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5.धनिया का उपयोग करें और नकसीर से राहत पाएं
धनिया तासीर में काफी ठंडी होती है। आयुर्वेद में धनिए को नाक से खून आने पर इलाज के लिए एक औषधि के रूप में जाना जाता है। धनिए में प्राकृतिक एंटीहिस्टमीन गुण होता है, जो एलर्जी को रोकने में मदद करता है।
नकसीर को रोकने के लिए धनिया के रस या धनिया के तेल की कुछ बूंदे अपनी नाक में डालें। नाक से खून आना बंद हो जाएगा। इस प्रक्रिया के अलावा धनिया का पेस्ट भी बनाया जा सकता है। नाक से खून आने पर धनिया का पेस्ट माथे पर लगाने से खून आना बंद हो सकता है।
नकसीर से बचा सकती हैं ये तीन चीजें
- शरीर में पानी की कमी होने से म्यूकस मेम्ब्रेन्स ड्राय हो जाती हैं, जिससे नाक से खून आने लगता है। इससे बचने के लिए दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- विटामिन के रिच फूड्स जैसे कि, पालक, ब्रोकली, गोभी कोलेजन प्रोड्यूस करने में मदद करते हैं, जो नाक के अंदर नमी बनाए रखने में मददगार है। जिनकी वजह से ब्लड वैसल्स रप्चर नहीं होती है। जिससे नोज ब्लीडिंग को रोकने में मदद मिलती है।
- इसी तरह विटामिन सी से युक्त फूड्स ब्लड वैसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाते हैं। जिससे वे रप्चर नहीं होती और नकसीर की समस्या से निजात मिलती है। अंगूर, संतरा, नींबू आदि विटामिन सी के अच्छे सोर्स हैं।
नकसीर का सामना किन लोगों को ज्यादा करना पड़ता है?
किसी को भी कभी भी नकसीर का सामना करना पड़ सकता है। कुछ लोगों को ये परेशानी ज्यादा होती है। वे निम्न हैं।
- 2 से 10 साल तक के बच्चों को इस परेशानी से ज्यादा पीड़ित होते हैं। शुष्क वातावरण, कोल्ड्स, एलर्जी, उंगली या किसी ऑब्जेक्ट को नाक में डालने की आदत के चलते बच्चों को अकसर नकसीर का सामना करना पड़ता है।
- 45 साल से लेकर 65 साल तक व्यस्कों को भी इस समस्या से दो चार होना पड़ सकता है।
- उम्र बढ़ने पर ब्लड क्लॉट बनने में ज्यादा समय लगने लगता है।
- वहीं बुजुर्ग लोग खून को पतला करने वाली दवाओं का उपयोग करते हैं। जिससे भी नकसीर की समस्या हो सकती है।
- वहीं कई लोग हाय ब्लड प्रेशर और ब्लीडिंग डिसऑर्डर भी इस समस्या को बढ़ाने का काम करते हैं।
- प्रेग्नेंसी के समय भी नोज ब्लीडिंग की संभावना बढ़ जाती है।
- हीमोफीलिया और ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर का सामना कर रहे लोगों को भी नकसीर होने की संभावना ज्यादा होती है।
नोज ब्लीड (Nosebleeds) होने पर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?
निम्न स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- अगर अकसर नकसीर की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
- अगर आपको एनीमिया के लक्षण जैसे कि थकान, सांस लेने में तकलीफ, बेहोश जाना आदि दिखाई दे रहे हैं।
- अगर बच्चा दो साल से छोटा है और उसे लगातार इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- किसी दवा का उपयोग करने के बाद नकसीर की समस्या शुरू हुई है।
- नाक से खून आने के साथ ही बॉडी में किसी प्रकार के कोई बदलाव नजर आ रहे हैं।
- पंद्रह से बीस मिनट तक लगातार खून आ रहा है
- खून की मात्रा बहुत अधिक है
- अगर आपको सांस लेने में समस्या हो रही है
आपको बता दें कि ये घरेलू उपचार सामान्य तरीके से नाक से खून आने की समस्या के लिए हैं। अगर आपको लगे कि समस्या बढ़ रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करने में देरी न करें। इसके अलावा, इन उपायों को भी अपनाने से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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