के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
मोशन सिकनेस (Motion Sickness) गति का वास्तविक और अप्रिय लक्षण है। इसमे आन्तरिक कान में समस्या का अनुभव होता है। मोशन सिकनेस में चक्कर या मितली जैसा अनुभव होता है। इसे किसी खास बीमारी का नाम नहीं दिया जा सकता है।
मोशन सिकनेस बेहद सामान्य होता है। मोशन सिकनेस किसी को भी हो सकता है। कमजोर लोगों में ये समस्या ज्यादा पाई जा सकती है। महिलाओं को प्रेग्नेंसी या फिर पीरियड्स के समय इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या रहती है उन्हें भी मोशन सिकनेस हो सकती है।
3 से 12 साल के बच्चों में मोशन सिकनेस की प्राब्लम कॉमन है। इस उम्र के बाद अधिकांश किशोर इस अवस्था से बाहर हो जाते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। कुछ लोग जो पानी के जरिए ज्यादा ट्रैवलिंग करते हैं, उनमें भी कई बार मोशन सिकनेस की समस्या देखी गई है।
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यहां सभी लक्षण नहीं दिएं गए हैं। यदि आपको किसी प्रकार की समस्या होती है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
निम्न लक्षण दिखने पर आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
ज्यादातर मामलों में डॉक्टर के संपर्क किए बिना ही इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। यदि यात्रा के दौरान वॉमिटिंग या अन्य प्रकार की समस्या हो तो डॉक्टर से संर्पक करें। ऐसी समस्या में कान में इंफेक्शन (लेबिरिथिटिस) भी हो जाता है।
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मोशन सिकनेस का कारण जटिल है और ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि यह मस्तिष्क के संवेदी इनपुट में संघर्ष के कारण उत्पन्न होता है। मस्तिष्क , आंतरिक कान (संवेदन गति, त्वरण, और गुरुत्वाकर्षण), आंखें और शरीर के ऊत्तकों (प्रोप्रायसेप्टर) से अलग-अलग सिग्नलिंग मार्ग के माध्यम से गति को महसूस करता है। जब शरीर अनैच्छिक रूप से आगे बढ़ता है, जैसे कि वाहन में सवारी करते समय मस्तिष्क के इन विभिन्न प्रकार के संवेदी इनपुट के बीच संघर्ष हो सकता है। मोशन सिकनेस की बीमारी के बढ़ने में आंतरिक कान में संवेदी तंत्र सबसे महत्वपूर्ण लगता है।
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मोशन सिकनेस के लक्षण अलग-अलग पाए जाते हैं,
माइग्रेन की समस्या से पीड़ित लोग (जैसे लेबिरिनथिटिस) के कारण इस बीमारी का रिस्क बढ़ जाता है।
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प्रदान की गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
मोशन सिकनेस में किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई नहीं देते है। यात्रा के दौरान परेशानी होने पर इसके लक्षण दिखाई देते हैं।
मोशन सिकनेस (Motion Sickness) के लक्षणों को ट्रीट करने के लिए ये ट्रीटमेंट अपनाए जा सकते हैं…
मोशन सिकनेस के उपचार के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है जो कि मस्तिष्क की परस्पर विरोधी इनपुट को दबा देते हैं। इस तरह से बीमारी के लक्षणों को कम किया जाता है। इस बीमारी के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार की दवाओं का प्रयोग किया जाता है, जोकि प्रभावी रहती हैं। मोशन सिकनेस दवाएं एंटिहिस्टामाइन्स एंटीथिस्टेमाइंस का उपयोग मोशन की बीमारी के इलाज के लिए किया गया है। मोशन सिकनेस में कुछ ऐसे लक्षण हैं जिनमें दवा का कम असर दिखता है। मोशन सिकनेस के उपचार के लिए एंटीहिस्टामाइन दवाओं के उदाहरणों में शामिल हैं,
इस सिरीज में स्कोपोलामाइन(scopolamine) ट्रांसडरम-स्कोप फेमस मेडिसिन है। इसे मोशन सिकनेस को रोकने के लिए नैदानिक परीक्षणों में प्रभावी दिखाया गया है। स्कैप्टामाइन को आमतौर पर त्वचा पर लगाया जाता है। मोतियाबिंद की परेशानी होने पर व्यक्तियों को स्कोपोलामिन नहीं लेना चाहिए।
इस कैटागिरी की दवायें (फेनेरगन,पेंटाजाइन, मैटोक्लोप्रामाइड) का प्रयोग मोशन सिकनेस को दूर करने के लिए किया जाता है। अन्य मोशन सिकनेस दवाओं से टॉर्टिकोसिलस और टंग प्रोटूशन हो सकता है।
Ephedrine और Amphetamines का उपयोग मोशन सिकनेस के इलाज के लिए किया जाता है। मोशन सिकनेस की अन्य दवाओं के साथ संजोयन से भी कई लाभ देखने को मिले हैं। Benzodiazepines का उपयोग मोशन सिकनेस से ग्रसित लोगों के लिए लाभकारी है।
मोशन सिकनेस से ग्रसित हो जाने के बाद उल्टी और चक्कर की समस्या से निपटने के लिए इन दवाओं का उपयोग किया जाता है।
इस प्रकार की जीवन शैली बदल अपनाकर मोशन सिकनेस की समस्या से राहत पायी जा सकती है..
यात्रा करते समय कार या बस की खिड़की से क्षितिज दिशा की ओर देखने से राहत मिलती है। ऐसा करने से दिमाग का संतुलन बनता है और आराम मिलती है।
कभी भी आप बाहर जाए या यात्रा करें तो झपकी लें , ऐसा करने से आपको राहत मिलेगी।
चबाना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। च्यूगम या स्वीट्स लेने से दिमाग और विजन के बीच बैलेंस रहेगा।
ताजी हवा लेने से मोशन सिकनेस की समस्या से समाधान मिल सकता है।
अदरक को दवा के रूप में लिया जा सकता है। इसके उपयोग से मोशन सिकनेश में राहत मिलती है।
एक्यूप्रेशर की हेल्प से शरीर के कुछ हिस्सों में दबाया जाता है। इसकी हेल्प से राहत मिलती है। एक्यूपंचर की तरह ही एक्यूप्रेशर से भी राहत मिल सकती है। मोशन सिकनेस की समस्या होने पर यात्रा करने के दौरान (हवाई जहाज, ट्रेन, बस) क्षैतिज दिशा की ओर देखें।
यदि आपके मन में कोई भी प्रश्न हो तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें
डिस्क्लेमर
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