बुजुर्गों की देखभाल के समय रखनी पड़ती है सावधानी, अगर आपको है जानकारी तो खेलें क्विज
याददाश्त का कमजोर होना (Memory weakness)
याददाश्त कमजोर होना या कुछ याद न होना उम्र के बढ़ने के साथ सामान्य है। एजिंग (Ageing) के साथ सोचने की क्षमता भी कम हो जाती है। दवा के दुष्प्रभाव या थायराइड के कारण भी ऐसा हो सकता है। इसके लिए आप मेंटल एक्सरसाइजेज कर सकते हैं या डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
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डिप्रेशन (Depression)
आमतौर, पर उम्र के बढ़ने पर यह समस्या कम होती है। लेकिन, यह उन लोगों में सामान्य है जो किसी रोग से पीड़ित हैं या अकेले हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको खुश और सकारात्मक रहना चाहिए। अधिक लोगों से मिलें और अपने जीवन में कुछ सकारात्मक बदलाव लाएं।
यूरिनरी इंकॉन्टीनेंस (Urinary incontinence)
एक्टिव एजिंग (Active Ageing) का अगला रोग है, मूत्र को नियंत्रित करने की समस्या। जो उम्र के बढ़ने के साथ-साथ बदतर हो जाती है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है, हालांकि इसके अलग-अलग अंडरलाइंग कारण हो सकते हैं, जैसे पुरुषों में प्रोस्टेट का बढ़ना आदि।
दर्द (Pain)
शोध के मुताबिक साठ से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग हर महीने शरीर में कहीं न कहीं दर्द का अनुभव करते हैं। हमेशा रहने वाली दर्द कम शारीरिक गतिविधि, तनाव और खुद की कम देखभाल के कारण हो सकती है। यह दर्द एक नई स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है।
अलगाव और अकेलापन (Isolation and loneliness)
अलगाव और अकेलापन भी एक्टिव एजिंग (Active Ageing) की समस्याओं में से एक है। जो बुजुर्ग अकेले रहते हैं खासतौर पर जो किसी हेल्थ प्रॉब्लम से गुजर रहे हैं, उनमें यह समस्या अधिक देखी गई है।

पॉलिफार्मेसी (Polypharmacy)
पॉलिफार्मेसी का अर्थ है कई दवाएं लेना। यह मुख्य रूप से एक समस्या है क्योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे ही दवा के साइड-इफेक्ट या इंटरैक्शन से नुकसान का जोखिम बढ़ जाता है। इसके साथ ही पॉलिफार्मेसी में सभी दवाओं को खरीदना भी महंगा हो सकता है और हर दिन कई बार दवाएं लेना एक वास्तविक परेशानी का कारण बन सकता है।
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हेल्दी एजिंग (Healthy Aging) के लिए किन डायट्स को फॉलो करना चाहिए?
स्वस्थ भोजन किसी भी उम्र में महत्वपूर्ण है, लेकिन एक्टिव एजिंग (Active Ageing) के लिए यह और भी जरूरी हो जाता है। इस उम्र में आहार में वैरायटी और गुणवत्ता ही जरूरी नहीं होती। बल्कि और भी कई चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। जानिए, आपकी एक्टिव एजिंग के लिए डायट (Diet for Active Aging) कैसी होनी चाहिए:
- हेल्दी और एक्टिव एजिंग (Active Ageing) के लिए प्राकृतिक आहार का अधिक और प्रोसेस्ड भोजन का कम सेवन करना जरूरी है। हमारा शरीर विभिन्न आहार के लिए अलग रेस्पॉन्ड करता है। इसके लिए जेनेटिक्स और अन्य स्वास्थ्य कारक जिम्मेदार है।
- अधिक से अधिक फल और सब्जियां खाएं। इसके साथ ही आहार और भोजन के रंगों में भी विभिन्नता लाएं। जब सब्जियों की बात आती है, तो एंटीऑक्सिडेंट युक्त सब्जियों जैसे पालक और ब्रोकली के साथ-साथ रंगीन सब्जियां जैसे गाजर और लौकी आदि को चुनें। रोजाना इनका सेवन करें।
- हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम का सेवन करना न भूले। एक्टिव एजिंग (Active Ageing) के लिए यह बहुत जरूरी है क्योंकि उम्र के बढ़ने के साथ बोन फ्रैक्चर (Bone fracture) और ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) जैसी समस्याएं हो सकती है। दूध, दही, पनीर के साथ ब्रोकली, बादाम आदि भी इसका अच्छा स्त्रोत हैं।
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