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मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) क्या है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/05/2022

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) क्या है?

    कैंसर कोशिकाएं रेक्टम या कोलन में एक ट्यूमर से अलग हो सकती हैं और रक्तप्रवाह या लिम्फेटिक सिस्टम के माध्यम से शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं। ये कोशिकाएं एक अलग अंग में रह सकती हैं और नए ट्यूमर बना सकती हैं। भले ही कैंसर एक नए अंग में फैल गया हो, फिर भी इसका नाम शरीर के उस हिस्से के नाम पर होता है जहां से इसकी शुरुआत हुई थी। तो कोलोरेक्टल कैंसर जो फेफड़ों, यकृत या किसी अन्य अंग में फैलता है, या मेटास्टेसिस करता है, मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर कहलाता है।

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) वह कैंसर है जो मेटास्टेसाइज हो गया है। इसका मतलब है कि यह अन्य अंगों या लिम्फ नोड्स जैसे क्षेत्रीय या दूर के स्थानों में फैल गया है। हालांकि कैंसर शरीर के किसी भी अन्य हिस्से में फैल सकता है, लेकिन कोलोरेक्टल कैंसर अक्सर लिवर, लंग्स या पेरिटोनियम में फैलता है। मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर का इलाज बहुत मुश्किल है। एक बार कैंसर फैलने के बाद इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है।

    हालांकि, ऐसे उपचार उपलब्ध हैं जो कैंसर के विकास को रोकने या धीमा करने और लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं। कोलोरेक्टल कैंसर के उपचार में निरंतर विकास ने मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) वाले लोगों में जीवित रहने की दर में सुधार किया है।

    कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of colorectal cancer?)

    कोलोरेक्टल कैंसर के बढ़ने या फैलने के बाद के चरणों में लक्षण पैदा होने की संभावना अधिक होती है। कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षणों में शामिल हैं:

    • बॉवेल हैबिट्स में बदलाव, जैसे कब्ज, दस्त, कम स्टूल पास होना
    • स्टूल में ब्लड
    • स्टूल को लाल या काला दिखाना
    • रेक्टल ब्लीडिंग
    • स्टूल पास करने के बाद ऐसा महसूस होना कि पेट साफ नहीं हुआ है
    • पेट में ऐंठन या दर्द
    • थकान
    • बिना किसी कारण के वजन घटना
    • एनीमिया

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण (Symptoms of metastatic colorectal cancer)

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कैंसर कहां तक फैला है और मेटास्टेटिक ट्यूमर का आकार कैसा है। इसके लक्षणों में निम्न शामिल है।

    • पीलिया या पेट में सूजन, जब कैंसर लिवर में फैल गया हो
    • सांस की तकलीफ, जब कैंसर फेफड़ों में फैल गया हो
    • हड्डी में दर्द और फ्रैक्चर, जब कैंसर हड्डी में फैल गया हो
    • चक्कर आना, सिरदर्द, या दौरे, जब कैंसर मस्तिष्क में फैल गया हो

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर कैसे डेवलप होता है? (How does metastatic colorectal cancer develop?)

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer)

    कोलोरेक्टल कैंसर आमतौर पर एक पॉलीप के रूप में शुरू होता है जो आपके रेक्टम या कोलन की आंतरिक परत में विकसित होता है और कई वर्षों में धीरे-धीरे बढ़ता और परिवर्तित होता है। एक बार कैंसर विकसित हो जाने पर, यह रेक्टम या कोलन की दीवार में आगे बढ़ सकता है और ब्लड या लिम्फ वेसल्स पर आक्रमण कर सकता है। कैंसर कोशिकाएं पास के लिम्फ नोड्स में फैल सकती हैं और रक्त वाहिकाओं में अन्य अंगों या ऊतकों तक भी जा सकती हैं।

    कोलोरेक्टल कैंसर के फैलने के सबसे आम स्थान लिवर, फेफड़े और पेरिटोनियम हैं, लेकिन कैंसर आपके शरीर के अन्य हिस्सों जैसे हड्डियों और मस्तिष्क में भी फैल सकता है।

    और पढ़ें: Colon polyps: कोलन पॉलीप्स क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर कैसे डायग्नोस किया जाता है? (Metastatic colorectal cancer diagnosis)

    कुछ लोगों को प्रारंभिक निदान के समय मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर होता है। दूसरों को पता चलता है कि उनके प्रारंभिक कोलोरेक्टल कैंसर निदान के महीनों या वर्षों बाद भी उनका कैंसर फैल गया है। कोलोरेक्टल कैंसर का निदान करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मुख्य परीक्षण एक कोलोनोस्कोपी है, जिसमें बायोप्सी और अन्य कोशिका और ऊतक अध्ययन शामिल हैं।

    इमेजिंग परीक्षणों का उपयोग करके मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) का निदान किया जाता है ताकि यह देखा जा सके कि कैंसर फैल गया है या नहीं। ट्यूमर पर बायोप्सी की जा सकती है ताकि यह जांचा जा सके कि यह मेटास्टेटिक ट्यूमर है या एक अलग प्रकार का प्राथमिक कैंसर है।

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic colorectal cancer) के निदान के लिए किए जाने वाले टेस्ट

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) के निदान के लिए उपयोग किए जाने वाले इमेजिंग परीक्षणों में शामिल हैं:

    सीटी स्कैन (CT Scan)

    सीटी स्कैन का उपयोग यह देखने के लिए किया जाता है कि क्या कोलोरेक्टल कैंसर सीने, पेट या एब्डोमिनल में लिम्फ नोड्स या अन्य अंगों में फैल गया है। यकृत जैसे अंगों में मेटास्टेस की पुष्टि करने के लिए बायोप्सी का करने के लिए एक सीटी स्कैन का भी उपयोग किया जा सकता है।

    अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)

    पेट के अल्ट्रासाउंड का उपयोग यह देखने के लिए किया जा सकता है कि क्या कोलोरेक्टल कैंसर लिवर में फैल गया है। जरूरत पड़ने पर अल्ट्रासाउंड के साथ बायोप्सी भी की जा सकती है।

    एमआरआई (MRI)

    एब्डोमिनल या पेट के एमआरआई स्कैन का उपयोग यह देखने के लिए किया जा सकता है कि एब्डोमिनल के भीतर कैंसर कहां फैल गया है और इसमें कोई लिम्फ नोड्स शामिल है या नहीं।

    एक्स-रे (X-Ray)

    चेस्ट का एक्स-रे अक्सर यह देखने के लिए किया जाता है कि क्या कोलोरेक्टल कैंसर फेफड़ों में मेटास्टेसाइज हो गया है। हड्डी के मेटास्टेस की जांच के लिए एक्स-रे का भी उपयोग किया जा सकता है।

    और पढ़ें: Colon cancer: कोलन कैंसर क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपाय

    पीईटी स्कैन (PET Scan)

    पीईटी स्कैन का उपयोग अक्सर मस्तिष्क सहित पूरे शरीर में मेटास्टेस की जांच के लिए किया जाता है। इसका उपयोग स्टेजिंग और उपचार की योजना बनाने के लिए भी किया जा सकता है, जैसे कि सर्जरी, मेटास्टेटिक ट्यूमर के लिए। एक संयोजन पीईटी/सीटी स्कैन का भी उपयोग किया जा सकता है।

    मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है? (Metastatic colorectal cancer treatment)

    कोलोरेक्टल कैंसर का उपचार कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें ट्यूमर का फैलाव और आकार और स्थान शामिल है। मरीज की उम्र, संपूर्ण हेल्थ और कैंसर के उपचार से संभावित दुष्प्रभावों पर भी विचार किया जाता है। आपकी विशिष्ट स्थिति के लिए सर्वोत्तम उपचार निर्धारित करने के लिए डॉक्टर ट्रीटमेंट प्लान बनाएगा। मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) का इलाज संभव नहीं होता। ट्रीटमेंट का उद्देश्य आमतौर पर सर्वाइवल रेट को बढ़ाना और लक्षणों को दूर करना या रोकना है।

    दुर्लभ उदाहरणों में, मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) को सर्जरी द्वारा ट्यूमर को हटाकर ठीक किया जा सकता है। अधिकांश समय, मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर का उपचार कैंसर को यथासंभव लंबे समय तक नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। हर कोई इलाज के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है, इसलिए आपके लिए कुछ ट्रीटमेंट प्लान्स दूसरों की तुलना में बेहतर काम कर सकते हैं।

    और पढ़ें: Rectal Cancer: रेक्टल कैंसर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार

    इस स्थिति में की जाती है सर्जरी

    कोलोन में आने वाली की रुकावट जैसी जटिलताओं को दूर करने या रोकने के लिए सर्जरी की जा सकती है। जब फेफड़ों या यकृत तक सीमित केवल कुछ मेटास्टेस होते हैं, तो उन्हें हटाने के लिए सर्जरी का उपयोग किया जा सकता है।

    कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरिपी और टार्गेटेड थेरिपीज का उपयोग अकेले या संयोजन में ट्यूमर को सिकोड़ने, लक्षणों से राहत देने और लंबे समय तक जीवित रहने में मदद करने के लिए किया जा सकता है। मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) के लिए हाल के वर्षों में कई टार्गेटेड थेरिपीज को मंजूरी दी गई है। डॉक्टर दर्द, मतली और कैंसर या उपचार के अन्य दुष्प्रभावों को प्रबंधित करने के लिए दवा भी लिख सकता है।

    उम्मीद करते हैं कि आपको मेटास्टेटिक कोलोरेक्टल कैंसर (Metastatic Colorectal Cancer) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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