के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी होना बहुत ही सामान्य है। जैसे शरीर के लिए भोजन, वायु, पानी आदि आवश्यक है, वैसे ही शरीर में खून की मात्रा का सही होना भी बेहद आवश्यक है। शरीर में खून की कमी होना घातक हो सकता है या कई समस्याओं का कारण बन सकता है। शरीर में खून की कमी होना। यह वो स्थिति है जब शरीर में पर्याप्त स्वस्थ रेड ब्लड सेल्स (RBC) नहीं होते या बनते।
रेड ब्लड सेल्स (RBC) शरीर को ऑक्सिजन पहुंचाते हैं। एनीमिया कई तरह के होते हैं उन्हीं में से एक है एनीमिया क्रोनिक डिजीज। एनीमिया क्रोनिक डिजीज को ‘एनीमिया ऑफ इंफ्लामेशन’ भी कहा जाता है। एनीमिया क्रोनिक डिजीज (ACD) उन लोगों को प्रभावित करता है, जिन्हें ऐसी समस्याएं होती हैं, जो सूजन या दाह का कारण बनती है जैसे इन्फेक्शन (Infection), ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune disease), कैंसर (Cancer) NIH एक्सटर्नल लिंक, क्रोनिक किडनी रोग।
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एनीमिया की स्थिति में रोगी के रक्त में लाल ब्लड सेल्स सामान्य की तुलना में कम संख्या में होते हैं। कुछ स्थितियां जिनमे एनीमिया क्रोनिक डिजीज हो सकता है, वो इस प्रकार हैं:
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एनीमिया क्रोनिक डिजीज अक्सर अधिक प्रभावी नहीं होता। आप इसके किसी भी लक्षण को जल्दी नोटिस नहीं कर सकते हैं। लेकिन, इसके कुछ लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
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ब्लड टेस्ट (Blood test) नियमित शारीरिक टेस्ट या जांच का हिस्सा है, ताकि डॉक्टर यह जान पाएं कि आपको एनीमिया है या नहीं। एनीमिया का पता लगाने के लिए डॉक्टर आपके खून का सैंपल लेंगे। फिर परिणाम आने पर जानेंगे कि आपके शरीर में खून की कमी है या नहीं। डॉक्टर इसके लिए कई अन्य टेस्ट भी करा सकते हैं। डॉक्टर आपके शरीर में ACD का निदान कर सकते हैं, अगर वो आपके शरीर में यह समस्याएं हैं :
डॉक्टर आपको निम्नलिखित टेस्ट करवाने के लिए कह सकते हैं। एनीमिया का पहला लक्षण पीलापन है, लेकिन इसका कारण जानना बहुत आवश्यक है। इसमें आपके यह टेस्ट कराए जा सकते हैं।
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एनीमिया का अधिकतर मामलों में उपचार की आवश्यकता नहीं होती। लेकिन इन स्थितियों में इसका उपचार करना आवश्यक है, जैसे :
1) ब्लड ट्रांसफ्यूशन
2) नस के माध्यम से अगर आयरन दिया जाए।
3) एरीथ्रोपोईएटिन
1) ऑटोइम्यून रोग, जैसे कि संधिशोथ बाहरी लिंक या ल्यूपस बाहरी लिंक
3) क्रोनिक इन्फेक्शन्स, जैसे HIV/AIDS एक्सटर्नल लिंक और ट्यूबरक्लोसिस एक्सटर्नल लिंक
4) इंफ्लेमेटरी बोवेल रोग (IBD), जैसे क्रोहन डिजीज या अल्सरेटिव कोलाइटिस
5) अन्य क्रोनिक रोग जिनमें सूजन शामिल है, जैसे मधुमेह और हार्ट फेलियर
डॉक्टर सबसे पहले एनीमिया क्रोनिक डिजीज के कारणों का पता लगाएंगे, उसके बाद सही उपचार शुरू करेंगे। इसके साथ ही आपको अपने खाने-पीने का भी ध्यान रखना होगा और साथ ही डॉक्टर से सभी निर्देशों का पालन करना पड़ेगा।
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