लंग कैंसर ट्रीटमेंट (Lung cancer treatment) कौन-से हैं?
फेफड़ों के कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान डॉक्टर सर्जरी, रेडियोथेरिपी, कीमोथेरेपी, टारगेटेड ड्रग थेरिपी, स्टीरियोटैक्टिक बॉडी रेडियोथेरेपी (Stereotactic body radiotherapy), इम्यूनोथेरिपी (Immunotherapy )आदि की मदद ले सकते हैं। ट्रीटमेंट के दौरान पेशेंट की हेल्थ को भी देखा जाता है। अगर पेशेंट की बहुत ज्यादा तबीयत खराब है, तो ऐसे में कुछ ट्रीटमेंट को इग्नोर कर दिया जाता है। आइए जानते हैं लंग कैंसर ट्रीटमेंट के बारे में।
लंग कैंसर ट्रीटमेंट: सर्जरी
सर्जरी के दौरान सर्जन टिशू के उन हिस्सों को हटाने का काम करता है, जो कैंसर से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इस दौरान फेफड़ों कुछ हेल्दी टिशू भी हट जाते हैं। वेज रिसेक्शन (Wedge resection) के दौरान फेफड़ों के छोटे से हिस्से को हटाने का काम किया जाता है, जिसमें ट्यूमर उपस्थित होता है। सेगमेंटल रिसेक्शन (Segmental resection) के दौरान लंग के बड़े हिस्से को हटाया जाता है लेकिन पूरे लोब को हटाने का काम नहीं किया जाता है। वहीं लोबेक्टोमी के दौरान लंग के पूरे लोब को हटाने का काम किया जाता है। पूरे फेफड़े को हटाने के लिए न्यूमोनेक्टॉमी की प्रोसेस अपनाई जाती है।
सर्जन जरूरत पड़ने पर सर्जरी के दौरान लक्षणों के आधार पर आपके चेस्ट से लिम्फ नोड्स को भी हटा सकते हैं। अगर आप का कैंसर लंग यानी कि फेफड़ों तक ही सीमित है, तो सर्जरी का विकल्प अपनाया जाता है। अगर आप का कैंसर बहुत बढ़ चुका है, तो ऐसे में डॉक्टर कैंसर सेल्स को कम करने के लिए कीमोथेरिपी या रेडिएशन थेरिपी को सर्जरी से पहले अपनाते हैं। कुछ मामलों में सर्जरी के बाद भी कीमोथेरिपी या रेडिएशन थेरेपी की सलाह दी जा सकती है। यह सभी ट्रीटमेंट के दौरान लक्षणों के आधार पर या फिर कंडीशन के अनुसार होता है। आप इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी ले सकते हैं।
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