है। आपके लिए क्या बेहतर विकल्प हो सकता है, इसके बारे में आपको अपने सर्जन से बात करनी चाहिए।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉाक्टर से परामर्श करें।
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रिकवरी
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के बाद मुझे खुद का ख्याल कैसे रखना चाहिए?
घर पर आपको अपनी देखरेख के लिए घर के किसी सदस्य या नर्स को साथ रखने की जरूरत हो सकती है। सर्जरी के एक या दो दिन बाद आपके घुटने में सूजन और दर्द कम होने लगेगी। हालांकि, आपको अपनी पट्टी समय-समय पर बदले रहना होगा। सर्जरी के बाद आपको कब तक आराम करना चाहिए, इसके बारे में आपका डॉक्टर आपको निर्देश दे सकते हैं।
सर्जरी की प्रक्रिया के सफल परिणाम पाने और इसकी जल्दी रिकवरी के लिए डॉक्टर की सलाह पर आप कुछ तरह के एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। साथ ही, आप फिजिकल थेरेपिस्ट की भी मदद ले सकते हैं।
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