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फैक्टर II डेफिशियेंसी का उपचार कैसे होता है? (Treatment of Factor II Deficiency)
फैक्टर II डेफिशियेंसी (Factor II Deficiency) के उपचार में ब्लीडिंग को रोकने, अंडरलायिंग कंडीशंस का ट्रीटमेंट और सर्जरी या इनवेसिव डेंटल प्रोसीजर्स (Invasive Dental Procedures) से पहले इससे बचाव के सही तरीके अपनाना आदि शामिल है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से:
ब्लीडिंग को कंट्रोल करना (Controlling Bleeding)
ब्लीडिंग के लिए उपचार में प्रोथ्रोम्बिन कॉम्प्लेक्स (Prothrombin Complex) के इनफ्यूजंस, फैक्टर II और अन्य क्लॉटिंग फैक्टर्स का मिश्रण शामिल हो सकता है, ताकि आपकी क्लॉटिंग एबिलिटी को बढ़ाया जा सके। इसके लिए फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा (Fresh Frozen Plasma) का प्रयोग किया जाता रहा है। लेकिन, आजकल इसका प्रयोग कम किया जाता है। जानिए इस बीमारी के उपचार के तरीकों के बारे में:
अंडरलायिंग कंडीशंस का उपचार (Treatment of Underlying Conditions)
एक बार जब ब्लीडिंग कंट्रोल हो जाती है। तो ब्लड प्लेटलेट्स के कार्य को बाधित करने वाली अंडरलायिंग कंडीशंस का इलाज किया जा सकता है। अगर आपकी यह अंडरलायिंग स्थिति ठीक नहीं होती है, तो उपचार का फोकस लक्षणों को मैनेज करने और और क्लॉटिंग डिसऑर्डर के प्रभाव पर होगा।
सर्जरी से पहले प्रोफिलेक्टिक उपचार (Prophylactic Treatment before Surgery)
यदि आप किसी सर्जरी या इनवेसिव प्रोसीजर (Invasive Procedures) की योजना बना रहे हैं, तो ब्लीडिंग के जोखिम को कम करने के लिए क्लॉटिंग फैक्टर या अन्य उपचारों की आवश्यकता हो सकती है।
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हेल्दी लिविंग (Healthy Living)
हेल्दी आदतों को अपनाना न केवल फैक्टर II डेफिशियेंसी (Factor II Deficiency) बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। इसके लिए आपको इन तरीकों को अपनाना चाहिए: