स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage4 Colorectal Cancer) से पीड़ित अधिकतर लोगों को कीमोथेरेपी और खास टार्गेटेड थेरेपीज भी दी जा सकती हैं। ताकि कैंसर को बढ़ने और इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिले। इसके अलावा ट्रीटमेंट्स में टार्गेटिंग ड्रग भी शामिल है , जिसमें वैस्कुलर एंडोथेलियल ग्रोथ फैक्टर (Vascular Endothelial Growth Factor) पाथवे या द एपिथेलियल ग्रोथ फैक्टर रिसेप्टर (The Epithelial Growth Factor Receptor) पाथवे शामिल है। स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage4 Colorectal Cancer) की स्थिति में डॉक्टर कई उपचारों की सलाह दे सकते हैं। यदि कैंसर, प्राथमिक उपचार का जवाब नहीं देता है, तो डॉक्टर उस उपचार को रोक सकते हैं और इसके बजाय दूसरा उपचार शुरू कर सकते हैं।
रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy)
डॉक्टर स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage4 Colorectal Cancer) में रेडिएशन थेरेपी की सलाह भी दे सकते हे ताकि लक्षणों जैसे दर्द और बेचैनी को कम या दूर करने में मदद मिले। इस उपचार से ट्यूमर सिकुड़ सकता है लेकिन इसका इलाज नहीं हो सकता।
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हिपेटिक आर्टरी इन्फ्यूजन (Hepatic Artery Infusion)
हिपेटिक आर्टरी इन्फ्यूजन का प्रयोग कोलोरेक्टल कैंसर से पीड़ित उन लोगों के लिए इलाज हो सकता है, जिनके लिवर में कैंसर फैल जाता है। हिपेटिक आर्टरी इन्फ्यूजन एक प्रकार की रीजनल कीमोथेरेपी है, जिसमें एक कीमोथेरेपी दवा को सीधे लिवर में हिपेटिक आर्टरी तक पहुंचाया जाता है। इस प्रक्रिया में हेल्दी कोलन सेल्स को नुकसान पहुंचाए बिना कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद कर सकता है।
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अबलेशन या एंबोलाइजेशन (Ablation or Embolization)
अबलेशन या एंबोलाइजेशन उपचार उन लोगों के लिए सही रहता है, जिन्हें कोलोरेक्टल कैंसर मेटास्टैटिक या कोलोरेक्टल कैंसर के फिर से होने की संभावना रहती है। एब्लेशन में रेडियो फ्रीक्वेंसीज, मायक्रोवेव्स का प्रयोग किया जाता है जिसे पर्क्यूटेनियस इथेनॉल इंजेक्शन (Percutaneous Ethanol Injection) कहा जाता है। जबकि एम्बोलिज़ेशन के दौरान, डॉक्टर ब्लड वेसल्स में पदार्थों को इंजेक्ट करेंगे ताकि कोलन में कैंसर सेल्स में रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध करने या कम करने का प्रयास किया जा सके।
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पॉलिएटिव थेरेपी (Palliative Therapy)
अगर कोलोरेक्टल कैंसर दूसरे ऑर्गन या टिश्यूज तक फैल चुका हो तो सर्जरी अधिक काम नहीं आती है। ऐसे में अन्य उपचारों से आराम तो मिलता है लेकिन इनसे कुछ ऐसे लक्षण पैदा हो सकते हैं। जिससे व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता बदतर हो जाती है। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति जीवन को अधिक आरामदायक बनाने की कोशिश करने के लिए पॉलिएटिव थेरेपी का विकल्प चुन सकता है। पॉलिएटिव थेरेपी में आमतौर पर दर्द को प्रबंधित करने और किसी व्यक्ति के लक्षणों को कम करने के तरीके खोजना शामिल होता है, ताकि वे लंबे समय तक आराम से रह सकें।
कोलोरेक्टल कैंसर के उपचार के कई तरीके मौजूद हैं जिसमे सर्जरी और कीमोथेरेपी शामिल है। लेकिन, लेट स्टेज कैंसर में लोग मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ पैलिएटिव कैंसर को भी चुनते हैं। अगर किसी व्यक्ति में स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage4 Colorectal Cancer) का निदान हुआ है तो मेडिकल टीम के साथ बात कर के अपने लिए सबसे बेहतर उपचार को चुनना चाहिए।

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अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (American Cancer Society) के अनुसार एडवांस्ड कैंसर के लिए रेडिएशन थेरेपी का प्रयोग किया जा सकता है। ताकि ,कोलन में कैंसर के लक्षणों से राहत और छुटकारा पाया जा सके जैसे दर्द। इसे शरीर के अन्य भागों जिसमे कैंसर फैला हुआ हो जैसे फेफड़े और बोन आदि के उपचार के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इससे ट्यूमर को शरिंक किया जा सकता है। अगर डॉक्टर आपको रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) की सलाह देते हैं तो इस उपचार के उद्देश्य को समझना जरूरी है।
कोलोरेक्टल कैंसर महिलाओं को पुरुषों दोनों को समान रूप से प्रभावित कर सकता है। यह पॉलीप्स नामक प्रीकैंसर्स ग्रोथस (Precancerous Growths) से विकसित होता है। कोलोरेक्टल कैंसर के विकास को रोकने के लिए इन पॉलीप्स को हटाना सबसे प्रभावी तरीका है। अब जानिए कैसे बचा जा सकता है कोलोरेक्टल कैंसर से?
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कोलोरेक्टल कैंसर के बचाव कैसे संभव है? (Prevention of Stage4 Colorectal Cancer)
स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage4 Colorectal Cancer) के बारे में तो आप जान ही गए होंगे। हालांकि कैंसर से बचाव संभव नहीं है लेकिन कुछ तरीकों से न केवल आप कैंसर की संभावना को कम कर सकते हैं। बल्कि, अगर आप इससे पीड़ित हैं तो आपको जल्दी रिकवर होने में भी मदद मिल सकती है। जानिए कौन से हैं यह तरीके:
- नियमित स्क्रीनिंग कराएं (Regular Screening) : कैंसर के जल्दी निदान के लिए नियमित स्क्रीनिंग जरूरी है। खासतौर पर अगर आपको इसके होने का रिस्क अधिक हो।
- सही खाएं (Eat Right): संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए आपको सही और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। अपने आहार में फैट की मात्रा को कम रखें। अपने आहार में फल और सब्जियों को अधिक मात्रा में रखें। इसके साथ ही कैल्शियम को आहार में शामिल करें। क्योंकि, कैल्शियम पोलिप्स के ग्रोथ रेट को कम कर सकते हैं। अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य पूछें।
- नियमित व्यायाम करें (Exercise) : रोजाना कुछ समय शारीरिक गतिविधियों जैसे व्यायाम, योगा या सैर आदि के लिए अवश्य निकालें।
- स्मोकिंग और एल्कोहॉल से बचें (Avoid Smoking and Alcohol): स्मोकिंग और एल्कोहॉल का सेवन कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है, इसलिए इनसे बचें।
- तनाव से बचें (Stay away from Stress) : तनाव भी कैंसर की जटिलताओं को बढ़ा सकता है इसलिए इससे दूर रहने की कोशिश करे। इसके लिए योग या मैडिटेशन करें, अपने परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताएं और डॉक्टर की राय लेना न भूलें।

जिन लोगों को स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage4 Colorectal Cancer) का जोखिम अधिक होता, उन्हें डॉक्टर नियमित रूप से स्क्रीनिंग कराने की सलाह देते हैं। ताकि, इस समस्या का निदान जल्दी हो सके और सही समय पर इस कैंसर का उपचार हो सके। जल्दी निदान और उपचार से जल्दी रिकवर होने में भी मदद मिलती है। रोगी को अपने ट्रीटमेंट के बारे में भी डॉक्टर से पूरी जानकारी अवश्य लेनी चाहिए। इसके साथ ही हेल्दी आदतों से भी आपको अपना सामान्य जीवन जीने में मदद मिल सकती है। कैंसर का कोई भी लक्षण नजर आने या कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।