इनहेरिटेड इथ्योसिस (माता-पिता से बच्चों में होने वाला) आमतौर पर जन्म के समय होता है या बचपन में विकसित होता है। एक जेनेटिक बीमारी के कारण इथ्योसिस इंफेक्शन नहीं होता और यह संक्रामक (Infection) नहीं है यानि की एक से दूसरे में नहीं फैलता है।
एक्वायर्ड इथ्योसिस वयस्कों में अधिक आम है और विभिन्न स्थितियों या दवाओं से ट्रिगर हो सकता है।
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बच्चों में इथ्योसिस के इलाज (Treatment for Ichthyosis in kids)
बच्चों में इथ्योसिस के इलाज के लिए दो मुख्य प्रकार की दवाओं का उपयोग किया जाता हैः
केराटोलिटिक्स (keratolytics)
केराटोलिटिक्स स्किन को ढीला करने और उसके झड़ने में भी मददगार हैं। केराटोलिटिक्स क्रीम में पाए जाते हैं, जो त्वचा को मॉइस्चराइज भी करते हैं। फायदों के साथ वे स्किन को परेशान भी कर सकते हैं, जिससे लाल निशान, चुभन, खुजली या असुविधा हो सकती है। इनमें से कोई भी लक्षण होने पर क्रीम की डोज को बदला जा सकता है।
केराटोलिटिक्स के उदाहरणों में शामिल हैं:
- लैक्टिक एसिड और सैलिसिलिक एसिड 1–5% क्रीम
- अमोनियम लैक्टेट
- हाइड्रोक्सी एसिड क्रीम (e.g. NeoStrata)
- यूरिया क्रीम (e.g. Urederm, Eulactol, Calmurid)
रेटिनॉइड (retinoids)
बच्चों में इथ्योसिस के गंभीर मामलों में दूसरे प्रकार की दवा, जिसे रेटिनॉइड भी कहा जाता है (जैसे कि नियोटिगासन)। रेटिनॉइड स्केल, लाल निशान और खुजली से छुटकारा पाने में मददगार हो सकती है। रेटिनोइड विटामिन ए से मिलता है।
विटामिन ए की हाई डोज लेने से आंखों, होंठ और नाक में ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। अन्य दुष्प्रभावों में नाक बहना, सिरदर्द, मतली और उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल शामिल हैं। अगर यह गर्भावस्था के दौरान लिया जाता है, तो विटामिन ए की अधिक मात्रा बर्थ डिफेक्ट का कारण बन सकता है।
रेटिनॉइड केवल त्वचा विशेषज्ञों द्वारा दिया जाता हैं और नियमित जांच और ब्लड टेस्ट के साथ इसकी जांच की जा सकती है।
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बच्चों में इथ्योसिस (Ichthyosis in kids) की देखभाल कैसे करें
अगर आपके बच्चे को इथ्योसिस है, तो आपको उनकी त्वचा की देखभाल के लिए हर दिन समय देना पड़ सकता है।
- मॉइस्चराइजर त्वचा में सूखेपन की स्थिति में सुधार करने में मदद करता हैं। यह खोई हुई नमी को वापस लाता हैं। इसे नियमित रूप से लगाने की जरूरत होती है खासकर नहाने के बाद।
- उन साबुन को लगाना अवॉयड करें, जो त्वचा को और भी अधिक शुष्क कर सकते हैं। इसके बजाय सोप सब्सटिट्यूट का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि तेल और बॉडी वॉश।
- अगर बार-बार इंफेक्शन (Infection) एक समस्या है, तो अपने बच्चे के नहाने वाले पानी में ब्लीच मिलाने से त्वचा पर बैक्टीरिया को कम करने और इंफेक्शन को रोकने में मदद मिल सकती है।
- स्कैल्प के लिए सैलिसिलिक एसिड या टार वाले शैंपू स्केलिंग को कम कर सकते हैं और खुजली से छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं। धोने के बाद स्कैल्प से स्केलिंग को हटाने के लिए बालों को ब्रश करें।
बच्चों में इथ्योसिस उनके और उनके परिवारों के लिए चिंताजनक हो सकता है। ऐसी स्थिति वाले बच्चे ज्यादातर लो सेल्फ-एस्टीम से पीड़ित हो सकते हैं।