सर्जरी उपचार का सबसे बेहतर तरीका है। कई तरह की सर्जरी में लोबेक्टॉमी (Lobectomy) का प्रयोग पूरे लोब को रिमूव करने के लिए किया जाता है और इसे सबसे बेहतर तरीका भी माना जाता है।

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रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy)
रेडिएशन थेरेपी लेपिडिक एडेनोकार्सिनोमा (Lepidic Adenocarcinoma) के उपचार का वो तरीका है जिसमें कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए और ट्यूमर के आकार को कम करने के लिए हाय पावर एनर्जी वेव्स का प्रयोग किया जाता है। यह रेडिएशन थेरेपी का प्रयोग नॉन स्मॉल सेल्स लंग कैंसर के उपचार के लिए किया जाता है जिसमें लेपिडिक एडेनोकार्सिनोमा (Lepidic Adenocarcinoma) भी शामिल है। इसमें एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरेपी (External Beam Radiation Therapy ) का प्रयोग किया जाता है। एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरेपी भी कई प्रकार की होती है जिनका प्रयोग रोगी की स्थिति के अनुसार किया जाता है।
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कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
कीमोथेरेपी एक सिस्टमिक ड्रग ट्रीटमेंट है जिसे अक्सर लंग कैंसर के रोगियों को इंट्रावेनसली दिया जाता है। यह ड्रग रक्त के माध्यम से तेजी से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करती है। कीमोथेरेपी तेजी से बढ़ती हुई हेल्दी सेल्स को भी नष्ट कर सकती है जिसके कारण रोगी कई साइड इफेक्ट भी महसूस कर सकते हैं।
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टार्गेटेड थेरेपी (Targeted Therapies)
टार्गेटेड थेरेपी वो थेरेपी है जो कैंसर सेल्स (Cancer Cells) को सीधे रूप से टारगेट करती है। यह कीमोथेरेपी की तरह सभी ग्रोइंग सेल्स पर अटैक नहीं करती है। टार्गेटेड थेरेपी सेल्स के कुछ भागों पर फोकस करती है।
लंग कैंसर के उपचार से पहले जान लें उससे जुड़ी जरूरी बातें, इस क्विज के माध्यम से:
एंजियोजेनेसिस इन्हिबिटर्स (Angiogenesis Inhibitors)
लेपिडिक एडेनोकार्सिनोमा (Lepidic Adenocarcinoma) के उपचार में अगला है एंजियोजेनेसिस इन्हिबिटर्स (Angiogenesis Inhibitors)। जैसे जैसे शरीर ग्रो करता है, इसमें नए ब्लड वेसल बनते हैं जो सभी सेल्स में खून की सप्लाई करते हैं। इस प्रक्रिया को एंजियोजेनेसिस कहा जाता है। जब नए ब्लड वेसल्स कैंसर सेल्स को ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स प्रदान करते हैं तो इससे कैंसर सेल्स को ग्रो होने और फैलने में मदद मिलती है। एंजियोजेनेसिस इन्हिबिटर्स (Angiogenesis Inhibitors) नए ब्लड वेसल्स को बनने से रोक कर ट्यूमर को ग्रो होने और फैलने से रोक सकती है या धीमा कर सकती है। इसके बाद ट्यूमर नष्ट हो सकते हैं या ग्रो करना बंद कर देते हैं क्योंकि वो जरूरी ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स प्राप्त नहीं कर पाते।
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इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy)
इम्यूनोथेरेपी वो थेरेपी है जो रोगी के इम्यून सिस्टम की प्राकृतिक क्षमता को बढ़ाती है ताकि वो कैंसर से लड़ सके। रोगी के कैंसर सेल्स को सीधे रोकने या नष्ट की कोशिश करने के बजाय, इम्यूनोथेरेपी में रोगी की अपनी नेचुरल इम्युनिटी कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने के लिए प्रशिक्षित की जाती है। कई बार अगर लेपिडिक एडेनोकार्सिनोमा (Lepidic Adenocarcinoma) की स्थिति में ट्यूमर एडवांस्ड हो गए हों, तो दर्द के उपचार के लिए पॉलिटिव केयर (Palliative Care) और सिम्प्टम मैनेजमेंट शामिल है। डॉक्टर रोगी को डायट और एक्सरसाइज रूटीन में बदलाव करने को भी कह सकते हैं।
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लेपिडिक एडेनोकार्सिनोमा (Lepidic Adenocarcinoma) के कई आउटलुक हो सकते हैं जो इस बात पर निर्भर करते हैं कि यह कहां विकसित है? कुछ कैंसर दूसरों की तुलना में तेजी से विकसित होते हैं। लेकिन, कुछ कैंसर में उनका निदान ही तब होता है जब वो एडवांस स्टेज में पहुंच जाते हैं। ऐसे कैंसर उन कैंसर की तुलना में जानलेवा होते हैं जो धीरे-धीरे विकसित होते हैं। अन्य कैंसर की तरह लेपिडिक एडेनोकार्सिनोमा के एडवांस लेवल पर पहुंचने पर इनका इलाज मुश्किल हो सकता है। हालांकि, यह इसके प्रकार और यह कहां फैला है, इसके अनुसार इस समस्या का उपचार संभव है। इसका सर्वाइवल रेट लेपिडिक एडेनोकार्सिनोमा (Lepidic Adenocarcinoma) के प्रकार पर निर्भर करता है।
उपचार की गुणवत्ता और अन्य व्यक्तिगत कारक उपचार को प्रभावित कर सकते हैं। अगर रोगी में इस समस्या का निदान होता है तो डॉक्टर उपचार के साथ-साथ जीवनशैली में परिवर्तन के लिए भी कह सकते हैं। सही आहार का सेवन, व्यायाम, पर्याप्त आराम और नींद और तनाव से बच कर आप न केवल इस समस्या से जल्दी रिकवर हो सकते हैं, बल्कि आपके जीवन की गुणवत्ता भी बढ़ सकती है।