फंक्शन
सोफ्रामायसिन (Soframycin) कैसे काम करता है?
सोफ्रामायसिन दवा का इस्तेमाल और उसका डोज बीमारी और किस अंग का इलाज करना है उस पर निर्भर करता है। सोफ्रामायसिन का इस्तेमाल बैक्टीरिया के कारण होने वाले इंफेक्शन को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह दवा क्रीम, पाउडर या ड्राॅप में उपलब्ध है। सामान्यत: स्किन, आंख और कान के इंफेक्शन को इससे ठीक करते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि इसका इस्तेमाल वायरल इंफेक्शन के कारण होने वाली समस्या को ठीक करने के लिए नहीं किया जाता बल्कि सिर्फ व सिर्फ बैक्टीरियल इंफेक्शन को ठीक करने के लिए किया जाता है। वहीं बता दें कि यह अमीनोग्लाकोसाइड्स (Aminoglycosides), टाॅपिकल एंटीबॉयोटिक, आंख व कान एंटी इंफेक्टिव कैटेगरी में आती है।
सोफ्रामायसिन में मौजूद तत्व : सोफ्रामायसिन में फ्रायमाइसिन टॉपिकल साॅल्ट इसके मेजर इंग्रीडिएंट्स में से एक है। सोफ्रामायसिन में करीब यह एक फीसदी होता है। वहीं यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के डोज की खरीदारी कर रहे हैं। ठीक उसी प्रकार से सॉल्ट का कंसंट्रेशन अलग-अलग होता है।
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डोसेज
सोफ्रामायसिन (Soframycin) का सामान्य डोज क्या है?
सोफ्रामायसिन क्रीम के साथ ड्राॅप में उपलब्ध होता है। इसका डोज इस बात पर निर्भर करता है कि आप उसे किस अंग पर लगाते हैं। क्रीम की बात करें तो यदि आप डोज मिस कर देते हैं तो जितना जल्दी संभव हो उतनी जल्दी लगा लें तो यह उचित होगा। वहीं यदि दूसरे डोज के आने तक आपको याद नहीं रहता है तो उसे छोड़ना ही सही रहेगा, फिर आने वाले समय से तय समय पर इसका इस्तेमाल करें। डोज मिस हो जाए तो उस स्थिति में डबल डोज न लगाएं।
वहीं ड्राॅप की बात करें तो यदि आपके कान के पर्दे में छेद है तो कतई न लगाएं, सामान्य है तो डॉक्टर के कहे अनुसार ही ड्राॅप डालें। वहीं डॉक्टर और फार्मासिस्ट के कहे अनुसार ही दवा का उपयोग करें। व्यस्कों को शुरुआत के दो घंटों में एक या दो ड्राॅप डालना है। ऐसा कर तीन बार लगाना है। वहीं कान में यदि समस्या है तो दो से तीन बूंद कान में तीन बार डालना है।
आंख व कान के लिए ड्रॉप : यदि आप इस दवा के ड्राॅप का इस्तेमाल आंख व कान में कर रहे हैं तो जरूरी है कि दवा पर लिखे इंस्ट्रक्शन को अच्छे से पढ़ लें। वहीं दवा की पैकेजिंग के अंदर भी इंस्ट्रक्शन दिया होता है उसे अच्छे से स्टडी कर लें। जल्दी ठीक होने की चाह में डॉक्टर द्वारा बताए गए ड्राॅप से कतई ज्यादा ड्राॅप न डालें। ऐसे में न केवल साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं बल्कि मेडिकल इमरजेंसी की भी जरूरत पड़ सकती है। वहीं ट्रीटमेंट के पूरे कोर्स तक इसे करें। डॉक्टर को बिना बताए न तो दवा शुरू करें और न ही दवा को बंद करें।
टॉपिकल यूज: डॉक्टर के अनुसार बताई गई जगह (प्रभावित स्किन) पर ही दवा का इस्तेमाल करें। वहीं दवा के पैकेज के अंदर दिए गए निर्देशों को पढ़कर उसका अच्छी तरह पालन करें। जितना बताया गया है उतना ही लगाएं, ज्यादा लगाना और कम लगाना नुकसानदेह हो सकता है वहीं साइड इफेक्ट होने के साथ कोई अन्य बीमारी हो सकती है।
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उपयोग
मुझे सोफ्रामायसिन (Soframycin ) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
बैक्टीरियल आई इंफेक्शन : इस दवा के ऑप्थेल्मिक फॉर्म (आई ड्राॅप) का इस्तेमाल आंखों में बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होने वाली बीमारी के इलाज के लिए किया जाता है। जैसे बैक्टीरियल कंजेक्टिवाइटिस (Bacterial Conjunctivitis), बैक्टीरियल ब्लेफार्टिस (bacterial blepharitis) आदि।
ओटाइटिस एक्ट्रीना (Otitis Externa) : सोफ्रामायसिन का ओटिक एडमिनिस्ट्रेटिव (इयर ड्राॅप) का इस्तेमाल कान आउटर इयर केनल के बैक्टीरियल इंफेक्शन का इलाज करने के लिए किया जाता है।
बैक्टीरियल स्किन इंफेक्शन : सोफ्रामायसिन का एक और फॉर्म क्रीम, डस्टिंग पाउडर का इस्तेमाल स्किन में होने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन का इलाज करने के लिए किया जाता है। वहीं एक्सपर्ट की सलाह से इसका इस्तेमाल बर्न, घाव को भरने के लिए, स्किन अल्सर सहित अन्य बीमारियों में बैक्टीरियल इंफेक्शन का इलाज करने के लिए किया जाता है।
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साइड इफेक्ट्स
सोफ्रामायसिन (Soframycin ) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
- खुजली और स्किन रैशेज
- बालों का झड़ना
- स्किन में जलन
- आंखों में इरीटेशन
- आंख में डिस्कंफर्ट
- धुंधला दिखाई देना
सावधानियां और चेतावनी
सोफ्रामायसिन (Soframycin ) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या जानना चाहिए?
एलर्जी : सोफ्रामायसिन के इस्तेमाल की सलाह एक्सपर्ट कुछ खास परिस्थितियों में ही देते हैं। डॉक्टर को पता चल जाए कि यदि मरीज को फ्रामेसिटीन (framycetin) या दवा में मौजूद अन्य इंग्रीडिएंट्स के कारण एलर्जी हो।
कान के पर्दे में छेद हो: इयरड्रम परफोरेशन (Eardrum perforation) यानि कान में छेद होने की स्थिति में मरीज को इस दवा के इयर ड्राॅप के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी जाती है। इस कंडिशन में यदि मरीज के कान में बैक्टीरियल इंफेक्शन है और उसे दवा दी जाए तो उस कारण ओटोक्सिटी (ototoxicity) होने की संभावना रहती है।
प्रेग्नेंसी: जब तक जरूरी न हो तब तक गर्भवती महिलाओं को इस दवा के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी जाती है। इसलिए जरूरी है कि दवा के इस्तेमाल के पूर्व इसके फायदे और नुकसान को लेकर एक्सपर्ट की सलाह लें।
ब्रेस्टफीडिंग: जब तक जरूरी न हो तब तक शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को इस दवा के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी जाती है। इसलिए जरूरी है कि दवा के इस्तेमाल के पूर्व इसके फायदे और नुकसान को लेकर एक्सपर्ट की सलाह लें।
सामान्य चेतावनी
ओटोटॉक्सिटी : संभावनाएं रहती हैं कि इस दवा के इस्तेमाल से इनर इयर को नुकसान पहुंच सकता है। यहां तक कि सुनने की शक्ति तक जा सकती है, या फिर एक से ज्यादा तो दूसरे कान से कम सुनाई दे सकता है। क्लीनिकल कंडिशन की जांच कर डॉक्टर के कहे अनुसार ही डोज लेना चाहिए, नहीं तो परिणाम घातक हो सकते हैं।
रोशनी संबंधी परेशानी : सोफ्रामायसिन के ड्राॅप का इस्तेमाल करने से आंख की रोशनी संबंधी परेशानी भी हो सकती है, ऐसा कुछ मरीजों के साथ हो सकता है। यही वजह है कि डॉक्टर सलाह देते हैं कि दवा का इस्तेमाल करने के बाद मरीज को गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। हैवी मशीनरी से जुड़े काम नहीं करने चाहिए।
कॉन्टैक्ट लेंस : एक्सपर्ट कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करने वाले लोगों को सोफ्रामायसिन के ड्राॅप का इस्तेमाल करने के पहले सलाह देते हैं कि उन्हें कांटैक्स लेंस निकालकर ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं दवा लगाने के करीब 15 मिनटों के बाद फिर से कांटैक्ट लेंस लगा सकते हैं। वैसे लोग जो कांटैक्ट लेंस लगाते हैं उन्हें इसके इस्तेमाल के पहले डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
अन्य दवा : यदि कोई व्यक्ति पहले से किसी अन्य बीमारी की दवा का सेवन कर रहा है तो सोफ्रामायसिन के इस्तेमाल के पूर्व उसे डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। वहीं यह मरीज की जिम्मेदारी बनती है कि यदि वह पहले से हर्ब या अन्य दवा का सेवन कर रहा है तो ट्रीटमेंट शुरू कराने से पहले उसके बारे में डॉक्टर को जानकारी दे।
रिएक्शन
कौन की दवाइयां सोफ्रामायसिन (Soframycin ) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?
सोफ्रामायसिन दवा के इस्तेमाल की बात करें तो अलग-अलग व्यक्ति पर इसका इस्तेमाल करने से अलग अलग रिएक्शन मिल सकते हैं। दवा का इस्तेमाल करने से पहले आप अपने डॉक्टर से इसके बारे में चर्चा भी कर सकते हैं।
इन दवाओं के साथ हो सकता है रिएक्शन
ओमेप्राजोल (Omeprazole), अमीकासिन (Amikacin), लीवोसिट्रिजिन (Levocetirizine), कैपरियोमाइसिन (Capreomycin) के साथ सोफ्रामायसिन का इस्तेमाल करते हैं डॉक्टरी सलाह ले लें। वहीं कोई बीमारी, फूड के साथ यदि आप इसका इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं तो डॉक्टरी सलाह जरूर ले लें।
शराब के कारण असर: यदि आप शराब का सेवन करते हैं और इस दवा का भी इस्तेमाल कर रहे हैं तो उस स्थिति में क्या होगा इसको लेकर नजीते स्पष्ट नहीं हैं। ऐसे में शराब के साथ दवा के इस्तेमाल को लेकर डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
स्टोरेज
मैं सोफ्रामायसिन (Soframycin ) को कैसे स्टोर करूं?
दवा को घर में सामान्य रूम टेम्प्रेचर पर ही रखें। कोशिश करें कि उसे सूर्य कि किरणों से बचाकर रखें। 25 डिग्री तापमान दवा के लिए बेस्ट है, लेकिन फ्रिज में रखने की गलती कतई न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो यह दवा सामान्य रूप से काम नहीं कर पाएगी। इसके अलावा इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए। दवा को खोलने के चार सप्ताह में इसका इस्तेमाल कर लेना ही उचित होगा। यदि रखी हुए दवा का इस्तेमाल करते हैं तो उसके लिए डॉक्टरी सलाह ले लें।
दवा से जुड़ी सामान्य जानकारी
बता दें कि इस दवा का यूज करने से नींद नहीं आती है। यह दवा बैक्टीरिया के सेल वॉल सेंथेसिस पर प्रहार करता है, इसके कारण बैक्टीरिया पनप नहीं पाता है और आपकी बीमारी जल्द से जल्द ठीक हो जाती है। भारत में यह दवा लीगली अप्रूव की गई है।
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए डाॅक्टरी सलाह लें। ।
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