हीमोफीलिया का इलाज: इन बातों का रखें ध्यान
जैसा कि हमने आपको बताया कि हीमोफीलिया की बीमारी होने पर चोट लगना गंभीर साबित हो सकता है, इसलिए ट्रीटमेंट के साथ ही खुद को चोट के खतरे से बचाना भी बेहद जरूरी है। आपको ड्राइविंग के समय हमेशा सीट बेल्ट का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि आप गंभीर चोट से बच सके। साथ ही ऐसे काम बिल्कुल न करें, जिनमें आपको चोट लगने का खतरा बना रहता हो। अगर आपको हल्की चोट भी लगी है, तो उसका ट्रीटमेंट डॉक्टर से कराएं। अगर आपको मसूड़ों से खून आता है, तो इसे आम समस्या न समझें। हीमोफीलिया के दौरान ये समस्याएं गंभीर स्थिति भी पैदा कर सकती हैं। आपको डॉक्टर से पूछना चाहिए आपको किन सावधानियों की आवश्यकता है।
आपको या फिर बच्चे को हीमोफिलिया किस प्रकार का है, उसी के अनुसार ट्रीटमेंट दिया जाता है। रिप्लेसमेंट थेरिपी का इस्तेमाल माइल्ड हीमोफीलिया (Mild hemophilia) के लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है। कुछ केसेजे में DDAVP (Desmopressin acetate) का इस्तेमाल फैक्टर VIII को बॉडी लेवल में बढ़ाने के लिए किया जाता है। सेवर हीमोफीलिया (Severe hemophilia) के ट्रीटमेंट के लिए भी रिप्लेसमेंट थेरिपी का इस्तेमाल किया जाता है। जब कभी भी किसी व्यक्ति को चोट लग जाए, तो उसे तुरंत ट्रीटमेंट बहुत जरूरी हो जाता है। अगर ट्रीटमेंट न मिल पाएगा, तो अधिक मात्रा में खून बह जाएगा, जो बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हीमोफीलिया का इलाज (Treatment of hemophilia) कैसे किया जाता है, इससे संबंधित ये आर्टिकल पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा और उपचार प्रदान नहीं करता है। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।