के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
कैल्शियम शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। एक उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है और हड्डियों से कैल्शियम कम होना शुरू हो जाता है। यानी दैनिक कैल्शियम की पूर्ती के लिए अलग से कैल्शियम की खुराक की जरूरत होती है। ओस्टोकैल्शियम ड्रग की सहायता से शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सकता है। एक महिला को दिन में 600 mg कैल्शियम और 400 IU विटामिन डी की जरूरत होती है। साथ ही अन्य मिनरल्स की भी जरूरत होती है। ओस्टोकैल्शियम की टेबलेट लेने से शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी पूरी होती है। ओस्टोकैल्शियम लेने से हड्डियों को मजबूती मिलती है।
ओस्टोकैल्शियम में मुख्य रूप से कैल्शियम, फॉस्फेट और विटामिन D3 का कंपोजिशन होता है।
इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन ने कैल्शियम के लिए डायटरी रिफरेंस इनटेक (DRI) और रिकमंडेड डेली अलाउंस (RDA) तय किया है। यानी दी गई कैल्शियम की मात्रा अगर आप अपने फूड से प्राप्त करते हैं या फिर सप्लिमेंट से, तो आपकी बोंस हेल्दी रहेंगी। कैल्शियम की कमी होने पर डॉक्टर आपको कैल्शियम की डोज लेने की सलाह दे सकता है। जानिए कितनी मात्रा में जरूरी होता है शरीर के लिए कैल्शियम।
उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कैल्शियम की कमी होना स्वभाविक है। अगर आपको कैल्शियम के फंक्शन के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो बेहतर होगा कि एक बार अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर जानकारी प्राप्त करें।
और पढ़ें : Dolonex DT: डोलोनेक्स डीटी क्या है? जानिए इसके उपयोग और साइड इफेक्ट्स
मार्केट में ओस्टोकैल्शियम चबाने वाली टेबलेट और सीरप दोनों रूप में आता है। ये महिलाओं और बच्चों के लिए अलग-अलग उपलब्ध है।
वयस्कों के लिए – ओस्टोकैल्शियम टेबलेट
30 साल से अधिक की महिलाओं के लिए – ओस्टोकैल्शियम च्युंगम
बच्चों के लिए – ओस्टोकैल्शियम सिरप
अगर आपको डॉक्टर ने ओस्टोकैल्शियम लेने की सलाह दी है तो उनसे डोज के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें। अगर शरीर में कैल्शियम बहुत कम होगा तो ड्रग का डोज बढ़ा कर दिया जा सकता है। अगर आपको किसी प्रकार की बीमारी पहले से है तो इस बारे में डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
वयस्कों को ओस्टोकैल्शियम टेबलेट की एक डोज यानी एक टेबलेट दिन में लेने की सलाह दी जा सकती है। इस दवा को डॉक्टर अक्सर खाने के बाद सजेस्ट करते हैं। अगर आपके शरीर में कैल्शियम डेफिशिएंसी है तो आपको डॉक्टर से जानकारी लेने के बाद ही इस ड्रग का डोज लेना चाहिए।
बच्चों में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए डॉक्टर ओस्टोकैल्शियम सिरप सजेस्ट कर सकते हैं। दो साल से 10 साल तक के बच्चे को ओस्टोकैल्शियम सिरप देने की सलाह दी जाती है। बच्चे को ओस्टोकैल्शियम सिरप का कितना डोज देना है, इस बारे में डॉक्टर से जानकारी प्राप्त करें।
शरीर में जब कैल्शियम अधिक मात्रा में पहुंच जाता है तो साइडइफेक्ट दिखने की संभावना बढ़ जाती है। दवा के ओवरडोज की स्थिति में तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर या आपातकालीन सेवा से संपर्क करें। ड्रग का ओवरडोज होने से शरीर में विभिन्न प्रकार के लक्षण दिख सकते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें : Stugeron: स्टुगेरोन क्या है? जानिए इसके उपयोग और साइड इफेक्ट्स
[mc4wp_form id=’183492″]
ओस्टोकैल्शियम का यूज पानी के साथ करें। ओस्टोकैल्शियम च्युंगम को कुछ समय तक चबाना चाहिए। बच्चों को ओस्टोकैल्शियम सिरप एक चम्मच लेने की सलाह दी जाती है। आप डॉक्टर से इस बारे में जरूर पूछ लें कि बच्चे को दवा का डोज कब देना है। सिरप का डोज मापने के लिए सिरप के साथ दिए जाने वाले कैप का इस्तेमाल करें, न कि घर के चम्मच का यूज करें। कैप्सूल को पूरा निगलें। कैप्सूल तोड़े नहीं। अगर आपको दवा के बेनीफिट चाहिए तो आपको समय पर दवा लेनी चाहिए। अगर दवा के साथ डॉक्टर ने आपको स्पेशल डायट फॉलो करने की सलाह दी है तो उस पर भी ध्यान रखें। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी तरह का सप्लीमेंट न लें।
शरीर में एक उम्र के बाद कैल्शियम की कमी हो जाती है। जब खाने से उचित मात्रा में कैल्शियम नहीं मिल पाती है तो सप्लीमेंट की जरूरत पड़ सकती है।
एक उम्र के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती है। मजबूत हड्डियों के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है। ओस्टोकैल्शियम शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है।
शरीर में विटामिन सी के अवशोषण के लिए विटामिन डी का पर्याप्त मात्रा में होना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में ओस्टोकैल्शियम लेना बहुत जरूरी हो जाता है।
बोन लॉस यानी ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या में हड्डियां आसानी से फैक्चर होने लगती हैं। बोंस डेंसिटी लूज करने लगती है। ऐसी समस्या होने पर भी डॉक्टर ओस्टोकैल्शियम ड्रग लेने की सलाह दे सकता है।
और पढ़ें : Nicotex: निकोटेक्स क्या है? जानिए इसके उपयोग और साइड इफेक्ट्स
ओस्टोकैल्शियम ड्रग लेने के कुछ समय बाद हो सकता है कि आपको कब्ज की समस्या हो जाए। ऐसा सब के साथ होगा, ये जरूरी नहीं है। बेहतर होगा कि इस बारे में डॉक्टर से परामर्श करें। ओस्टोकैल्शियम ड्रग लेने के बाद अन्य प्रकार की समस्याएं भी हो सकती हैं। इस ड्रग का यूज करने के बाद निम्न दुष्प्रभाव दिखाई पड़ सकते हैं।
ओस्टोकैल्शियम ड्रग लेने के बाद गंभीर साइड इफेक्ट्स दिखने के चांसेज रेयर होते हैं। अगर आपको दवा का सेवन करने के बाद दाने, खुजली की समस्या या सांस लेने में समस्या हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें : Cyra D: सायरा डी क्या है? जानिए इसके उपयोग और साइड इफेक्ट्स
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर डॉक्टर आपको ओस्टोकैल्शियम की गोली लेने की सलाह दे सकता है। बेहतर होगा कि डॉक्टर की सलाह पर ही इस दवा का सेवन करें। बिना सलाह के ओस्टोकैल्शियम लेने से बुरे परिणाम भी सामने आ सकते हैं। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ये दवा कितनी सुरक्षित है, इस बारे में अपने डॉक्टर से जानकारी लें।
कैल्शियम का डोज लेने से कुछ अन्य ड्रग का अवशोषण कम हो जाता है। अगर आप किसी अन्य प्रकार की दवा का सेवन कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि इस बारे में अपने डॉक्टर को जरूर बताएं। अगर आप विटामिन डी का सेवन कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि कैल्सीट्रियोल का सेवन न करें। कैल्सीट्रियोल विटामिन डी के समान ही होता है। डॉक्टर से भी इस बारे में जरूर पूछें।
अन्य दवाओं के साथ ओस्टोकैल्शियम का रिएक्शन हो सकता है। जानिए कौन सी हैं वो दवाएं, जिनके साथ ओस्टोकैल्शियम का रिएक्शन हो सकता है। वे निम्न हैं।
दवा लेते समय एल्कोहॉल के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इसके कई साइड इफेक्ट्स सामने आ सकते हैं। बेहतर होगा कि अपनी सेहत का ख्याल रखें और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों का सेवन न करें।
और पढ़ें : Ciplox 500: सिप्लोक्स 500 क्या है? जानिए इसके उपयोग और साइड इफेक्ट्स
अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।