मूल बातें जानिए
गले और मुंह की सर्जरी के बारे में जानकारी
गले, मुंह, चेहरे की संरचना में आने वाली किसी भी परेशानी को ठीक करने के लिए की जाने वाली सर्जरी को OMS (Oral and Maxillofacial Surgery) कहते हैं। इस सर्जरी की मदद से क्लेफ्ट पैलेट (Cleft Palette), जबड़ों या फिर होंठों के किसी भी विकार का सुधार किया जा सकता है। इस सर्जरी में कोमल और कठोर टिशूज को ऑपरेट कर चेहरे या गले के रूप में बदलाव किया जाता है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि कैसे गले और मुंह की सर्जरी की की जाती है और इस दौरान किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है।
गले और मुंह की सर्जरी: टूथ एक्सट्रैक्शन
अगर आपका विजडम टीथ (Wisdom Tooth) बाहर नहीं आ पाया है तो ये संभव है कि आपको इसे बाहर निकलवाने के लिए सर्जरी करवानी पड़े। अगर आप ये सर्जरी नहीं करवाते हैं तो हो सकता है आपको खाना खाने में भी परेशानी हो। खाना सही ढंग से चबाने के लिए जरूरी है कि सभी दांत सही पोजीशन में हों।
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क्लेफ्ट पैलेट रिपेयर सर्जरी
जब बच्चा गर्भ में विकसित होता है तब चेहरे की त्वचा का दायां और बायां भाग जुड़कर मुंह के ऊपर पैलेट का र्निर्माण करता है। अगर ये पैलेट सही ढंग से नहीं बनता है तो छेद हो जाता है। इस छेद को भरने के लिए सर्जरी करनी पड़ती है। इस सर्जरी को ही क्लेफ्ट पैलेट रिपेयर सर्जरी कहते हैं।
गले और मुंह की सर्जरी: फेशियल एप्निया, चेहरे में दर्द या फिर संक्रमण
इन सभी परिस्थितयों में अक्सर चेहरे पर निशान पड़ जाते हैं। ये निशान आसानी से नहीं जाएंगें, अगर स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर है तो आपको ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी का सहारा लेना पड़ सकता है।
गले और मुंह की सर्जरी: मैक्सिलोफेशियल सर्जरी के दौरान क्या होता है?
मैक्सिलोफेशियल सर्जरी को मेडिसिन और सर्जरी के बीच का ब्रिज भी कहा जाता है। आमतौर पर इस सर्जरी के बाद आपको हॉस्पिटल में रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सर्जरी के दौरान आपको लोकल एनेस्थेसिया दिया जाएगा।
प्रक्रिया
गले और मुंह की सर्जरी: टूथ एक्सट्रैक्शन की प्रक्रिया
टूथ एक्सट्रैक्शन एक प्रकार का सर्जिकल प्रोसीजर है, जिसमें एक या अधिक विसडम तीथ को निकाला जाता है। परमानेंट एडल्ट टीथ माउथ के कॉर्नर में ऊपर की ओर व नीचे की ओर होते हैं। इन टीथ को सेंसिटिव टीथ भी कहा जाता है। जब ये टीथ सही से ग्रो नहीं कर पाते हैं तो उस स्थान में दर्द की समस्या, इंफेक्शन की समस्या के साथ ही अन्य डेंटल प्रॉब्लम भी शुरू हो जाती है। ऐसे में सर्जरी ही एक मात्र साधन होता है। भविष्य में किसी भी तरह की डेंटल प्रॉब्लम से बचने के लिए डॉक्टर टूथ एक्सट्रैक्शन सर्जरी की सलाह देते हैं।
टूथ एक्सट्रैक्शन की प्रक्रिया में सर्जन गम में चीरा (incision) लगाते हैं और बोन को निकालते हैं। इस दौरान दर्द का अहसास नहीं होता है क्योंकि डॉक्टर इंजेक्शन की मदद से पहले ही उस स्थान को सुन्न (numb) कर देते हैं। अगर आपके दांत के आसपास अधिक संक्रमण है तो ऐसे में डॉक्टर बेहोश भी कर सकता है। टूथ एक्सट्रैक्शन सर्जरी में कॉम्प्लीकेशन रेयर ही होते हैं।
गले और मुंह की सर्जरी: क्लेफ्ट पैलेट रिपेयर सर्जरी
गले और मुंह की सर्जरी में क्लेफ्ट पैलेट रिपेयर सर्जरी भी शामिल है। इस सर्जरी में मुंह के ऊपरी हिस्से में सर्जरी की जाती है। बच्चे के तालु या फिर क्लेफ्ट पैलेट की सर्जरी के दौरान डॉक्टर बच्चे को एनेस्थीसिया देता है। सर्जरी के पहले सर्जन बच्चे को कुछ खाने-पीने की सलाह दे सकता है। ऐसा जनरल एनेस्थीसिया देने के पहले जरूरी होता है। सर्जरी में आमतौर पर 2 से 6 घंटे का समय लग सकता है। बाकी इस बात पर निर्भर करता है कि समस्या कितनी बड़ी है। क्लेफ्ट पैलेट रिपेयर सर्जरी के बाद बच्चे को एक दिन के लिए हॉस्पिटल में रहना पड़ सकता है। सर्जरी के पहले और सर्जरी के बाद में क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लें। आप क्लेफ्ट पैलेट रिपेयर सर्जरी के बारे में अगर अधिक जानकारी चाहते हैं तो डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करें।
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रिकवरी
गले और मुंह की सर्जरी की रिकवरी
- टूथ एक्सट्रैक्शन की प्रक्रिया के बाद डॉक्टर आपको दो से तीन दिन तक तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दे सकता है।
- टूथ एक्सट्रैक्शन के तीन से चार दिन बाद आपको आराम महसूस होगा।
- टूथ एक्सट्रैक्शन के एक सप्ताह बाद तक भी अगर आप मुंह में किसी प्रकार का दर्द महसूस करते हैं तो बेहतर होगा कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- वहीं क्लेफ्ट पैलेट रिपेयर सर्जरी होने के बाद डॉक्टर आपको सलाह देगा कि बच्चे को क्या खिलाना चाहिए और क्या नहीं।
- आपको डॉक्टर ने गले और मुंह की सर्जरी के पहले जो भी सलाह दी हो, उसका पालन करें और साथ ही सभी सावधानियों का ध्यान रखें। अगर आप सभी सलाह को मानेंगे तो रिकवरी तेजी से होगी।
किन स्थितियों में मैक्सिलोफेशियल सर्जरी हो सकती है कारगर?
- चेहरे की ऐसी सर्जरी जिसमें छोटे वैस्क्यूलर टिशूज की संरचना की जाती है वह इस सर्जरी के अंतर्गत आ सकती है।
- अगर आपके चेहरे में असमानता है और आप चाहते हैं कि आपका चेहरा समान दिखे तो भी आप ये सर्जरी करवा सकते हैं।
- किसी तरह की गांठ या कैंसर के इलाज के लिए भी ये सर्जरी करवाई जा सकती है।
- अगर आपके दांतों में कोई परेशानी है या फिर आपका कोई दांत ऐसा है जिसकी वजह से आपको खाने में परेशानी आ रही है तो भी सर्जरी का सहारा लिया जा सकता है।
- इस सर्जरी के नेचर को देखते हुए कई बार मैक्सिलोफेशियल सर्जन ENT सर्जन, क्लीनिकल ऑन्कोलॉजिस्ट (Clinical Oncologist), प्लास्टिक सर्जन और रेडियोलोजिस्ट की मदद भी लेते हैं।
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कैसे आधुनिक जांचों का पड़ा प्रभाव?
बढ़ते हुए समय के साथ कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT Scan की प्रक्रिया), मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI की प्रोसेस) और रेडियोलॉजी (Radiology) का गहरा प्रभाव पड़ा है। इन तकनीकों की मदद से सिर के ऊपरी हिस्से को सही ढंग से देखा जा सका जिससे इस सर्जरी के प्रारूप में कई सकारात्मक बदलाव आएं हैं। इन तकनीकों की मदद से डॉक्टर और भी बारीकी से सिर और गले को स्कैन कर पाते हैं जिससे सर्जरी सही ढंग से की जा सकती है।
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