कीमोथेरिपी एक ट्रीटमेंट ऑप्शन है जिसमें एंटी कैंसर ड्रग्स को वेन में इंजेक्ट किया जाता है या इन ड्रग्स को मुंह से लिया जाता है। ये दवाएं ब्लडस्ट्रीम में ट्रैवल करती हैं और बॉडी के ज्यादातर हिस्सों में पहुंचती हैं। कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी (Chemotherapy for Colorectal Cancer) का उपयोग किया जाता है। कोलोरेक्टल कैंसर के इलाज के दौरान कीमो का इस्तेमाल अलग-अलग समय पर किया जा सकता है:
एडजुवेंट कीमो (Adjuvant chemo)
कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी में एडजुवेंट कीमो को सर्जरी के बाद दिया जाता है। इस कीमो का उद्देश्य कैंसर सेल्स को मारना जो सर्जरी में इसलिए बची रह गईं क्योंकि वे दिखने में बहुत छोटी हैं। साथ ही कैंसर कोशिकाएं जो शरीर के अन्य हिस्सों में बसने के लिए मुख्य कोलन या रेक्टल कैंसर से बच निकली हैं लेकिन इमेजिंग टेस्ट में देखने के लिए बहुत छोटी हैं। यह इस संभावना को कम करने में मदद करता है कि कैंसर वापस आ जाएगा।
नियोएडजुवेंट कीमो (Neoadjuvant chemo)
कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी (Chemotherapy for Colorectal Cancer) में नियोएडजुवेंट कीमो का उपयोग कई बार रेडिएशन थेरिपी के साथ सर्जरी के पहले किया जाता है। ताकि कैंसर कैंसर सेल्स को सिकोड़ा जा सके।
एडवांस्ड कैंसर (Advanced cancer)
एडवांस्ड कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी भी दी जाती है। जब यह कैंसर लिवर तक फैल चुका है। कीमो ट्यूमर को सिकोड़ने में मदद कर सकती है जो उन परेशानियों को कम करने में मदद कर सकती है जो इसके कारण हो रही हैं। हालांकि ये कैंसर का इलाज नहीं करती। यह लोगों को अच्छा महसूस कराने में मदद करती है और जीवन को लंबा बनाती है।
कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी कैसे दी जाती है? (How is chemotherapy given for colorectal cancer?)
कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी (Chemotherapy for Colorectal Cancer) विभिन्न प्रकार से दी जा सकती है। जो निम्न हैं।
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सिस्टेमिक कीमोथेरिपी (Systemic chemotherapy)
इस मेथड में दवाएं वेन्स के द्वारा ब्लड स्ट्रीम में डाली जाती हैं या उन्हें मुंह से लिया जाता है। दवाएं ब्लडस्ट्रीम में जाती हैं और शरीर के लगभग हर हिस्से में पहुंच जाती हैं।
रीजनल कीमोथेरिपी (Regional therapy)
दवाओं को सीधे आर्टरी में डाला जाता है जो दवाओं को शरीर के उस हिस्से की ओर ले जाती है जिसमें कैंसर होता है। यह उस क्षेत्र में कैंसर कोशिकाओं पर कीमो को केंद्रित करता है। यह आपके शरीर के बाकी हिस्सों तक पहुंचने वाली दवा की मात्रा को सीमित करके साइड इफेक्ट को कम करता है। हेपेटिक आर्टरी इंफ्यूजन (Hepatic artery infusion) या कीमो सीधे हेप्टिक आर्टरी (Hepatic artery) में दिया जाता है, यह रीजनल कीमोथेरेपी का एक उदाहरण है जो कभी-कभी कैंसर के लिए उपयोग किया जाता है जो लिवर में फैल गया है।
कोलोन या रेक्टल कैंसर के लिए कीमो दवाएं जो वेन में दी जाती हैं या तो कुछ मिनटों में इंजेक्शन के रूप में लंबी अवधि में इंफ्यूजन के रूप में दी जा सकती है। यह डॉक्टर के ऑफिस, इंफ्यूजन सेंटर या हॉस्पिटल में दिया जा सकता है।
कैसे दी जाती है कीमोथेरिपी (How does chemotherapy)
अक्सर, कीमो को एडमिनिस्ट्रेट करने के लिए वेन सिस्टम में थोड़ा बड़े और मजबूत IV की आवश्यकता होती है। इन्हें सेंट्रल वेनस कैथेटर्स (CVCs), सेंट्रल वेनस एक्सेस डिवाइसेस (CVADs), या सेंट्रल लाइन्स के रूप में जाना जाता है। उनका उपयोग दवाओं, ब्लड प्रोडक्ट्स, पोषक तत्वों या तरल पदार्थों को सीधे आपके रक्त में डालने के लिए किया जाता है। उनका उपयोग परीक्षण के लिए ब्लड लेने के लिए भी किया जा सकता है। कई अलग-अलग प्रकार के सीवीसी हैं। सबसे आम प्रकार पोर्ट और PICC लाइन हैं।
कीमो को साइकल्स में दिया जाता है। इसके बाद आराम अवधि दी जाती है ताकि आपको दवाओं के प्रभाव से उबरने का समय मिल सके। साइकल अक्सर 2 या 3 सप्ताह लंबे होते हैं। उपयोग की जाने वाली दवाओं के आधार पर अनुसूची भिन्न होती है। उदाहरण के लिए, कुछ दवाओं के साथ कीमो साइकल के पहले दिन ही दिया जाता है। दूसरों के साथ, यह लगातार कुछ दिनों के लिए या सप्ताह में एक बार दिया जाता है। फिर, साइकल के अंत में, अगले साइकल को शुरू करने के लिए कीमो शेड्यूल दोहराता है।
एडजुवेंट या नियोएडजुवेंट कीमो अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के आधार पर कुल 3 से 6 महीने के लिए दिया जाता है। एडवांस्ड कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी उपचार की अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि यह कितनी अच्छी तरह काम कर रहा है और मरीज पर दुष्प्रभाव क्या हो रहे हैं।
कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी में किन दवाओं का उपयोग किया जाता है? (What drugs are used in chemotherapy for colorectal cancer?)
कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी (Chemotherapy for Colorectal Cancer) के लिए कुछ दवाओं का उपयोग किया जाता है। जो निम्न हैं।
- 5-फ्लूयूरोरेसिल (5-Fluorouracil)
- कैपेसिटाबाइन (Capecitabine), एक गोली जो ट्यूमर में पहुंचने के बाद 5-एफयू में बदल जाती है।
- इरिनोटेकन (Irinotecan)
- ऑक्सिप्लिप्टिन (Oxaliplatin)
- ट्राइफ्लुरिडीन और टिपिरासिल (Trifluridine and tipiracil ) का कॉम्बिनेशन एक गोली के रूप में
ज्यादातर दो से तीन दवाओं का कॉब्निनेशन का उपयोग किया जाता है। कीमो दवाएं टार्गेटेड थेरिपी ड्रग के साथ दी जाती हैं।
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कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Colorectal cancer)
कीमो ड्रग्स उन कोशिकाओं पर अटैक करती हैं जो तेजी से विभाजित हो रही होती हैं। इसलिए ये कैंसर कोशिकाओं के विरुद्ध काम करती है, लेकिन बॉडी की दूसरी कोशिकाएं जो कि हेयर फॉलिकल्स में होती हैं, मुंह में और इंटेस्टाइन में होती हैं वे भी तेजी से विभाजित होती हैं। ये कोशिकाएं भी कीमो से प्रभावित हो सकती हैं, जो साइड इफेक्ट्स का कारण बनती हैं।
कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी (Chemotherapy for Colorectal Cancer) के साइड इफेक्ट्स इस पर निर्भर करते हैं कि किस प्रकार की दवा कितने समय के लिए दी जा रही हैं। आम साइड इफेक्ट्स में निम्न शामिल हैं।
- बालों का झड़ना
- मुंह में घाव होना
- भूख कम लगना
- वजन कम होना
- जी मिचलाना
- उल्टी आना
- कब्ज
- डायरिया
- नाखूनों में बदलाव
- स्किन में बदलाव
कीमो बोन मैरो की ब्लड बनाने वाली कोशिकाओं को भी प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण निम्न हो सकते हैं:
- संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है (सफेद रक्त कोशिकाओं की कम संख्या होने से)
- आसान चोट या खून बहना ( ब्लड प्लेटलेट की संख्या कम होने से)
- थकान ( रेड ब्लड सेल्स की कम संख्या और अन्य कारणों से)
अन्य दुष्प्रभाव कुछ दवाओं के लिए विशिष्ट हैं। मरीज को डॉक्टर से विशिष्ट दवाओं के संभावित दुष्प्रभावों के बारे में बात करनी चाहिए जो दी जा रही हैं। उदाहरण के लिए:
हैंड फुट सिंड्रोम (Hand-foot syndrome)
कैपेसिटाबाइन या 5-एफयू (जब इंफ्यूजन के रूप में दी जाती है) के साथ उपचार के दौरान हैंड-फुट सिंड्रोम विकसित हो सकता है। यह हाथों और पैरों में लालिमा के रूप में शुरू हो सकता है, और फिर हथेलियों और तलवों में दर्द और संवेदनशीलता तक बढ़ सकती है। यदि यह बिगड़ जाता है, तो त्वचा पर फफोले हो सकते हैं या त्वचा छील सकती है, जिससे कभी-कभी दर्दनाक घाव हो सकते हैं। किसी भी शुरुआती लक्षण, जैसे कि लालिमा या संवेदनशीलता के बारे में डॉक्टर को तुरंत बताना महत्वपूर्ण है, ताकि चीजों को खराब होने से बचाने के लिए कदम उठाए जा सकें।
न्यूरोपैथी (Neuropathy)
यह ऑक्सिप्लिप्टिन का एक सामान्य दुष्प्रभाव है। लक्षणों में सुन्नता, झुनझुनी और यहां तक कि हाथ और पैरों में दर्द भी शामिल है। यह मरीज के गले, इसोफेगस (गले को पेट से जोड़ने वाली नली) और आपके हाथों की हथेलियों में ठंड के प्रति तीव्र संवेदनशीलता पैदा कर सकता है। इससे ठंडे तरल पदार्थ निगलने या ठंडा गिलास पकड़ने पर दर्द हो सकता है। यदि मरीज ऑक्सिप्लिप्टिन प्राप्त कर रहे हैं, तो अपने चिकित्सक से साइड इफेक्ट्स के बारे में पहले ही बात कर लें, और यदि आप सुन्नता और झुनझुनी या अन्य दुष्प्रभाव विकसित करते हैं, तो उन्हें तुरंत बताएं।
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एलर्जिक या सेंसटिविटी रिएक्शन (Allergic or sensitivity reactions)
ऑक्सिप्लिप्टिन दवा लेते समय कुछ लोगों में एलर्जी या संवेदनशीलता की प्रतिक्रिया हो सकती है। लक्षणों में त्वचा लाल चकत्ते शामिल हो सकते हैं; सीने में जकड़न और सांस लेने में तकलीफ; पीठ दर्द; या चक्कर आना, चक्कर आना, या कमजोर महसूस करना। अगर कीमो होने के दौरान इनमें से कोई भी लक्षण नजर आता है, तो तुरंत नर्स या डॉक्टर को बताना सुनिश्चित करना चाहिए।
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उम्मीद करते हैं कि आपको कोलोरेक्टल कैंसर के लिए कीमोथेरिपी (Chemotherapy for Colorectal Cancer) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।