backup og meta

न्यूमोनेक्टॉमी : फेफड़े को रिमूव करने के लिए इस तरह से की जाती है यह सर्जरी!

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/02/2022

    न्यूमोनेक्टॉमी : फेफड़े को रिमूव करने के लिए इस तरह से की जाती है यह सर्जरी!

    न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) एक तरह से लंग कैंसर सर्जरी (Lung Cancer Surgery) है। जिसमें पूरे लंग को रिमूव कर दिया जाता है। आमतौर पर, डॉक्टर न्यूमोनेक्टॉमी की सलाह तभी देते हैं, जब एक लैस इनवेसिव (Less-Invasive) प्रक्रिया पूरे ट्यूमर को नहीं हटा पाती है। कभी-कभी, यह सर्जरी अन्य स्थितियों जैसे ट्यूबरकुलोसिस (Tuberculosis), गंभीर क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Severe Chronic Obstructive Pulmonary Disease), या कोई ट्रामा (Trauma) जो फेफड़ों के पास के प्रमुख ब्लड वेसल्स को बाधित करता है, के इलाज के लिए भी की जा सकती है। यह एक मेजर सर्जिकल प्रोसीजर है, लेकिन इसके बाद भी अपने जीवनशैली में बदलाव कर के रोगी एक अच्छी और एक्टिव लाइफ जी सकते हैं। आइए, जानते हैं इसके न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) के बारे में विस्तार से। 

    न्यूमोनेक्टॉमी क्या है? (Pneumonectomy)

    न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) पूरे लंग को रिमूव करने वाली सर्जरी है। हमारे लंग्स, चेस्ट कैविटी (Chest Cavity) में मौजूद दो बड़े अंगों को कहा जाता है। लंग्स का काम ऑक्सीजन को फिल्टर करना और ब्लड तक इसे पहुंचाना है। इसके साथ ही लंग हमें हानिकारक चीजों जैसे स्मोक, प्रदूषण, बैक्टीरिया और वायरस से भी सुरक्षित रखते हैं। वे इन पदार्थों को फेफड़ों द्वारा बनाए गए बलगम में फंसाते हैं और आंशिक रूप से नष्ट कर देते हैं। फिर खांसने या निगलने से यह बलगम शरीर से निकल जाती है। हर लंग लोब्स या सेक्शंस से बना होता है। हमारे बाएं फेफड़े में 2 लोब्स (Lobes) होते हैं। दाए फेफड़े में 3 लोब्स (Lobes) होते हैं और यह बड़े होते हैं। न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) का प्रयोग इन हेल्थ कंडीशंस के उपचार के लिए भी किया जाता है, जैसे:

    और पढ़ें : Kidney Biopsy : किडनी बायोप्सी क्या है?

  • लंग कैंसर (Lung Cancer)
  • मलिग्नैंट मेसोथेलियोमा (Malignant Mesothelioma) 
  • ट्रॉमेटिक इंजरी (Traumatic Injury)
  • डिसेमिनेटेड थाइमोमास (Disseminated Thymomas)
  • ब्रोन्कियल ऑब्स्ट्रक्शन (Bronchial Obstruction) 
  • कंजेनिटल लंग डिजीज (Congenital)
  • लंग इंफेक्शंस जैसे ट्यूबरकुलोसिस (Lung Infection)
  • न्यूमोनेक्टॉमी

    न्यूमोनेक्टॉमी के प्रकार (Types of Pneumonectomy)

    न्यूमोनेक्टॉमी को दो भागों में बांटा गया है इसके दो प्रकार इस तरह से हैं:

    हार्वर्ड मेडिकल स्कूल (Harvard Medical School) के अनुसार न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) लंग का सर्जिकल रिमूवल है। यह सर्जरी उन लोगों में कैंसर के उपचार के रूप में ध्यान से की जाती है, जिनमें कैंसर लंग के बाहर नहीं फैला होता और रोगी इस प्रक्रिया के लिए पूरी तरह से हेल्दी होता है। लंग कैंसर के अन्य उपचारों की तुलना में न्यूमोनेक्टॉमी को हाय रिस्क सर्जरी (High Risk Surgery) माना जाता है।

    और पढ़ें : Lung Cancer: फेफड़े का कैंसर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज

    न्यूमोनेक्टॉमी के लिए क्या तैयारी करनी चाहिए? (Preparation for Pneumonectomy)

    न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) से पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। इस सर्जरी से पहले आप इसके बारे में जान लें। इसके साथ ही इन बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है:

  • अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो सर्जरी से पहले इनके बारे में डॉक्टर को बता दें। 
  • अगर आप कोई हर्ब, विटामिन या अन्य सप्लीमेंट ले रहे हैं तो भी डॉक्टर को बताना जरूरी है। 
  • डॉक्टर आपको न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) से पहले कुछ दवाईयों को लेने के लिए मना कर सकते हैं जैसे ब्लड थिनर्स (Blood Thinners)।
  • अगर आप स्मोक करते हैं, तो इस सर्जरी से पहले आपको इसे भी छोड़ना होगा। इसके लिए आप अपने डॉक्टर से मदद ले सकते।
  • अगर आपको कोई एलर्जी है, तो भी डॉक्टर को बता दें।
  • अगर आपको लोकल या जनरल एनेस्थीसिया (General Anesthesia) से कोई रिएक्शन होता है, तो यह जानकारी भी आपके डॉक्टर को होना जरूरी है। 
  • न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) के लिए तैयार होने के लिए आपको रोजाना व्यायाम करना चाहिए। इसके बारे में भी अपने डॉक्टर से मार्गदर्शन लें। आपको स्पिरोमीटर (Spirometer) नामक डिवाइस के साथ ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने की भी जरूरत होगी।
  • सर्जरी से एक रात पहले आपको कुछ भी खाना या पीना नहीं है। 
  • और पढ़ें : फेफड़ों के बाद दिमाग पर अटैक कर रहा कोरोना वायरस, रिसर्च में सामने आईं ये बातें

    न्यूमोनेक्टॉमी से पहले किन टेस्ट्स को करना जरूरी है? (Tests Before Pneumonectomy)

    न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) से पहले आपको कई चीजों का विशेष ध्यान रखना होगा। इससे पहले डॉक्टर भी आपको कुछ टेस्ट्स कराने के लिए कह सकते हैं जो इस प्रकार हैं:

    न्यूमोनेक्टॉमी

    और पढ़ें : कुछ ऐसे किया जाता है रेक्टल बायोप्सी से कई समस्याओं का निदान

    न्यूमोनेक्टॉमी के दौरान क्या होता है? (Procedure of Pneumonectomy)

    न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) से पहले आप अपने डॉक्टर से इसके बारे में पूरी जानकारी ले लें। रोगी के लिए शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से इसके लिए तैयार होना भी बेहद जरूरी है। यह सर्जरी इस प्रकार की जाती है:

  • न्यूमोनेक्टॉमी(Pneumonectomy) के लिए रोगी को ऑपरेटिंग टेबल एक साइड के बल पर लेटना होता है और इस दौरान आपकी बाजू सिर के ऊपर होनी चाहिए। 
  • इंफेक्शन से बचने के लिए मरीज को एंटीबायोटिक्स भी दी जा सकती हैं।
  • इसके बाद रोगी को एनेस्थीसिया दिया जाएगा, ताकि मरीज को पूरी प्रक्रिया के दौरान कुछ भी महसूस न हो और वो शांत रहे। इस सर्जरी में कई घंटे लग सकते हैं।
  • सर्जन दो रिब्स में बीच में कई इंच लंबा एक कट लगाते हैं। यह कट बाजू से प्रभावित लंग की तरफ पीठ तक जा सकता है।  
  • अब सर्जन 2 रिब्स को अलग करते हैं। कुछ मामलों में सर्जन रिब का छोटा पार्ट रिमूव कर सकते हैं।
  • सर्जन प्रभावित फेफड़े को डेफ्लेक्ट कर देते हैं और उसे हटा देते हैं।
  • यही नहीं, इसके आसपास के कुछ लिम्फ नॉड्स को भी रिमूव किया जा सकता है। इनसे यह पता चल सकता है कि कैंसर कितना एडवांस्ड है।
  • अब सर्जन रिब्स, मसल्स और स्किन को बंद कर देते हैं।
  • ज्यादातर समय, उस प्लेयरल स्पेस (Pleural Space) में एक टेस्ट ट्यूब छोड़ी जाती है, जहां से फेफड़े को हटाया गया था। रोगी की स्थिति में सुधार होने पर इसे हटा दिया जाता है।
  • जब एनेस्थीसिया का असर कम होता है और मरीज होश में आता है। वो कुछ समय तक बैचेन महसूस कर सकता है। ऐसा एनेस्थीसिया के प्रभाव के कारण होता है। लेकिन, रोगी में कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए जैसे हार्ट रेट (Heart Rate), ब्रीदिंग (Breathing) ,ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) और ऑक्सीजन लेवल (Oxygen Level) आदि।
  • रोगी को ऑक्सीजन नाक के स्माल ट्यूब के माध्यम से भी दी जा सकती है। हालांकि, यह अस्थायी होती है। 
  • मरीज सूजन महसूस कर सकते हैं। लेकिन अगर वो दर्द महसूस करते हैं, तो आपको दर्द की दवा भी दी जा सकती है। 
  • रोगी को खास स्टॉकिंग दी जा सकती हैं, जिन्हें कम्प्रेशन स्टॉकिंग कहा जाता है ताकि ब्लड क्लॉट्स से बचा जा सके। 
  • न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) के बाद रोगी को 6 से 10 दिन अस्पताल में गुजरने पड़ते हैं, हालांकि, आठ हफ़्तों के बाद वो अपने नियमित काम आसानी से करने में सक्षम हो सकते हैं। जानिए न्यूमोनेक्टॉमी के बाद किन बातों का रखना चाहिए ध्यान?

    और पढ़ें : वर्ल्ड लंग्स डे: इस तरह कर सकते हैं फेफड़ों की सफाई, बेहद आसान हैं तरीके

    न्यूमोनेक्टॉमी के बाद किन चीजों का रखें ध्यान (Tips for Pneumonectomy)

    न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) एक मेजर सर्जरी है और इसके बाद मरीज को खास देखभाल की जरूरत होती है। इस सर्जरी के बाद आपको इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए ताकि मरीज जल्दी रिकवर हो सके:

    • रोगी को डॉक्टर की सलाह के अनुसार टांके या स्टेपल को रिमूव करना चाहिए। 
    • मरीज सर्जरी के बाद जल्दी तक जाने की समस्या महसूस कर सकता है। लेकिन, ऐसा होना सामान्य है। जल्दी ही रिकवरी होना शुरू हो जाती है।
    • रोगी को रोजाना पर्याप्त आराम के साथ ही सैर भी अवश्य करनी चाहिए।
    • मरीज कुछ हफ्तों तक कोई भी हैवी चीज को न उठाए। 
    • दवाईयों, व्यायाम, डायट और देखभाल आदि के मामलों में डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें।
    • अगर आपको इंफेक्शन का कोई भी लक्षण नजर आए, जैसे बुखार, सूजन या दर्द तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। जानिए इससे जुड़े रिस्क-फैक्टर्स से।

    लंग कैंसर के उपचार से पहले जान लें उससे जुड़ी जरूरी बातें, इस क्विज के माध्यम से

    और पढ़ें : लंग कैंसर क्या होता है, जानें किन वजहों से हो सकती है ये खतरनाक बीमारी

    न्यूमोनेक्टॉमी से जुड़े रिस्क-फैक्टर्स कौन से हैं? (Risk-factors of pneumonectomy)

    हर सर्जरी या मेडिकल प्रोसेस की तरह इस सर्जरी से जुड़े कुछ रिस्क-फैक्टर्स भी हैं। इन रिस्क फैक्टर्स के बारे में पहले जानकारी होने से आपको किसी जटिलता से बचने में आसानी हो सकती है। यह रिस्क और साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हो सकते हैं:

    • न्यूमोनेक्टॉमी के बाद सांस लेने के लिए मशीन की जरूरत पड़ सकती है जैसे वेंटीलेटर (Ventilator) या रेस्पिरेटर (Respirator) 
    • एनेस्थीसिया से रिएक्शन हो सकता है (Reaction of Anesthesia)
    • ब्लीडिंग (Bleeding)
    • हार्ट संबंधी समस्याएं जिनमें एरिथमिया (Arrhythmias) और हार्ट अटैक (Heart Attack) शामिल है ।
    • पल्मोनरी एम्बोलिस्म (Pulmonary embolism)
    • निमोनिया (Pneumonia)
    • कट या चीरे में इंफेक्शन (Infection at the Incision)
    • ब्रोंकोप्लुरल फिस्टुला (Bronchopleural Fistula)
    • ऑर्गन फेलियर जैसे किडनी फेलियर (Organ Failure)
    • आसपास के लंग या ब्लड वेसल में इंजरी (Injury to surrounding Lung or Blood Vessels)
    • अधिक समय तक सांस लेने में समस्या (Long term Shortness of Breath)
    • पोस्टन्यूमोनेक्टॉमी सिंड्रोम (Postpneumonectomy syndrome)

    अगर आपके दिमाग में इस सर्जरी से संबंधित कोई भी सवाल या समस्या है, तो डॉक्टर से अवश्य बात करें।

    न्यूमोनेक्टॉमी

    और पढ़ें : फेफड़ों में इंफेक्शन के हैं इतने प्रकार, कई हैं जानलेवा

    न्यूमोनेक्टॉमी (Pneumonectomy) एक मेजर सर्जरी है। जो मरीज के जीवन पर गहरा प्रभाव ड़ाल सकती है। लेकिन इस सर्जरी के बाद भी रोगी एक एक्टिव और स्वस्थ जीवन जी सकता है। इस प्रक्रिया से पहले डॉक्टर इस बात को अच्छे से जान लेते हैं कि यह प्रक्रिया रोगी के लिए सही है या नहीं। अगर किसी को इस सर्जरी की सलाह दी जाती है तो इसका अर्थ है कि रोगी हेल्दी है और वो इस प्रक्रिया को आसानी से सहन कर सकता है। लेकिन, इसके बाद रोगी की देखभाल भी बेहद जरूरी है ताकि कुछ दिनों में वो अच्छे से रिकवर हो पाएं और अपना जीवन फिर से पहले की तरह व्यतीत कर सके।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    और द्वारा फैक्ट चेक्ड

    Nikhil deore


    AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/02/2022

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement