कोरोना आज के समय में पूरे विश्व के लिए एक बड़ी और गंभीर समस्या है। भारत में लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इस महामारी में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए उनका इलाज डॉक्टरों के लिए एक बड़ी चुनाैती है। जिस तरह से कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में कर रखा है। ऐसे समय में उनके इलाज में लगे डॉक्टर और चिकित्साकर्मी अपनी जान को जोखिम में डालते हुए कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभा रहे हैं। इसके लिए उन्हें अपने परिवार से भी दूरी बनाकर रहना पड़ रहा है। लेकिन फिर भी डॉक्टर्स लगातार काेरोना मरीजों के इलाज में लगे हुए हैं। आइए जानते है इस सकंंट की घंडी में डॉक्टरों को किस-किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टर्स का लोगों को क्या संदेश है।
1- डॉक्टर मनोज गोयल, डायरेक्टर एंड हेड पल्मोनोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम
डॉक्टर और पेशेंट के बीच विश्वास का होना जरूरी है, ये कहना है फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉ. मनोज गोयल का, इस नेशनल डॉक्टर्स डे पर
डॉक्टर और मरीज के बीच विश्वास का रिश्ता होना बहुत जरूरी है और हमें इसे मैंटेन करना होता है। मरीजों के साथ-साथ हमें उनके परिवार वालों को भी भावनात्मक सहयोग देना होता है, क्योंकि उनमें भी रोगी को लेकर चिंता बनी रहती है। इस समय पूरे विश्व में सभी डॉक्टर्स के लिए कोरोना एक चैलेंज है। दिन भर का सफर हमारे लिए आसान नहीं होता है। सुरक्षा के लिए हमें जो इमरजेंसी किट पहननी होती है, वो कोई आरामदायक नहीं होती है। लेकिन फिर भी बचाव के लिए हमें इसे पहनकर काम करना होता है। ये दौर हम डॉक्टर्स के लिए मुश्किल जरूर है पर हम हिम्मत नहीं हारते हैं। इसके अलावा लोग इस गंभीर बीमारी से बच सकें, इसके लिए उन्हें कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग (Social distancing) का । जरा सी असावधानी उनकी जान जोखिम में डाल सकती है। परिवार की जान को भी खतरा हो सकता है। हम सभी का एक ही मकसद है कोरोना को हराना है, जिंदगी को बचाना ।
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2- डॉक्टर रम्या कृष्णन, इमरजेंसी फिजिशियन, चेन्नई अपोलो हॉस्पिटल
कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी है हेल्दी डायट और स्टे होम रूल को फाॅलो करना, इस नेशनल डॉक्टर डे पर ये अपील किया चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल की डॉक्टर रम्या कृष्णन ने
इस कोरोना के सीजन में हम कई तरह के पेशेंट को हैंडल कर रहे हैं। सबसे बड़ा चैलेंज हमारे लिए ये है कि हमें कौन से पेशेंट को सस्पैक्ट करना है। पॉजिटिव मरीजों को मानिसक रूप समझाना और उनकीमानसिक स्थित को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इस समय लोगों को इससे बचने के लिए अपनी फिटनेस का ध्यान रखना आवश्यक है। इसी के साथ ही हमें अपनी सेहत का भी ध्यान रखना होता है। मैं अपनी फिटनेस के लिए सूर्य नमस्कार जैसे योग को करती हूं। हम कोविड के अलावा कई गंभीर मरीजों काे भी हैंडल करते हैं। मेरी सभी लोगों से अनुरोध है कि सभी लोग स्टे होम रूल को फॉलो करें। अपनी डॉयट की तरफ भी ध्यान दें।
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3- डॉक्टर रश्मि तलवार, हैड, एसआरएल डायग्नोस्टिक
” कोविड-19 की इस जंग को जीतने के लिए जरूरी है लोगों का डॉक्टर्स का पूरा सहयोग करना “, ऐसा मानना है एसएलआर, गुड़गाँव की डॉक्टर रश्मि का, इस नेशनल डॉक्टर डे पर
कोविड-19 के दौरान इस वर्ल्ड नेशनल डॉक्टर डे पर डॉक्टर रश्मि गोयल ने अपना अनुभव शेयर करते हुए हमें बताया कि यह समय सभी डॉक्टर्स के लिए एक बड़ी चुनौती है। सभी डॉक्टर अपनी तरफ से इसके इलाज के लिए पूरी कोशिश में लगे हुए हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि यह समस्या पूरे विश्व की है तो यह सभी के लिए एक गंभीर विषय है। हम डॉक्टर्स भी अपनी तरफ से पूरी कोशिश में लगे हुए हैं, लकिन सभी साधारण इंसान की तरह हमें भी कई तरह की मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे बड़ा डर ये होता है कि कहीं ये संक्रमण हमें न हो जाए और हम इसे अपने साथ कहीं घर न ले जाएं। हमारे साथ परिवार वालों को भी इसका खतरा अधिक रहता है। जिसकी वजह से हम कई बार मानसिक रूप से परेशान हो जाते हैं और कई बार हैंडल करना भी काफी मुश्किल होता है। लकिन एक डॉक्टर और अपने फर्ज के रूप में हम मरीज को बचाने का हर सम्भव प्रयास करते हैं। लकिन हमारे साथ लोगों का सहयोग भी बहुत जरूरी है।
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