के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
पॉ द’ऑरेंज फ्रेंच शब्द है, जिसका अर्थ है संतरे के छिलके की तरह। पॉ द’ऑरेंज को सामान्य भाषा में समझें तो यह ब्रेस्ट (स्तन) में सूजन, ब्रेस्ट स्किन का लाल होना और गढ़े (डिम्पल्ड) को दर्शाता है। यह सूजन संतरे के छिलके की तरह नजर आती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार यह कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। यह त्वचा पर कहीं भी हो सकता है। यह महिलाओं या पुरुषों दोनों के स्तनों में हो सकता है।
और पढ़ें : जानें शरीर में तिल और कैंसर का उससे कनेक्शन
इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-
इनके अलावा निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-
और पढ़ें : 5 Steps: ब्रेस्ट कैंसर की जांच ऐसे करें
ब्रेस्ट में पॉ द’ऑरेंज इन्फलामेटरी ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है। इस तरह के कैंसर में ट्यूमर बनने की बजाय कैंसर सेल्स लिमफैटिक वैसल्स को ब्लॉक करती हैं। इससे स्तन में तरल पदार्थ जमा होने लगता है। स्तन में द्रव का संचय एडिमा के रूप में जाना जाता है। यह स्तन में सूजन के रूप में दिखाई देता है।
पॉ द’ऑरेंज के अलावा, स्तन कैंसर के अन्य लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
लिम्फ वेसेल्स के ब्लॉक होने की स्थिति को लिम्फेडिमा कहते हैं। इसके शुरुआती दौर में होने पर परेशानी कम हो सकती है लेकिन, सेकेंड्री स्टेज होने पर निम्नलिखित बीमारियों का खतरा हो सकता है।
इनमें में कोई भी परेशानी महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें : कैंसर को हराकर असल जिंदगी में भी ‘ हीरोइन ‘ बनीं ये अभिनेत्रियां
टिशू के सॉफ्ट होने की स्थिति में पॉ द’ऑरेंज होने की संभावना बढ़ सकती है। स्किन और सॉफ्ट टिशू इंफेक्शन के कारण पॉ द’ऑरेंज हो सकता है। उदाहरण के लिए एसिनेटोबैक्टर बाउमाननी (Acinetobacter baumannii) सेल्युलाइटिस का कारण बन सकता है, जो त्वचा में संक्रमण और त्वचा के नीचे के ऊतकों में होता है। इससे पॉ द’ऑरेंज हो सकता है।
सेल्यूलाइट से तात्पर्य त्वचा के नीचे की असमान वसा के जमाव से है, जो त्वचा को धुंधला और उबाऊ बना देता है। सेल्यूलाइट एक नारंगी छिलके के छिलके जैसा हो सकता है, लेकिन लोग इसे शायद ही कभी पॉ द’ऑरेंज के रूप में संदर्भित करते हैं। 80-90 प्रतिशत महिलाओं में स्तन के पास फैट अत्यधिक बढ़ जाता है। ऐसा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है। यह उन लोगों में अधिक सामान्य है जो अधिक वजन वाले हैं या जिनके परिवार में सेल्युलाइट का इतिहास है।
[mc4wp_form id=’183492″]
प्रेग्नेंसी के दौरान या बाद में ब्रेस्ट का साइज बढ़ जाता है। इस स्थिति को भी पॉ द’ऑरेंज कहते हैं। अगर प्रेग्नेंट लेडी ब्रेस्ट में सूजन जैसी लक्षणों को नोटिस करती हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। अपने डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताएं। हालांकि, गर्भवती महिलाएं इंफ्लामेटरी ब्रेस्ट कैंसर का विकास कर सकती हैं, इसलिए यदि आप पॉ द’ऑरेंज को नोटिस करते हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर को बताना चाहिए। यदि गर्भावस्था में पॉ द’ऑरेंज सौम्य है, तो सूजन को हल करने के बाद इसे हल करना चाहिए।
और पढ़ें : क्या होगा यदि कैंसर वाले पॉलिप को हटा दिया जाए, जानें
पॉ द’ ऑरेंज का इलाज हर किसी के लिए अलग हो सकता है, क्योंकि इसका इलाज कारण के आधार पर होता है।
और पढ़ें: आपको जरूर पता होना चाहिए, प्रोस्टेट कैंसर के ये प्रभावकारी घरेलू इलाज
इंफ्लामेटरी ब्रेस्ट कैंसर का इलाज दूसरे ब्रेस्ट कैंसर की तरह कीमोथेरेपी, सर्जरी, रेडिएशन, हॉर्मोनल थेरेपी के जरिए किया जाता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि कैंसर की कौन सी स्टेज है। इंफ्लामेटरी ब्रेस्ट कैंसर बहुत आक्रामक है, जिस वजह से इसकी सर्जरी में हमेशा मास्टेक्टॉमी और लिम्फ नोड विच्छेदन शामिल होता है।
लिम्फेडिमा का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि यह शरीर के किस हिस्से में है। इसके इलाज में निम्न तरीके शामिल हो सकते हैं:
लिम्फेडिमा से जुड़े इंफेक्शन के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स भी दी जाती हैं। कई बार इसके इलाज के लिए ड्रेनेज और सर्जरी की जरूरत होती है।
और पढ़ें : क्यों और किसे है ऑस्टियो सार्कोमा कैंसर का खतरा ज्यादा?
नीचे बताए उपाय सेल्यूलाइट को कम करने में मदद कर सकते हैं:
हमें उम्मीद है आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। इस आर्टिकल में पॉ द’ ऑरेंज से जुड़ी हर जानकारी देने की कोशिश की गई है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से कंसल्ट करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr Sharayu Maknikar