जैकबसेन सिंड्रोम प्रभावित क्रोमोसोम 11 को डिलीट करने के कारण होता है। इस डिलीशन का आकार हर व्यक्ति और लक्षणों की गंभीरता के अनुसार अलग हो सकता है।
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प्लेटलेट डिसऑर्डर का उपचार (Treatment of Platelet Disorder)
प्लेटलेट डिसऑर्डर्स (Platelet Disorder) दुर्लभ होते हैं। इसका उपचार इसके लक्षणों और अन्य कई स्थितियों पर निर्भर करता है जैसे अगर खून में प्लेटलेट की संख्या कम है तो इसे थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (Thrombocytopenia) कहा जाता है। अगर समस्या सामान्य हो तो इसमें किसी उपचार कि जरूरत नहीं होती। लेकिन गंभीर स्थितियों में आपको दवाई या ब्लड और प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन (Blood and Platelet Transfusion) की जरूरत हो सकती है। अगर आपके खून में अधिक प्लेटलेट हैं और अगर आपको इसका कोई लक्षण नहीं नजर आता है, तो इलाज की जरूरत नहीं है। लेकिन, कई मामलों में दवाईयों और अन्य तरीकों की जरूरत हो सकती है। इसके साथ ही इन समस्याओं का उपचार इसके कारणों पर भी निर्भर करता है।
प्लेटलेट डिसऑर्डर से बचने के लिए लाइफस्टाइल में क्या परिवर्तन करने चाहिए? (Change in Lifestyle for Platelet Disorder)
प्लेटलेट डिसऑर्डर (Platelet Disorder) एक आम समस्या नहीं है। लेकिन इसके कारण कुछ गंभीर परेशानियां भी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल में कुछ परिवर्तन करने चाहिए जो इस प्रकार हैं:
सही आहार (Right Food): अगर आप प्लेटलेट डिसऑर्डर (Platelet Disorder) की समस्या से बचना चाहते हैं। तो सबसे जरूरी है अपने आहार को सही रखना। इसके लिए आप फल सब्जियों आदि का भरपूर सेवन करें। जैसे फोलेट, विटामिन B-12, C, D, and k और आयरन युक्त आहार से खून में प्लटेलेट की मात्रा बढ़ती है।
व्यायाम (Exercise): व्यायाम करना आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी और महत्वपूर्ण है। अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो सैर, व्यायाम, योग को अपने जीवन का हिस्सा बना लें।
तनाव से बचें (Avoid Stress): तनाव से बचना भी आपको कई बीमारियों से दूर रख सकता है। इसलिए, अगर आप रोगों से अपना बचाव करना चाहते हैं। तो खुश रहने की कोशिश करें। इसके साथ ही पर्याप्त नींद लेना न भूलें।
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प्लेटलेट छोटे लेकिन खून के बहुत महत्वपूर्ण सेल्स हैं। जो शरीर में ब्लीडिंग को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। अगर आपको जल्दी नील पड़ना, किसी घाव से ब्लीडिंग होते रहना या नाक से खून निकलना जैसी समस्याएं हों। तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। एक सिंपल ब्लड टेस्ट से आपको पता चल सकता है कि प्लेटलेट काउंट सामान्य हैं या नहीं।