परिभाषा
टूरेट सिंड्रोम (Tourette Syndrome) क्या है?
टूरेट सिंड्रोम (Tourette Syndrome) तंत्रिका तंत्र की एक ऐसी समस्या है, जिसके कारण बीमार व्यक्ति अचानक कोई हलचल या आवाज करता है, जिसे टिक्स कहा जाता है। इसे वे नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। जैसे टूरेट से पीड़ित व्यक्ति का बार-बार पलक झपकाना या गला साफ करना। इसमें कुछ लोग ऐसे शब्द भी बोल सकते हैं, जो वे नहीं बोलना चाहते हैं।
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क्या टूरेट सिंड्रोम एक आम बीमारी है?
सीडीसी के द्वारा न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पर दी गई पहली रिपोर्ट के अनुसार, टूरेट सिंड्रोम संयुक्त राज्य अमेरिका में छह से 17 वर्ष तक की आयु के हर एक हजार बच्चों में से तीन में बच्चों में देखने को मिलता है। MMWR की स्टडी के अनुसार, टूरेट सिंड्रोम लड़कियों की तुलना में लड़कों में तीन गुना अधिक पाया जाता है। यह सिंड्रोम छह से 11 साल के बच्चों की तुलना में 12 से 17 साल के बच्चों को दोगुना ज्यादा प्रभावित करता है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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लक्षण
टूरेट सिंड्रोम के क्या लक्षण हैं (What are the symptoms of Tourette’s syndrome)?
इसका मुख्य लक्षण टिक्स है। तनाव, उत्तेजना, बीमार या थका हुआ होना, उन्हें बदतर बना सकता है। ये दो प्रकार के होते हैं:
शारीरिक टिक्स के कुछ उदाहरण:
मौखिक टिक के उदाहरण –
- चिल्लाना
- अपना गला बार-बार साफ करना
- खांसी
- घरघराना
- किसी की बात को दोहराना
कुछ टिक्स सरल या जटिल हो सकते हैं। एक सिंपल टिक शरीर के एक या कुछ हिस्सों को प्रभावित करता है, जैसे आंखों को झपकाना या चेहरा बनाना। जबकि, एक जटिल टिक्स में शरीर के कई हिस्से या कहे गए शब्द को रिपीट करना शामिल होता है। कूदना और बार-बार कसम खाना इसके उदाहरण हैं।
टूरेट से ग्रसित लगभग आधे लोगों में अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) के लक्षण भी दिखते हैं। जिससे आपको ध्यान देनें, स्थिर रहने और कार्यों को पूरा करने में परेशानी हो सकती है।
टूरेट की समस्या से पीड़ित लोगों में नीचे बताई गई समस्या हो सकती है:
- चिंता
- डिस्लेक्सिया जैसी सीखने की अक्षमता
- ओसीडी (OCD) – ऐसे विचार और व्यवहार, जिन्हें आप नियंत्रित नहीं कर सकते, जैसे बार-बार हाथ धोना।
इसके कुछ और लक्षण भी हो सकते हैं। यदि आपके पास इन संकेतों के बारे में कोई प्रश्न हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
- यदि आप अपने बच्चे को अनैच्छिक गतिविधि या आवाजों को करते हुए नोटिस करते हैं, तो बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
- सभी टिक्स टूरेट सिंड्रोम का संकेत नहीं होते हैं। कई बच्चे ऐसे टिक्स विकसित करते हैं, जो कुछ हफ्तों या महीनों के बाद अपने आप चले जाते हैं। वहीं, जब भी कोई बच्चा असामान्य व्यवहार करता है, तो उसके कारण की पहचान करना और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का पता लगाना जरूरी हो जाता है।
अगर आपको नीचे बताई गई समस्या में से कोई भी समस्या है, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हर किसी का शरीर अलग तरीके से कार्य करता है। अपनी स्थिति के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा होता है।
कारण
टूरेट सिंड्रोम का क्या कारण होता है (What causes Tourette’s syndrome)?
टूरेट को मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों से जोड़ा गया है जिसमें, बेसल गैंग्लिया क्षेत्र भी शामिल है। इसका कार्य शरीर की गतिविधियों को नियंत्रण करना है। यह अंतर तंत्रिका कोशिकाओं और उनके बीच संदेश ले जाने वाले केमिकल को प्रभावित कर सकता है। डॉक्टरों का अनुमान है कि मस्तिष्क नेटवर्क के इस हिस्से में परेशानी के कारण टॉरेट हो सकता है। मस्तिष्क में इन समस्याओं का कारण क्या है यह अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन, जीन शायद एक भूमिका निभाते हैं। इसके और भी कारण हो सकते हैं। जो लोग टूरेट से ग्रसित हैं, उनके परिवार में इस बीमारी के होने की संभावना बढ़ जाती है लेकिन, एक ही परिवार के लोगों में अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं।
जोखिम
टूरेट सिंड्रोम का खतरा किन कारणों से बढ़ जाता है (What factors increase the risk of Tourette’s syndrome)?
सिंड्रोम के कई जोखिम कारक हैं, जैसे:
- विकार का पारिवारिक इतिहास: अगर परिवार (रक्त संबंध) में किसी को टूरेट सिंड्रोम या अन्य टिक संबंधी कोई विकार है, तो इससे परिवार में विकार का खतरा बढ़ जाता है।
- लिंग: महिलाओं की तुलना में, पुरुषों में इस समस्या का जोखिम तीन से चार गुना अधिक होता है।
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निदान और उपचार
दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
टूरेट सिंड्रोम का निदान कैसे किया जाता है (How is Tourette Syndrome Diagnosed)?
अगर आपके या आपके बच्चे में टूरेट के लक्षण हैं, तो डॉक्टर आपको एक न्यूरोलॉजिस्ट या विशेषज्ञ को दिखाने के लिए कह सकता है। इस सिंड्रोम की पुष्टि के लिए कोई परीक्षण नहीं है लेकिन, वह आपसे कुछ सवाल पूछेंगे, जैसे:
- आपने आज यहां क्या नोटिस किया?
- क्या आप कभी किसी की बातों को रिपीट करते हैं या बिना मतलब के आवाजें निकालते हैं? ऐसा कब से कर रहे हैं?
- क्या कुछ भी आपके लक्षणों को बेहतर बनाता है या उन्हें और बिगाड़ता है?
- क्या आप चिंतित महसूस करते हैं या ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है?
- क्या आपके परिवार में किसी और को भी इस प्रकार के लक्षण हैं?
आपका डॉक्टर आपके मस्तिष्क का इमेजिंग टेस्ट कर सकता है ताकि, टूरेट के लक्षणों का सही से पता लगाया जा सके। ये हो सकते हैं-
- सीटी स्कैन।
- एक ऐसा टेस्ट, जिसमें मैग्नेट और रेडियो तरंगो के द्वारा शरीर के अंदर अंगों और संरचनाओं की तस्वीरें स्पष्ट दिखती हैं।
टूरेट सिंड्रोम का इलाज कैसे किया जाता है (How is Tourette Syndrome Treated)?
कई बार, टिक्स बहुत कम होते हैं और उन्हें इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। यदि टिक्स एक समस्या बन जाते हैं, तो डॉक्टर कुछ दवाएं लिख सकते हैं। दवाओं में शामिल हैं:
- हैलोपेरीडोल (हल्डोल), फ्लुफेनाज (प्रोलिक्सिन) और पिमोजाइड (ओराप), ये दवाएं टिक्स को नियंत्रित करने के लिए डोपामाइन नामक मस्तिष्क रसायन पर काम करती हैं।
- क्लोनिडीन (कैटाप्रेस) और गुआनफैसिन (टेनेक्स, इंटुनिव), ये हाई ब्लड प्रेशर वाली दवाएं हैं, जो टिक्स का इलाज भी कर सकती हैं।
- फ्लुओक्सेटिन (प्रोजैक), पैरॉक्सिटाइन (पैक्सिल), सेराट्रलाइन (जोलॉफ्ट) और अन्य एंटीडिपेंटेंट्स, जो चिंता, उदासी और ओसीडी के लक्षणों से छुटकारा दिला सकती हैं।
- दवा के साथ, आप थेरिपी भी ले सकते हैं। एक मनोवैज्ञानिक (साइकोलॉजिस्ट) या काउंसलर आपको टिक्स की वजह से होने वाली सामाजिक समस्याओं से निपटने में मदद कर सकते हैं।
- बिहेवियर थेरिपी भी मदद कर सकती है।
- हैबिट रिवर्सल ट्रेनिंग एक विशेष प्रकार का परीक्षण है, जिसमें टिक को मैनेज करना सिखाया जाता है।
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जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
क्या जीवनशैली बदलाव या घरेलू उपचार से मुझे टूरेट सिंड्रोम से निपटने में मदद मिल सकती हैं (Can lifestyle changes or home remedies help me deal with Tourette’s syndrome)?
नीचे बताई गई जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको टूरेट सिंड्रोम से निपटने में मदद कर सकते हैं:
- सहायता लें : आपका परिवार, मित्र, डॉक्टर या सपोर्ट ग्रुप आपको टूरेट की चुनौतियों का सामना करने में मदद कर सकते हैं।
- सक्रिय रहें : खेलना, पेंटिंग आदि गतिविधियां आपके दिमाग को आपके लक्षणों से दूर ले जाएंगी।
- आराम करें : किताब पढ़ें, संगीत सुनें, ध्यान करें या योग करें। ऐसी गतिविधियां करें, जिसमें आपको आनंद आता हो। इससे तनाव का सामना करने में मदद कर सकती।
- जानकारी लें : अपनी स्थिति के बारे में सब कुछ जानें, जिससे आपको पता चले कि लक्षण होने पर आपको क्या करना है।
- अगर आपके बच्चे में टूरेट सिंड्रोम है, तो इस बारे में उसके स्कूल से बात करें।
- सामाजिक रूप से फिट रहना भी बीमारी से ग्रसित बच्चे के लिए कठिन हो सकता है। बच्चे को अन्य बच्चों से मिलने वाली टिप्पणियों को मैनेज करने का तरीका सिखाएं।
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।
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