प्रोस्टेट कैंसर किस कारण से होता है, इस बारे में जानकारी नहीं है। यह कैंसर व्यक्तियों में एक उम्र के बाद होने की संभावना बढ़ जाती है। 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों में यह कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। अगर कैंसर के शुरुआती लक्षण नहीं दिखते हैं, तो इसका ट्रीटमेंट करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एडवांस स्टेज कैंसर में ट्रीटमेंट के दौरान और हॉर्मोन थेरिपी, रेडिएशन, कीमोथेरिपी, इम्यूनोथेरिपी, सर्जरी आदि की सहायता ली जाती है। अगर इन सभी माध्यमों से कैंसर को खत्म किया जा सकता है, तो व्यक्ति कैंसर की बीमारी से उबर जाता है। अगर शरीर के विभिन्न भागों में कैंसर फैल चुका है और उसका इलाज अब संभव नहीं है, तो ऐसे में व्यक्ति की जान बचाना मुश्किल हो जाता है। हार्मोन थेरिपी के दौरान पुरुष हॉर्मोन को सप्रेस कर दिया जाता है, जो प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करती हैं। रेडिएशन के दौरान बीम रेडिएशन की मदद से प्रोस्टेट ग्रंथि या शरीर के किसी अन्य क्षेत्र को लक्षित किया जाता है।जब प्रोस्टेट कैंसर हड्डी में फैल गया हो तो यह लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
कीमोथेरिपी की मदद से शरीर में कैंसर कोशिकाओं को मारा जाता है। यह मौजूदा ट्यूमर को सिकोड़ने का काम करती है और नए ट्यूमर के विकास को धीमा करती है या रोक सकती है। कीमोथेरिपी साइड इफेक्ट्स में मतली, भूख न लगना और वजन कम होना शामिल हैं। ट्यूमर को हटाने के लिए कुछ सर्जरी एक विकल्प के रूप में अपनाई जा सकती हैं। अगर शरीर में कैंसर फैल गया है, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह कम ही देते हैं। ट्रीटमेंट के दौरान क्या विधि अपनाई जाएगी, ये कैंसर के विस्तार पर निर्भर करता है। आपको इसके बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी लेनी चाहिए।
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इस आर्टिकल में हमने आपको स्टेज 4 प्रोस्टेट कैंसर (Stage 4 Prostate Cancer) से संबंधित जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।