अच्छा जीवन जीने के लिए अच्छा स्वास्थ्य बहुत जरूरी है। रोजमर्रा की व्यस्त जिंदगी में जरूरी काम और खाने के अलावा बहुत ही कम लोग होंगे, जो हेल्थ के बारे में सोचते हैं। यहां हेल्थ से मतलब पौष्टिक आहार, शांत मन और एक्सरसाइज से है। लोग बीमार होने पर हेल्थ के बारे में जरूर सोचते हैं। ऐसा हेल्थ अवेयरनेस में कमी के कारण हो सकता है। जब हमे यही पता नहीं होगा कि शरीर को कैसे स्वस्थ्य रखा जा सकता है या फिर किन सुविधाओं का लाभ उठाकर हम हेल्दी लाइफ जी सकते हैं, तब तक भला हम कैसे इस दिशा में आगे कदम उठाएंगे। हेल्थ अवेयरनेस को लेकर महिलाएं आगे आई हैं और कई माध्यमों से लोगों को अच्छी लाइफस्टाइल जीने की कला सिखा रही हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको उन महिलाओं से रूबरू करवाएंगे, जो हेल्थ अवेयरनेस को बढ़ावा दे रही हैं और महिलाओं के लिए हेल्थ अवेयरनेस के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म तैयार कर रही हैं।
सुनैना रेखी (Sunaina Rekhi)
हेल्थ है तो हम हैं। ये कहने की जरूर नहीं है कि हमारी सेहत ही सब कुछ है। अगर आप फिट नहीं हैं, तो आपको कुछ भी अच्छा नहीं लगेगा। लोगों को फिट रखने की ऐसी ही मुहिम चलाई सुनैना रेखी ने। सुनैना रेखी योगा एक्सपर्ट हैं। सुनैना कहती हैं कि बॉडी को फिट रखने के लिए योग बहुत जरूरी होता है। अगर आप रोजाना अपने खानपान पर ध्यान देने के साथ ही एक्सरसाइज या योग करते हैं, तो आप फिट रह सकते हैं। सुनैना आगे कहती हैं कि मैं और मेरी बेटी वेजीटेबल्स और फ्रूट्स को रोजाना खाने में शामिल करते हैं। आपको जो भी दाल पसंद हो, उन्हें स्प्राउट्स के रूप में खाने में शामिल करें। आप नट्स को भी खाने में शामिल करें क्योंकि ये दिमाग को तेज करने का काम करता है। सुनैना आगे कहती हैं कि जरूरी नहीं है कि आप एक्सरसाइज या योग करने के लिए घर के बाहर जाए। आप घर पर रहकर भी एक्सरसाइज या योग कर सकते हैं। आप चेयर योग, योगा फॉर वेट लॉस, बिगिनर्स योगा गाइड आदि की हेल्प ले सकते हैं। सुनैना प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए जरूरी योग के बारे में जानकारी दे चुकी है। सुनैना कहती हैं कि प्रेग्नेंट महिलाएं भुंजग आसन न करने की राय देती है। सुनैना फेसबुक और इंस्टाग्राम में लोगों को योग सिखाती हैं और उन्हें योग की बारीकियों के बारे में जानकारी देती है।
सुनैना रेखी से योग टिप्स जानने के लिए देखें ये वीडियो –
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सुचिता गुप्ता (Shuchita Gupta)
उम्र बढ़ने के साथ ही बुजुर्गों को मेडिकल केयर की जरूरत पड़ती है। भले ही आप और हम लोग बीमार पड़ने पर डॉक्टर के पास जाते हो लेकिन बुजुर्गों को हमेशा केयर प्रोवाइडर की जरूरत पड़ती है। इस समस्या से छुटकारे के लिए केयर फॉर पेरेंट्स हेल्थटेक स्टार्टअप काम कर रहा है। केयर फॉर पेरेंट्स (Care4Parents) की को-फाउंडर और डायरेक्टर सुचिता गुप्ता ने एक पब्लिकेशन को दिए इंटरव्यू में बताया कि डिजिटल हेल्थ केयर इंडस्ट्री आने वाले समय में लॉर्जेस्ट सेक्टर बनने वाला है। ये हेल्थ को लेकर अवेयरनेस फैलाने के साथ ही लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करा रहा है। इंडिया में डिजिटल हेल्थकेयर स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना महामारी के कारण लोग हेल्थ से जुड़े जरूरी मुद्दों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। ऐसे में डिजिटल हेल्थ केयर सेक्टर उन्हें अवेयर कर रहा हैं। टेलीमेडिसिन, डिजिटल रिकॉर्ड आदि डिजिटल केयर हेल्थ सॉल्युशन हैं। आप डिजिटल मीडियम के माध्यम से डॉक्टर से अपने परेशानी शेयर कर सकते हैं और साथ ही बीमारी का इलाज भी आसानी से कर सकते हैं। पेशेंट का मेडिकल डिजिटल रिकॉर्ड भविष्य में होने वाली बीमारियों को दूर करने में मदद करने का काम करता है।
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निहारिका राजीव (Neiharika Rajiv)
अधिक उम्र में बीमार पड़ना और डॉक्टर से इलाज कराना वाकई बहुत कठिन काम होता है। डॉक्टर को दिखाने के लिए लम्बी लाइन लगाना और रिपोर्ट्स को संभालकर रखना वाकई जिम्मेदारी का काम है। अगर कोई भी रिपोर्ट इधर-उधर हो जाए, तो आपको बीमारा का इलाज कराने में दिक्कत आ सकती है। इन समस्याओं से निजात के लिए वीमन इंटरप्रेन्योर निहारिका राजीव ने एक एप बनाया। एप की हेल्प से एल्डर आसानी से हेल्थकेयर के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सुविदा केयर एप (SuvidaCare) निहारिका राजीव ने बनाया है, जिसकी सहायता से आप आसानी से अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं और साथ ही आप आसानी से घर में मेडिकल रिकॉर्ड भी ट्रेक कर सकते हैं। सुविदा केयर भारत में गवर्ममेंट ऑफ इंडिया के तहत शुरू किए गया स्टार्टअप है। एक पब्लिकेशन को दिए गए इंटरव्यू में निहारिका राजीव ने बताया कि बिना किसी मदद के बुजुर्गों के लिए डायलिसिस सेंटर में जाना या फिर मोतियाबिंद का इलाज कराना वाकई कठिन काम है। निहारिका एक पेशेंट का अनुभव शेयर करते हुए बताती हैं कि एक बजुर्ग महिला अपनी बेटी के साथ मोतियाबिंद सर्जरी के बाद हमारे यहां विजिट पर आई थी। हमारे मैनेजर ने उनकी केयर की और साथ ही जरूरी बातें बताई। ये उनका विश्वास ही है कि अगली बार जब उनकी बेटी ने उनसे साथ चलने की बात कही, तो उन्होंने कहा कि तुम्हें जाने की जरूरत नहीं है, सुविदा केयर है न।
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मधु खंडेलवाल गुप्ता (Madhu Khandelwal Gupta)
आपको आमिर खान का सत्यमेव जयते सीरियल जरूर याद होगा, जिसमें आमिर हमारे देश में किसी भी समस्या और उसके सुझाव को लेकर बात करते थे। एक बार उन्होंने जेनेरिक मेडिसिन और उससे जुड़े बेनिफिट्स के बारे में भी बात की। इस एपिसोड को देखकर यूएसए में रहने वाली मधु को सोचने पर मजबूर कर दिया। जब मधु ने मेरा मेडीकेयर (Mera Medicare) की नींव रखी। भारत में आज भी लोग ऑनलाइन मेडिसिन खरीदने से घबराते हैं और उनके मन में इसको लेकर बहुत से मिथ है। मेरा मेडीकेयर की हेल्प से आप दवाओं की कम लागत के साथ आसानी से अपने घर में मेडिसिन मंगवा सकते हैं। अगर आपको दवा के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो वो भी आपको आसानी से उपलब्ध हो सकती है।
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मीना गणेश (Meena Ganesh)
अधिक उम्र में बीमार पड़ने या फिर किसी सर्जरी के बाद घर जाने पर लंबे समय तक पेशेंट को क्लीनिकल सपोर्ट की जरूरत पड़ती है। पेशेंट के लिए रोजाना हॉस्पिटल आकर चेकअप या ट्रीटमेंट कराना आसान नहीं होता है। इसी समस्या को देखते हुए मीना गणेश ने हेल्थ टेक स्टार्टअप को शुरू करने का ठाना। पोर्टिया मेडिकल (Portea Medical) जरूरतमंदों को घर में मेडिकल फेसिलिटी उपलब्ध कराने का काम करता है। एक पब्लिकेशन को दिए इंटरव्यू में मीना गणेश ने बताया कि ऑपरेशन के बाद किसी भी पेशेंट को घर में भी मेडिकल केयर की जरूर पड़ती है। इस वक्त पोर्टिया मेडिकल (Portea Medical) की सुधिवा 16 शहरों में मौजूद है और ये फिजियोथेरेपी, नर्सिंग, अटेंडेंट, होम हेल्थ एड (home health aide), डॉक्टर विजिट, लैब टेस्ट और मदर केयर जैसे सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। घरेलू चिकित्सा सेवाओं के लिए ये हेल्थ टेक स्टार्टअप तेजी से लोगों के बीच अपनी जगह बना रहा है।
वैशाली गुप्ता (Vaishali Gupta)
अगर हम आपसे कहेंगे कि अधिक कैफीन का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, तो आप इस बात पर आसानी से यकीन कर लेंगे। आपके मन में ये विचार भी आएगा कि दिन में एक कप चाय या कॉफी पीने से सेहत पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। ये बात तो सही है लेकिन क्या कैफीन से बने प्रोडक्ट शरीर को फायदा पहुंचा सकते हैं। हो सकता है कि आप सोच रहे हो कि ऐसा पॉसिबल है क्या? जी हां! आंखों में थकान या हल्की सूजन को दूर करने के लिए टी बैग का यूज किया जाता है। शायद आपने ये बात सुनी होगी। बस इसी बात से तीन दोस्तों वैशाली गुप्ता, विकास और मोहित को कुछ नया करने का सूझा। तीनों ने मिलकर एमकैफीन ब्रांड से ऐसे प्रोडक्ट बनाने शुरू किए, जो स्किन और हेयर को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं। इंडिया की ये पहली ऐसी कंपनी है, जो कैफीन से स्किन केयर और हेयर केयर के लिए प्रोडक्ट बनाती है।
महक मलिक (Mehak Malik)
जब महिलाओं को प्रजनन संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ता है, तो उन्हें नहीं पता होता कि कौन-से डॉक्टर से बात करें। कुछ महिलाओं को इस संबंध में बात करने में झिझक भी महसूस होती है। इन समस्याओं को देखते हुए महक मलिक से कोरोना महामारी के दौरान यूवी हेल्थ (Uvi Health) की शुरुआत की। यूवी हेल्थ मुख्य रूप से पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome) संबंधित समस्याओं को ठीक करने पर फोकस कर रहा है। यूवी हेल्थ के तहत प्रोग्राम ऑर्गेनाइज करवाए जाते हैं, जो महिला रोग विशेषज्ञ (gynecologists), न्यूट्रीशनिस्ट( nutritionists) और फिटनेस एक्सपर्ट डिजाइन करते हैं। कोई भी महिला डिजिटल माध्यम से इन प्रोग्राम्स को देख सकती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से उन महिलाओं के बारे में जानने में मदद मिली होगी, जो हेल्थ अवेयरनेस को लेकर काम कर रही है और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध करा रही है। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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