नियरसाइटेडनेस से कई तरह की सामान्य और गंभीर जटिलताएं जुड़ी हुई हैं, जैसेः
दनचर्या में समस्या
जब आपको चीजें स्पष्ट रूप से दिखेंगी ही नहीं तो आप अपना काम ठीक तरह से नहीं कर पाएंगे। धुंधली दृष्टि की वजह से आप अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों का पूरा आनंद नहीं ले पाएंगे।
आंखों पर दबाव
नियरसाइटेडनेस की वजह से फोकस करने के लिए आपको बार-बार पलकें झपकानी पड़ती है या आंखों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। आंखों पर दवाब पड़ने से सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
सुरक्षा
धुंधली दृष्टि के कारण आप न तो ठीक तरह से अपनी सुरक्षा कर पाएंगे और साथ ही आपकी धुंधली दृष्टि दूसरों की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकती है, खासतौर पर जब आप कार या कोई अन्य व्हीकल चला रहे हों।
आर्थिक भार
करेक्टिव लेंस, आई चेकअप और मेडिकल ट्रीटमेंट पर बहुत खर्च होता है जो आपका बजट बिगाड़ देता है।
आंखों की अन्य समस्याएं
गंभीर नियरसाइटेडनेस कई अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है जैसे- रेटिना का अलग होना, ग्लूकोमा, मोतियाबिंद और मायोपिक मैकुलोपैथी (रेटिना के बीच के हिस्से का क्षतिग्रस्त होना)। लंबे आईबॉल के टिशू खिंचते हैं और पतले हो जाते हैं जिससे आंख से पानी आना, सूजन, नई रक्त वाहिकाओं का कमजोर होना और निशान पड़ने की संभावना रहती है।
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निदान व उपचार
नियरसाइटेडनेस (निकटदर्शिता) का निदान व उपचार
आंखों की सामान्य जांच से नियरसाइटेडनेस का पता चल सकता है। इसके बाद डॉक्टर आपकी स्थिति को देखते हुए चश्मा, कॉन्टैक्ट लेंस या रिफ्लेक्टिव सर्जरी की सलाह दे सकता है।