इन ऊपर बताये गए टेस्ट गुदा कैंसर (Anal cancer) के दौरान की जाती है। हालांकि पेशेंट के हेल्थ कंडिशन को देखते हुए अन्य टेस्ट करवाने की भी सलाह दी जाती है।
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एनल कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment of Anal cancer)
एनल कैंसर (गुदा कैंसर) का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे:
सर्जरी (Surgery)
एनल कैंसर का इलाज सर्जरी की मदद ली जाती है। सर्जरी की मदद से कैंसरस ट्यूमर को रिमूव कर दिया जाता है। इस दौरान विशेष रूप से एब्डोमिनोपेरियल रिसेक्शन (Abdominoperineal (AP) resection) की सहायता ली जाती है।
रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy)
रेडिएशन थेरिपी को मेडिकल टर्म में रेडियोथेरिपी भी कहा जाता है और एनल कैंसर के इलाज के लिए अलग-अलग तरह की रेडिएशन थेरिपी की सहायता ली जाती है। लिम्फ नॉड्स (Lymph nodes) की रिमूव करने के लिए रेडिएशन थेरिपी की मदद ली जा सकती है। रेडिएशन थेरिपी के एक से ज्यादा सेशन हो सकते हैं।
कीमोथेरिपी (Chemotherapy)
एनल कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरिपी की मदद ली जा सकती है। कभी-कभी कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान कीमोथेरिपी के साथ-साथ रेडिएशन थेरिपी की भी मदद ली जा सकती है।
सर्जरी, कीमोथेरिपी या रेडिएशन थेरिपी की मदद पेशेंट की हेल्थ कंडिशन एवं एनल कैंसर के स्टेज को ध्यान में रखकर किया जाता है।
एनल कैंसर के स्टेज कौन-कौन से हैं? (Stages of Anal cancer)
कैंसर के स्टेज मुख्य रूप से 4 भागों में बटे होते हैं। जैसे:
- स्टेज 1 (Stage 1)- एनल कैंसर यानी जब गुदा में कैंसर की स्थिति शुरू होती, तो यह 2 cm या इससे छोटा होता है।
- स्टेज 2 (Stage 2)- कैंसरस ट्यूमर 2 cm से बड़ा हो जाता है, लेकिन इस स्टेज के दौरान ट्यूमर एनल कैनाल से बाहर नहीं निकल पाता है।
- स्टेज 3(Stage 3)- इस स्टेज में एनल कैंसर के कैंसरस टिशू एनस (Anus) और लिम्फ नॉड्स (Lymph nodes) तक फैल जाता है। यही नहीं इस स्टेज में कैंसरस सेल ब्लैडर और यूरिनरी ट्रैक्ट में भी अपनी जगह बनाने में सफल हो सकता है।
- स्टेज 4 (Stage 4)- एनल कैंसर का यह लास्ट स्टेज होता है और इस स्टेज में कैंसर सेल्स शरीर के दूसरे हिस्सों को भी अपना शिकार बना लेते हैं।
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार एनल कैंसर के इलाज के बाद भी समय-समय पर डॉक्टर से कंसल्टेशन करते रहना चाहिए, क्योंकि इससे हेल्थ कंडिशन और एनल कैंसर (Anal cancer) के कैंसरस टिशू फिर से अपनी जगह ना बना लें।
एनल कैंसर से बचाव कैसे संभव है? (Prevention from Anal cancer)
एनल कैंसर (गुदा कैंसर) से बचाव के लिए नीचे दिए इन 4 बातों को हमेशा ध्यान रखें। जैसे:
- हमेशा सेफ सेक्स (Safe sex) का विकल्प चुने।
- समय-समय पर सर्वाइकल स्मीयर टेस्ट (Cervical Smear Tests) करवाएं।
- ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) के शिकार ना हों, इसलिए HPV वैक्सिनेशन करवाएं।
- स्मोकिंग (Smoking) ना करें।
कैंसर (Cancer) से जुड़ी जानकरी छिपी है नीचे दिए इस क्विज में। क्विज खेलिए और जानिए अपना स्कोर।
अगर आप एनल कैंसर (Anal cancer) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप एनल कैंसर (Anal cancer) से पीड़ित हैं या इस आर्टिकल में बताये लक्षणों या कोई अन्य लक्षण महसूस कर रहें, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन जरूर करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर और एनल कैंसर के लक्षण को समझकर जल्द से जल्द इलाज शुरू करेंगे।
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