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महिलाओं में कोलन कैंसर (Colon Cancer in Women) का निदान कैसे हो सकता है?
कोलन कैंसर के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले रोगी से मेडिकल हिस्ट्री और शारीरिक लक्षणों के बारे में जानते हैं। जैसे कि पहले ही बताया गया है कि महिलाओं में कोलन कैंसर (Colon Cancer in Women) की स्थिति में नजर आने वाले लक्षण किसी अन्य समस्या का समान भी हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर कुछ टेस्ट्स की सलाह भी दे सकते हैं। इन टेस्ट्स का इस्तेमाल कोलन कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए किया जाता है।
कोलोनोस्कॉपी (Colonoscopy)
कोलोनोस्कॉपी वो प्रोसीजर है जिसमें एक लम्बी, फ्लेक्सिबल ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता है। इस ट्यूब को एनस में इंसर्ट किया जाता है और कोलन में एक्सटेंड किया जाता है। इस ट्यूब के टिप पर एक छोटा कैमरा होता है जो डॉक्टर तक कम्प्यूटर स्क्रीन के माध्यम से इमेजेज भेजता है। अगर कोई पोलिप्स डिस्कवर होता है, तो उसे कोलोनोस्कोप के माध्यम से पास्ड विशेष उपकरणों के साथ हटाया जा सकता है। पोलिप्स को लैब में एनालाइज किया जा सकता है। प्रोसेस के इस पार्ट को बायोप्सी (Biopsy) कहा जाता है। अगर बायोप्सी से पता चले कि कैंसर प्रेजेंट है, तो अन्य टेस्ट्स भी कराए जा सकते हैं, जैसे:
जीन टेस्ट (Gene test)
यह टेस्ट खास तरह के कैंसर को पहचानने के लिए किया जाता है, क्योंकि इससे ट्रीटमेंट के बारे में सही डिसीजन लेने में मदद मिल सकती है।
कंप्यूटेड टोमोग्राफी (Computed tomography)
कोलन के नजदीक के टिश्यूज की कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन से डॉक्टर को यह जानने में मदद मिलती है कि कैंसर स्प्रेड हुआ है या नहीं।
अल्ट्रासाउंड (Ultrasounds)
अल्ट्रासाउंड में साउंड वेव्स का इस्तेमाल होता है, इससे शरीर में टिश्यू की कंप्यूटर इमेज क्रिएट की जाती है। जिन महिलाओं को इस कैंसर का रिस्क अधिक होता है, उन्हें डॉक्टर जल्दी स्क्रीनिंग की सलाह देते हैं। अगर कोलोनोस्कॉपी (Colonoscopy) के दौरान पोलिप्स नहीं मिलता है, तो हर दस साल में इसकी सलाह दी जाती है। अगर एक या एक से अधिक पोलिप्स पाए जाते हैं, तो डॉक्टर आपके रिस्क फैक्टर के अनुसार फिर से स्क्रीनिंग कराने के लिए कह हैं। अब जानते हैं कि कैसे हो सकता है इसका उपचार?
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महिलाओं में कोलन कैंसर (Colon Cancer in Women) का उपचार
महिलाओं में कोलन कैंसर (Colon Cancer in Women) का उपचार के लिए अधिकतर तीन तरीके अपनाए जाते हैं। यही नहीं, इस कैंसर के रिस्क को कम करने के लिए हमें हेल्दी हैबिट्स अपनाने की सलाह दी जाती है। इस कैंसर के उपचार के तरीके इस प्रकार हैं:
- सर्जरी (Surgery): शुरुआती स्टेज में इस कैंसर को कैंसरस पोलिप्स को रिमूव कर के ट्रीट किया जा सकता है। लेकिन, जब डिजीज बढ़ती है, तो अधिक टिश्यू या कोलन के पार्ट्स को भी रिमूव करने की जरूरत हो सकती है।
- सिस्टमिक थेरपीज (Systemic therapies): कीमोथेरेपी के दौरान पावरफुल मेडिकेशन्स, कैंसर सेल्स को नष्ट कर देती हैं। इसकी सलाह अक्सर तब दी जाती है, अगर कैंसर लिम्फ नोड्स तक पहुंच गया हो। कई बार कीमोथेरेपी, सर्जरी से पहले की जाती है ताकि ट्यूरम को श्रिंक होने में मदद मिल सके। इसके अलावा टार्गेटेड थेरेपी या इम्यूनोथेरेपीज की सलाह भी दी जा सकती है।
- रेडिएशन थेरेपी (Radiation therapy): रेडिएशन थेरेपी के दौरान, पावरफुल बीम्स जैसे एक्स-रेज का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि कैंसरस ट्यूमर को शरिंक या डिस्ट्रॉय किया जा सके। इस थेरेपी की सलाह कई बार कीमोथेरेपी के साथ दी जा सकती है।
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यह तो थी महिलाओं में कोलन कैंसर (Colon Cancer in Women) के बारे में जानकारी। महिलाओं और पुरुषों के लिए कोलन कैंसर के लिए सर्वाइवल रेट एक जैसा है। इसका सर्वाइवल रेट इस बात पर निर्भर करता है कि कैंसर कितना फैल गया है। रोगी की और संपूर्ण हेल्थ भी महत्वपूर्ण फैक्टर है। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।