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हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन (Heart Health and Egg use): रोजाना सिर्फ एक अंडे का ही सेवन हो सकता है लाभकारी!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 05/05/2022

    हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन (Heart Health and Egg use): रोजाना सिर्फ एक अंडे का ही सेवन हो सकता है लाभकारी!

    खाने-पीने की अच्छी आदतों का प्रभाव शरीर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, इससे तो हमसभी वाहकीफ हैं। इसलिए कुछ लोग हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ-साथ हेल्दी डायट भी फॉलो करने से पीछे नही रहतें। हालांकि यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि किसी भी चीज का सेवन अगर जरूरत से ज्यादा किया जाए तो इसका शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए आज यहां हम समझेंगे कि हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन (Heart Health and Egg use) क्या लाभकारी हो सकता है या नुकसानदायक?

  • हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन: क्या है रिसर्च रिपोर्ट्स?
  • अगर नहीं खाते अंडा तो क्या करें डायट में शामिल?
  • हेल्दी हार्ट के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
  • अनहेल्दी कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के संकेत क्या हो सकते हैं?
  • चलिए अब हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन  (Heart Health and Egg use) से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।

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    हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन  (Heart Health and Egg use): क्या है रिसर्च रिपोर्ट्स?

    हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन (Heart Health and Egg use)

    हार्वर्ड मेडिकल स्कूल (Harvard Medical School), मायो फाउंडेशन फॉर मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (Mayo Foundation for Medical Education and Research), अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association), दि अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन (The American Journal of Clinical Nutrition) एवं नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार रोजाना एक अंडे के सेवन से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular diseases) की संभावना नहीं बढ़ती है। वहीं कुछ स्टडीज के अनुसार नियमित एक अंडे के सेवन से स्ट्रोक (Stroke) एवं सीरियस आई कंडिशन (Serious eye condition) की संभावना कम हो सकती है। इसलिए संतुलित मात्रा में अंडे का सेवन किया जा सकता है।

    नोट: अगर आप हार्ट पेशेंट हैं या हार्ट से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानियों (Heart problem) का सामना कर रहें हैं, तो अंडे के सेवन से जुड़ी जानकारी अपने डॉक्टर से जरूर लें। डॉक्टर आपकी हेल्थ कंडिशन एवं बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखकर अंडे के सेवन की सलाह दे सकते हैं।

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    हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन: अगर नहीं खाते अंडा तो क्या करें डायट में शामिल? (What to eat)

    अगर वैसे लोगों की लिस्ट में शामिल हैं जिन्हें अंडे से एलर्जी (Egg allergy) है या अंडे का सेवन किसी भी कारण से नहीं करना चाहते हैं तो निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है। जैसे:

    • हार्ट हेल्थ और अंडे को लेकर कन्फ्यूज हैं, तो अंडे की जगह सोयाबीन (Soybean) को शामिल कर सकते हैं। सोयाबीन में मिनरल्स (Minerals), विटमिन बी  कॉम्प्लेक्स (Vitamin B Complex)  और विटमिन ए (Vitamin A) सेहत के लिए बेहद लाभकारी माने जाते हैं।
    • हार्ट हेल्थ और अंडे को लेकर कन्फ्यूज हैं, तो डायट में ब्रोक्ली (Broccoli) को शामिल किया जा सकता है। दरअसल इसमें मौजूद प्रोटीन (Protein), कैल्शियम (Calcium), कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate), आयरन (Iron), विटामिन-ए (Vitamin A) और विटामिन-सी (Vitamin C) समेत कई अन्य पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।
    • हार्ट हेल्थ और अंडे के सेवन से परहेज करना चाहते हैं, तो डायट में बादाम (Almond) को शामिल किया जा सकता है। बादाम में मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट (Antioxidant) हार्ट के साथ-साथ संपूर्ण सेहत के लिए लाभकारी माना है।
    • हार्ट हेल्थ के लिए मूंगफली (Peanut) का सेवन भी लाभकारी माना गया है, क्योंकि इसमें मौजू प्रोटीन कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम (Cardiovascular system) के लिए लाभकारी होता है।
    • कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds) को दिल के लिए अच्छा माना गया है। इसमें मौजूद विटामिन-बी (Vitamin-B), आयरन (Iron), मैग्नेशियम, जिंक (Zinc) और प्रोटीन (Protein) सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाने में सहायक होते हैं।

    नोट: ये ऊपर बताये खाद्य पदार्थ आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन अगर इनका सेवन असंतुलित मात्रा में किया जाए, तो इससे भी शारीरिक नुकसान हो सकता है। इसलिए इनका सेवन भी संतुलित मात्रा में करें।

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    हेल्दी हार्ट के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (Tips to for Healthy Heart)

    कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ (Cardiovascular health) को हेल्दी रखने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जैसे:

    • एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन नहीं करना चाहिए।
    • तंबाकू या सिगरेट (Smoking) जैसी चीजों से दूर रहें।
    • चीनी (Sugar), नमक (Salt) एवं सैचुरेटेड फैट (Saturated fat) का सेवन ना करें।
    • जंक फूड (Junk food) या प्रोसेस्ड फूड (Processed food) का सेवन ना करें।
    • ताजे फल (Fruits) एवं सब्जियों (Vegetables) का सेवन रोजाना करें।
    • नियमित योग (Yoga), एक्सरसाइज (Workout) या वॉक (Walk) करें।

    ये टिप्स हेल्दी हार्ट (Healthy heart) के लिए बेहद कारगर माने जाते हैं। इसलिए इन ऊपर बताये टिप्स को हर लोगों को फॉलो करना चाहिए, क्योंकि हेल्दी हार्ट में ही छुपा है हेल्दी लाइफ का राज।

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    अनहेल्दी कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के संकेत क्या हो सकते हैं? (Symptoms of Unhealthy Cardiovascular system)

    अनहेल्दी कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम Unhealthy Cardiovascular system) के संकेत निम्नलिखित हो सकते हैं और ऐसी स्थिति होने पर डॉक्टर से जल्द से जल्द संपर्क करना चाहिए। जैसे:

    • सीने में दर्द (Chest pain) महसूस होना।
    • बाहों, बाएं कंधे, कोहनी, जबड़े या पीठ में दर्द होना।
    • सांस लेने में कठिनाई (Breathing problem) होना।
    • मतली (Nausea) और थकान (Fatigue) महसूस होना।
    • बार-बार चक्कर (Dizziness) आना।
    • ठंड लगना और पसीना (Sweating) आना।

    अगर इनमें से कोई भी स्थिति महसूस होती है, तो देर ना करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें। ऐसी स्थिति को इग्नोर करना अनजाने में किसी गंभीर बीमारी को दावत देना हो सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लें।

    अगर आप हार्ट (Heart) या हार्ट हेल्थ और अंडे का सेवन  (Heart Health and Egg use) से जुड़े सवालों का जवाब तलाश कर रहें थें, तो उम्मीद करते हैं कि ये जानकारी आपके लिए लाभकारी होगी। वैसे अगर आप या आपके कोई भी करीबी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular diseases) से पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से कंसल्टेशन अत्यधिक जरूरी है। क्योंकि ये बीमारियां गंभीर बीमारियों की लिस्ट में शामिल है। अगर इनका समय पर इलाज ना करवाया जाए तो पेशेंट की स्थिति गंभीर हो सकती है। डॉक्टर के संपर्क में रहने से पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health Condition) और बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखकर इलाज किया जाता है।

    स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज या योगासन को शामिल करना चाहिए। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को समझें।

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