इसके अलावा डॉक्टर सीबीसी (CBC) ब्लड टेस्ट भी रिकमंड कर सकते हैं। जिसके जरिए प्लेटलेट्स, ब्लड वेसल्स और कोगुलनेशन प्रोटीन के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है। डॉक्टर मरीज की ब्लड क्लॉटिंग क्षमता की भी जांच करते हैं और क्लॉटिंग फैक्टर डेफिसिएंशी का परीक्षण करते हैं। इसके अलावा वे ब्लड डिजीज, लिवर डिजीज और ब्लीडिंग डिसऑर्डर का कारण बनने वाली दूसरी बीमारियों की भी जांच कर सकते हैं। इसके अलावा जेनेटिक टेस्टिंग (Genetic testing) भी की जा सकती है। ब्लीडिंग डियाथिसिस का पता लगाने के लिए कोई एक पर्टिकुलर टेस्ट नहीं है। इसको पूरी तरह से एनालिसिस करने में टाइम लग सकता है। इसलिए इस दौरान मरीज को धैर्य के साथ टेस्ट करवाना होगा।
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ब्लीडिंग डियाथिसिस का इलाज कैसे होता है? (Bleeding Diathesis treatments)
ब्लीडिंग डियाथिसिस का इलाज इसकी स्थिति और गंभीरता पर निर्भर करता है। कुछ ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स के लिए क्लॉटिंग फैक्टर कॉन्स्ट्रेटर (clotting factor concentrates) होते हैं जिन्हें ब्लीडिंग को रोकने या इलाज करने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं। कुछ महिलाएं जो ब्लीडिंग डियाथिसिस (Bleeding Diathesis) का सामना कर रही होती हैं वे हैवी पीरियड्स को मैनेज करने के लिए हॉर्मोन थेरिपी (बर्थ कंट्रोल पिल्स) का सहारा लेती हैं। दूसरे ब्लीडिंग डिसऑडर्स के लिए टॉपिकल प्रोडक्ट्स जैसे कि नेजल स्प्रे, फ्रोजन प्लाज्मा का सहारा लिया जाता है।
- वही विटामिन के की डेफिसिएंशी होने पर विटामिन के सप्लिमेंट्स मददगार हो सकते हैं।
- अगर ब्लीडिंग डियाथिसिस का कारण किसी प्रकार की कोई दवा है, तो उसका डोज एडजस्ट किया जाता है।
- वहीं कुछ ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स का इलाज एंटीफायब्रिनोलिटिक्स (Antifibrinolytics) के जरिए किया जाता है। ये दवाएं ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर्स के ब्रेकडाउन को धीमा करने में मदद करती हैं।
क्या ब्लीडिंग डिसऑर्डर को रोका जा सकता है? (How to prevent Bleeding Diathesis)
ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स (Bleeding disorders) को होने से रोका तो नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ नियमों का पालन कर इनसे राहत जरूर प्राप्त की जा सकती है।
- ओरल हायजीन (Oral hygiene) का ख्याल रखकर मसूड़ों की ब्लीडिंग को रोका जा सकता है।
- किसी प्रकार की नॉनस्ट्रेरियोडल एंटी इंफ्लामेटरी ड्रग का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।
- ऐसी एक्सरसाइज को अवॉइड करें जो ब्लीडिंग या चोट का कारण बन सकती हैं।
- असामान्य ब्लीडिंग होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
- स्पोर्ट के दौरान प्रोटेक्टिव क्लॉथ या इक्विपमेंट का उपयोग करें।
- अगर आप ब्लीडिंग डियाथिसिस (Bleeding Diathesis) का सामना कर रहे हैं, तो किसी प्रकार की सर्जरी, डिलिवरी के पहले डॉक्टर को इसके बारे में जरूर बताएं ताकि वे उसके हिसाब से एहतियात बरत सकें।
- अगर बच्चे में ब्लीडिंग डियाथिसिस के लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।