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कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट के बारे में जानें यहां!

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya


shalu द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/06/2021

    कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट के बारे में जानें यहां!

    आमतौर पर बढ़ती उम्र के साथ लोगों में कमर दर्द की समस्या होना लाजमी है।ऑफिस में लंबे समय तक बैठकर काम करने से शरीर में कमर कि समस्या होने लगती है। वर्तमान समय में यह समस्या वयस्कों को भी परेशान करती है। अध्ययन से पता चलता है, कि यदि कोई बीमारी योग, एक्सरसाइज या एक्यूप्रेशर से आराम देता है तो यह आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन होता है। यदि आपको कमर दर्द हो रहा है,आप दवा नहीं खाना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है। आज हम आपको कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट (Acupressure points) के बारें में बताएंगे। आपके कमर दर्द के उपाय के तौर पर यह बहुत उपयोगी साबित हो सकता है।

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    एक्यूप्रेशर प्वाइंट (Acupressure points) क्या है?

    एक्यूप्रेशर साइंटिफिक रुप से अपनाई नहीं गई है। लेकिन इसके तरीके से लोगों को दर्द से आराम मिलती है। सबसे पहले एक्यूप्रेशर की उत्पत्ति चीन में लगभग तीन सहस्राब्दी पहले हुई थी।इस प्रक्रिया में दर्द को कम करने के लिए पूरे शरीर में एक्यूप्रेशर  बिंदुओं पर दबाव डाला जाता है। कुछ लोगों को लगता है एक्यूप्रेशर और  एक्यूपंक्चर एक ही है। लेकिन ऐसा नहीं है यह दोनों अलग-अलग तरह से काम करते हैं। एक्यूप्रेशर में आपके शरीर के कुछ हिस्सों को चुना जाता है। जो आपके दर्द हो रहे क्षेत्र से जुड़ा होता है। इस तकनीक में उन प्वाइंट्स पर दबाव डालने से एक महत्वपूर्ण ऊर्जा का प्रवाह प्रोत्साहित होता है।जिससे आपके दर्द में आपको राहत मिलता है। 

    एक्यूप्रेशर काम कैसे करता है?

    एक्यूप्रेशर आपके उन प्वाइंट्स (Acupressure points) को ट्रीगर करता है जो आपको आराम पहुंचा सकती हैं। यह आपके शरीरे के कुछ हिस्सों में दबाव पैदा करने के तरीके से काम करता है। एक्यूप्रेशर करने वाला व्यक्ति अपनी हथेलियों, कोहनी, उंगलियों या पैरों की मदद से शरीर के एक्यूप्वॉइंट पर दबाव बनाता है।इस प्रक्रिया में दबाव के साथ स्ट्रेचिंग और  मसाज भी शामिल किया गया है। यदि आप इसे किसी चिकित्सा केंद्र में करवा रहें हैं तो सबसे पहले आपको किसी मसाज टेबल पर लेटने के लिए कहा जाता है। एक्यूप्रेशर करने वाले प्रोफेशनल इसके बाद शरीर के एक्यू प्वॉइंट्स पर प्रेशर देना शुरू करते हैं। ये लगभग एक घंटे तक का सेशन होता है। यह आप शरीर के कुछ हिस्सों में अपने आप भी कर सकते हैं। हमारे पैरों और शरीर के अंगों का आपस में कनेक्शन होता है। एक्यू प्वॉइंट पर प्रेशर देने से हमारे अंगों को आराम मिलता है। इसके अलावा हमारे शरीर में ब्लड प्रवाह को बनाए रखने में मदद करता है साथ ही शरीर में एंडॉर्फिन रिलीज होता है। 

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    कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट क्या-क्या हैं

    कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट (Acupressure for Low Back Pain) में दबाव बनाने के लिए कभी-कभी कुछ चीजों का प्रयोग भी किया जाता है। इसमें जेल या तेल से मसाज के साथ प्रेशर देने वाली थेरिपी है।एक्यूप्रेशर को हाथों और कुछ मेटल या लकड़ी के उपकरणों की मदद से किया जाता है। इसमें हाथ, पैर, कोहनी आदि के एक्यूप्रेशर वाले स्थान पर प्रेशर बनाया जात है। आइए जानते हैं कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट (Acupressure for Low Back Pain) क्या हो सकते हैं। ये दर्द में कैसे राहत देते हैं।

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    कमर दर्द के लिए पेट प्वाइंट पर एक्यूप्रेशर

    एक्यूप्रेशर द्वारा कमर दर्द (Acupressure for Low Back Pain) के उपाय में सबसे पहले पेट प्वाइंट आता है। चीन के एक्यूप्रेशर  विशेषज्ञ पेट प्वाइंट को ‘सी ऑफ एनर्जी’ कहते हैं। पेट प्वाइंट पर दबाव बनाने के लिए आपको अपने नाभि के दो उंगली के दूरी पर नीचे की तरफ दबाव बनाना चाहिए। दबाव बानने के लिए अपनी तीन अंगुलियां- तर्जनी, मध्यमा और अनामिका को एक साथ रखें। दबाव लगभग 1 मिनट में 2 से 3 बार दबाव बनाने की प्रक्रिया करें। जब हम अपने पेट पर दबाव डालते हैं तो पेट की मांसपेशियां दबाव के कारण मजबूत होती है जो आपके पीठ के निचले हिस्से की समस्याओं को खत्म करने में सक्षम होती है। इससे आपके कमर दर्द में आराम मिल सकता है। जिन लोगों को गैस्ट्रिक परेशानी होती है। उन लोगों को अपनी हथेली के आधार का उपयोग जेंटलर दबाव लागू करने के लिए कर सकते हैं। इससे आपको राहत मिल सकती है।

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    कमर दर्द के लिए लोअर बैक प्वाइंट

    लोअर बैक प्वाइंट को ‘सी ऑफ विटैलिटी’ के नाम से भी जाना जाता है।आपके लोवर बैक में रीढ़ के नीचे से दूसरे और तीसरे कशेरुक के बीच बिंदु पर दबाव डालने से पीठ के निचले हिस्से के दर्द से राहत मिलती है। इसके साथ-साथ ये सायटिका के दर्द से भी आराम मिलता है। इस बिंदु पर कुछ मिनट तक आप इस तकनीक को प्रयोग कर सकते हैं।

    कोहनी पर दबाव

    कमर दर्द के उपाय के लिए कोहनी पर दबाव करके भी एक्यूप्रेशर किया जाता है। सबसे पहले आप एक आरामदायक स्थिति में बैठ जाइए। अब अपनी कोहनी की मालिश करें। इस एक्यूप्रेशर प्वाइंट को जानने के लिए कोहनी के पास 4 अंगुली घुमाएं। यह आप शरीर के उस तरफ से शुरू करें जो अधिक दर्द कर रहा है। अच्छा रिजल्ट पाने के लिए आप इसे 3-4 बार 30-30 सेकंड के लिए कर सकते हैं।

    किडनी शू या ब्लैडर 23

    इस प्रक्रिया को करने में आपको किसी कि सहायता लेने की आवश्यकता पड़ सकती है। यह प्वाइंट आपके हिपबोन और रिब पिंजरे के बीच आपकी पीठ में है। इसमें आप इन बिंदु पर तब तक दबाव डालने को बोले जब तक आप सहन कर सके। इसके बाद आप रुकने को बोल दें। इस प्रक्रिया को लगभग 1 मिनट तक करने के लिए कहें। यह मांसपेशियों में तनाव को कम करने में मदद करेगा। जिससे आपके पीठ के निचले हिस्से में दर्द से राहत मिलेगा।

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    पैर एक्यूप्रेशर 

    कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट में पैर के प्वाइंट पर दबाव बनाने से भी आराम मिलता है। इसमें अपने दाहिने घुटने को मोड़ें। अपने दाहिने हाथ से अपने पैर के करीब जाएं। यह प्वाइंट आपके अंगुठे  और तर्जनी अंगुली बीच में पाया जाता है। जहां वे दोनों अंगुलियां जुड़ती है वहां से  2 अंगुल ऊपर जाकर हम इस प्वाइंट पर दबाव बना सकते हैं। अपने अंगूठे या तर्जनी के साथ मध्यम से मजबूत दबाव लागू करें। इससे आपको कमर दर्द से राहत मिल सकती है।इसे आप 2 बार कर सकते हैं।

    हिपबोन पॉइंट्स

    कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट में हिपबोन पॉइंट पर भी दबाव बनाकर आराम पाया जा सकता है। हिपबोन पॉइंट्स आपकी रीढ़ के निचले भाग में लगभग दो उंगली की चौड़ाई पर स्थित होता हैं, जो आपके हिपबोन के शीर्ष और आपके नितंबों के आधार के बीच में है। इसपर बहुत अधिक दबाव नहीं बनाया जाता है। हल्के दबाव से ही आपको राहत मिल सकता है।हिप्बोन पॉइंट्स पर दबाव बनाने से आपको पैल्विक तनाव से राहत मिलेगी। 

    छोटी आंत 11

    कमर के निचले हिस्से में दर्द से राहत के साथ-साथ यदि आपके कंधों में भी दर्द है तो इस एक्यूप्रेशर प्वाइंट से आपको दोनों में राहत मिल सकती है।आपके पीठ के ब्लेड यानि बैक विंग्स के बीच में, आपको अपनी उंगलियों की मदद से दबाव बनाना है। इससे आपको दोनों दर्द में राहत मिल सकती है।

    हाथों पर एक्यूप्रेशर प्वाइंट

    कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट (Acupressure for Low Back Pain) में हाथ पर दबाव बनाया जाता है। इसमें आपको अपने दाएं हाथ को दूसरे हाथ से पकड़ना है।इसके पश्चात् अपने दाएं हाथ के अंगूठे और पहली उंगली के गैप को बाएं हाथ से दबाएं।इस प्रक्रिया आपको बहुत धीरे-धीरे दबाव बढ़ाना है। अब इसपर कुछ सेकंड के लिए दबाव बढ़ा दें। इस प्रक्रिया  को आप 2 से 3 बार दोहरा सकते हैं। इस प्वाइंट पर मसाज से कमर दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा सिर दर्द जैसी समस्याओं से भी आराम मिलता है।

    घुटने के पीछे प्वाइंट

    घुटने के पीछे वाले हिस्से पर, आप इस दबाव बिंदु को पा सकते हैं।इस जगह को कई बार कमांडिंग मिडिल भी कहा जाता है। यहाँ तंत्रिकाएँ और वाहिकाएँ होती हैं जिन्हें बहुत अधिक मालिश से घायल किया जा सकता है। बिंदु पर कोमल दबाव लागू करें।इस जगह पर दबाव बनाने से आपके पीठ के दर्द में राहत मिलती है। इसके साथ ही आपको सायटिका के दर्द ,से भी आराम मिलता है। इससे कूल्हे का दर्द भी कम होता है।

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    एक्यूप्रेशर के फायदे (Benefits of Acupressure point)

    • मूड अच्छा करने में मदद करता  है
    • अगर आपकी तबियत खराब है तो हाथों और पैरों की मसाज आपको जल्दी ठीक होने में मदद करती है
    • किनस को ठीक करने में मदद करता है
    • इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है
    • कैंसर से लड़ने में मदद करता है
    • नर्व की समस्या को दूर करने के साथ सुन्नपन से भी राहत पहुँचता है
    • हॉर्मोन को संतुलित करता है
    • शोधन तंत्र को दुरुस्त करता है
    • आर्थराइटिस पेन को ठीक करता है
    • तनाव और चिंता को कम करता है
    • दर्द को कम करता है
    • बैक्टीरियल इंफेक्शन कम करने में मदद करता है। 
    • पीठ दर्द से राहत दिलाता है
    • फर्टिलिटी को बढ़ाता है

    अगर आप कमर दर्द की समस्या से परेशान हैं और एक्यूप्रेशर पॉइंट्स से इलाज करवाना चाहते हैं, तो इस बारे में एक्यूप्रेशर एक्सपर्ट से कंसल्ट करें।

    डिस्क्लेमर

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