यह तो थी स्टेज 1 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage 1 Colorectal Cancer) के बारे में जानकारी। कोलोरेक्टल कैंसर या किसी भी कैंसर से बचाव संभव नहीं है। लेकिन, कुछ तरीकों से न केवल आप शुरुआती स्टेज में ही इसका निदान कर सकते हैं बल्कि इससे रिकवर होने में भी आपको आसानी होगी। यह कुछ तरीके इस तरह से हैं:
कोलोरेक्टल कैंसर स्क्रीनिंग (Colorectal Cancer Screening) : स्क्रीनिंग वो टेस्ट है जिससे लक्षणों के विकसित होने से पहले ही कैंसर का पता चल सकता है। कुछ कोलोरेक्टल स्क्रीनिंग टेस्ट (Colorectal Screening Test) से कोलन या रेक्टम में पोलिप्स को ढूंढा और रिमूव किया जा सकता है। पोलिप्स कैंसर नहीं होती हैं, लेकिन समय के साथ पोलिप्स में कैंसर की शुरुआत हो सकती है। ऐसे में इस बारे में डॉक्टर की सलाह लेना और नियमित स्क्रीनिंग टेस्ट करना भी जरूरी है
सही आहार (Right Food) : अधिक से अधिक फल, सब्जियों और साबुत अनाज का सेवन करें। सही और संतुलित आहार से आप इस कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं। अपने लिए सही डायट के बारे में जानने के लिए डॉक्टर और डायटिशन की मदद ले सकते हैं।
व्यायाम करें (Exercise) : अगर आप शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं हैं, तो आप में कोलोरेक्टल कैंसर के विकसित होने की संभावना अधिक होगी। लेकिन एक्टिव होने से आप को इसके जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी। इसलिए दिन में कुछ समय व्यायाम या सैर के लिए अवश्य निकालें।
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वजन को संतुलित रखें (Keep your Weight Right) : अधिक वजन का होना या मोटापा भी कोलन और रेक्टल कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। सही आहार और फिजिकल एक्टिविटी से आप अपने वजन को सही रख सकते हैं। कई बार किसी हेल्थ कंडीशन के कारण भी आपका वजन बढ़ सकता है। ऐसे में पहले इस बीमारी का उपचार होना अनिवार्य है।
स्मोकिंग न करें (Don’t Smoke) : ऐसा माना जाता है कि अधिक धूम्रपान करने वाले लोगों में धूम्रपान न करने वाले लोगों की तुलना में कोलन और रेक्टल कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो उसे छोड़ दें। सेकंडहैंड स्मोकिंग (Secondhand Smoking) भी नुकसानदायक साबित हो सकती है इसलिए इससे भी बचे।
एल्कोहॉल की मात्रा सीमित करें (Limit Alcohol) : एल्कोहॉल को भी कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer) के अधिक जोखिम के साथ जोड़ा जाता है, ऐसे में एल्कोहॉल को छोड़ देना या इसका सीमित मात्रा में सेवन करना ही बेहतर है।
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उम्मीद है कि आप स्टेज 1 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage 1 Colorectal Cancer) के बारे में जान गए होंगे। कैंसर की स्टेज से डॉक्टर कैंसर की गंभीरता का भी अंदाजा लगाते हैं और उसके लिए सही ट्रीटमेंट के बारे में भी निर्धारित करते हैं। यह स्टेजिंग ट्यूमर का साइज और यह शरीर के अन्य भागों में तो नहीं फैल गया है, यह भी जानकारी पाने में मदद करती है। ऐसा माना जाता है कि आहार,व्यायाम, वजन आदि आदतें कोलोरेक्टल कैंसर( Colorectal Cancer) के जोखिम से जुड़ी होती हैं। इनमें से कुछ को बदलना मुश्किल हो सकता है लेकिन इन्हें बदलने से न केवल आप कई तरह एक कैंसर के जोखिम से बच सकते हैं बल्कि कई गंभीर समस्याएं जैसे हार्ट डिजीज और डायबिटीज आदि से भी बच सकते हैं।