फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट खतरनाक नहीं है और यह आपके कैंसर के खतरे को नहीं बढ़ाता है, लेकिन सेल्फ चेक करने पर आपको ब्रेस्ट में हो रहे बदलाव और नए गांठ के बारे में सही तौर पर पता नहीं चलता। इसलिए किसी तरह का बदलाव महसूस होने पर डॉक्टर से परामर्श करें ताकि वह आपको सही जानकारी दे सके।
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उपचार
फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट का उपचार कैसे किया जाता है?
आमतौर पर किसी तरह के उपचार की जरूरत नहीं होती है। यदि सिस्ट की वजह से दर्द होता है तो डॉक्टर सिस्ट में छेद करके तरल पदार्थ निकाल देगा, लेकिन यह दोबारा आ सकता है। कई बार सिस्ट अपने आप खत्म हो जाते हैं।
कुछ महिलाओं को कैफीन का सेवन बंद करने पर राहत मिलती है, जैसे चाय, कॉफी, चॉकलेट, सोडा आदि। हालांकि किसी तरह की स्टडी से यह बात साबित नहीं हुई है कि कैफीन से परहेज करना चाहिए, लेकिन फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट होने पर कैफीन की मात्रा कम करने से राहत मिलती है।
डॉक्टर भी फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट के लक्षणों को कम करने के लिए आपको जीवनशैली में कुछ बदलाव की सलाह देगाः
- खाने में नमक की मात्रा कम करें, मेन्स्ट्रुअल साइकल के अंत में ब्रेस्ट में होने वाली सूजन कम हो जाएगी।
- ड्यूरेटिक लेने की सलाह। यह एक दवा है जो शरीर से तरल पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करती है।
- किसी भी तरह का विटामिन या हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि इसके साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
कुछ डॉक्टर गंभीर मामले में बर्थ कंट्रोल पिल्स और टेमोक्सीफेन जैसे प्रिस्क्राइब्ड हार्मोन से इलाज करते हैं। आमतौर पर यह दवाएं ब्रेस्ट कैंसर के उपचार में काम आती हैं और इसके गंभीर साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट दर्दनाक हो सकता है। दर्द कम करने के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते हैः