जो कैंसर कोलन में शुरू होता है, उसे कोलन कैंसर कहा जाता है। जबकि, रेक्टम के कैंसर को रेक्टल कैंसर (Rectal Cancer) कहा जाता है। जो कैंसर इनमें से किसी भी ऑर्गन्स को प्रभावित कर सकता है, उसे कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer) का नाम दिया गया है। हालांकि, यह सभी मामलों से सच नहीं होता। लेकिन,अधिकांश कोलोरेक्टल कैंसर आमतौर पर एडिनोमेटस (Adenomatous) पॉलीप्स से समय के साथ विकसित होते हैं। पोलिप्स इनके सेलुलर DNA में होने वाली म्युटेशन के बाद बदल सकते हैं। कोलोरेक्टल कैंसर के रिस्क फैक्टस में कोलन और रेक्टल कैंसर की फैमिली हिस्ट्री शामिल है। इसके साथ ही इस कैंसर के अन्य रिस्क फैक्टर्स में कोलन या रेक्टल खराब डायट, एल्कोहॉल का सेवन, स्मोकिंग आदि भी हैं। कोलोरेक्टल कैंसर के उपचार और अन्य जानकारी के लिए इसकी स्टेजेस के बारे में पता होना बेहद जरूरी है। इन्हीं स्टेजेस में से एक है स्टेज 3। आइए, जानते हैं कोलोरेक्टल कैंसर और स्टेज 3 कोलोरेक्टल कैंसर (Stage 3 Colorectal Cancer) के बारे में।