आमतौर पर व्यक्ति अनजाने में इन जीव के संपर्क में आ जाते हैं और मुंह के जरिए उन्हें संक्रमित कर देते हैं। निगले हुए पैरासाइट मल में जाकर अंडों से उसके बच्चे बाहर आ जाते हैं। अंडों से बाहर आने पर कीड़े अपने अंडे देने लगते हैं और इस साइकिल की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
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प्रेगनेंसी में पेट में कीड़े के कारण
इस प्रकार के टेपवर्म से संक्रमित होने का मुख्य कारण जानवर का कच्चा मांस खाना होता है जैसे कि बीफ, सूअर या मछली। इसके अलावा प्रेगनेंसी में पेट में कीड़े से संक्रमित होने के अन्य कारणों में निम्न शामिल हैं :
राउंडवर्म आमतौर पर दूषित मल और मिट्टी के संपर्क में आने के कारण व्यक्ति में फैलते हैं।
जब एक प्रेग्नेंट महिला दूषित पदार्थ के संपर्क या उसका सेवन कर लेती हैं तो पैरासाइट उनके पेट में चला जाता है। इसके बाद पेट में कीड़े अंडे देकर फैलने लगते हैं। एक बार जब पेट में कीड़े बड़ी मात्रा और आकर में फैल जाते हैं तो इस स्थिति के लक्षण सामने आ सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि प्रेगनेंसी में पेट में कीड़े क्यों होते हैं? इससे आपको और आपके शिशु को किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही इसके घरेलू उपचार क्या हैं?
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प्रेगनेंसी में पेट में कीड़े होने पर क्या परेशानियां हो सकती हैं
प्रेगनेंसी में पेट में कीड़े होने के कारण एनीमिया (खून की कमी) और पेट में रुकावट का खतरा बढ़ जाता है। यह स्थित कमजोर महिलाओं को और भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा यदि आप पहले कभी एचआईवी या एड्स जैसे संक्रमण से ग्रस्त हो चुके हैं तो प्रेगनेंसी में पेट में कीड़े होने पर अन्य स्वास्थ्य स्थिति उत्पन्न होने की आशंका बढ़ जाती है।
पेट में कीड़े होने का खतरा प्रेग्नेंट महिलाओं में सबसे अधिक होता है। प्रेगनेंसी के दौरान पेट में कीड़े की स्थिति उत्पन्न होने पर डॉक्टर आपको एंटीपैरासिटिक दवाओं के सेवन की सलाह दे सकते हैं। हालांकि, दवाओं के कुछ दुष्प्रभाव भी पड़ सकते हैं इसलिए पहले घरेलू उपायों को आजमा कर देखें।
घरेलू उपाय बेहद आसान और कारगर होते हैं। इसके लिए आपको किसी डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता नहीं होती और आप घर बैठे ही अपना इलाज कर सकते हैं। निम्न पेट में कीड़े के सामान्य लक्षण हैं जिनकी मदद से आप स्थिति की पहचान कर सकते हैं :