कोरोना वायरस दुनियाभर में तेजी से पैर पसार रहा है। इसे लेकर कई शोध हो रहे हैं। इस बीच कोरोना को लेकर एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस शोध में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा दो कैटगरी के ब्लड ग्रुप को है। यही नहीं इन लोगों को इस खतरनाक वायरस से सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
कोरोना वायरस से ब्लड ग्रुप का कनेक्शन
कोरोना वायरस सबसे पहले चीन के वुहान शहर से फैला है। वुहान के अस्पताल में भर्ती मरीजों को लेकर कई स्टडी हो रही हैं। इस वायरस के कारण होने वाली मौतों को लेकर भी शोधकर्ताओं ने रिसर्च की है, जिसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं। इस शोध को चीन के हुबेई प्रांत जिनइंतान अस्पताल के शोधकर्ताओं ने किया है। इसमें उन्होंने ब्लड ग्रुप के अनुसार संक्रमित लोगों पर अध्ययन किया गया है। इस शोध के सामने आए निष्कर्षों के अनुसार, कोरोना वायरस से ब्लड ग्रुप ए जल्दी संक्रमित हो सकता है। इसके अलावा ब्लड ग्रुप ओ को संक्रमित होने में थोड़ा ज्यादा समय लगता है।
कोरोना वायरस से ब्लड ग्रुप-ए को क्यों खतरा?
इस रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं उनमें ब्लड ग्रुप-ए की संख्या सबसे ज्यादा है। रिसर्च के अनुसार, 2173 कोरोना पेशेंट्स में से 206 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 85 लोग ब्लड ग्रुप-ए के थे। वहीं 52 लोगों का ब्लड ग्रुप ओ था। यानी कोरोना से मरने वाले लोगों में 41 फीसदी लोग ब्लड ग्रुप-ए और 25 फीसदी लोग ब्लड ग्रुप-ओ के थे।
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कोरोना वायरस से ब्लड ग्रुप-ए के लोग रहें सतर्क
इस रिपोर्ट को जारी करने के साथ शोधकर्ताओं ने इन दोनों ब्लड ग्रुप वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है।
लेबोरटरी ऑफ एक्सपेरिमेंटल हीमैटोलॉजी के वैज्ञानिक गाओ यिंगदाई का कहना है कि इस रिसर्च से उन्हें इसका इलाज ढूंढने में मदद होगी। इसके साथ उन्होंने ब्लड ग्रुप ए के लोगों को ज्यादा पेनिक होने से मना किया है। उनका कहना है कि इस रिपोर्ट का मतलब यह नहीं है कि यदि आपका ब्लड ग्रुप ए है तो आपको कोरोना हो ही जाएगा। सभी बल्ड ग्रुप के लोगों को कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को लेकर सावधानियां रखना जरूरी है।
यह रिपोर्ट डेली मेल में प्रकाशित हुई है। इस शोध का परिणाम बताता है कि कोरोना वायरस से ब्लड ग्रुप ओ के लोगों के मौत की आंशंका दूसरे ब्लड ग्रुप की तुलना में कम है। यहीं नहीं ये लोग संक्रमित भी देर से होते हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी बताया है कि जब सार्स-सीओवी-2 का हमला हुआ था तब भी यह देखा गया था कि ब्लड ग्रुप ओ के लोग इससे कम प्रभावित हुए थे। यहीं नहीं आपको जानकर हैरानी होगी इस वायरस से भी ब्लड ग्रुप एक के लोगों पर सबसे अधिक असर देखा गया था। कोरोना वायरस पर किए गए इस रिसर्च पर अभी फाइनल रिव्यू होना बाकी है।
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कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार ने गाइडलाइन जारी की हैं:
- हाइजीन का खास ख्याल रखें। हाथों को साबुन और पानी से अच्छे से साफ करें।
- जरूरी पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। बाहर जाकर कहीं भी भीड़ न लगाएं।
- आंखों, नाक और मुंह को छूने से भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता है। इसलिए चेहरे को टच करना एवॉइड करें।
- आपके आस-पास कोई व्यक्ति बीमार हो तो उससे डिस्टेंस बनाकर रखें।
- घर से बाहर बिना मास्क के बिना न निकलें।
- इस्तेमाल के बाद मास्क को तुरंत एक बंद डस्टबिन में फेंक दें।
- एक बार इस्तेमाल किए गए मास्क को दोबारा इस्तेमाल न करें।
- मास्क को पीछे से हटाएं और उसे इस्तेमाल करने के बाद आगे से न छूएं।
- कोरोना वायरस लेटेस्ट अपडेट में बताया गया कि, छींकते या खांसते समय अपने मुंह और नाक को किसी टिश्यू पेपर या फिर कोहनी को मोड़कर ढकें।
- अगर आपको बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से मिलें।
- अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर की हर सलाह मानें और पूरी जानकारी प्राप्त करते रहें।
- भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि, अगर आप मास्क लगा रहे हैं तो उससे पहले अपने हाथों को
- एल्कोहॉल बेस्ड हैंड रब या फिर साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं।
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कोरोना वायरस से निपटने के लिए डब्ल्यूएचओ ने नीचे बताए सुझाव दिए हैं:
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करें। डायट में फलों और सब्जियों को शामिल करें। तली हुई और ऑयली चीजों का सेवन न करें। हर दिन व्यायाम करें। साथ ही पर्याप्त नींद लेना भी बहुत जरूरी है। यदि आपको या आपके घर पर किसी को खांसी या जुकाम की शिकायत है तो उससे दूरी मेंटेन करें। बीमार शख्स को मास्क पहनाकर रखें। जिससे छींकते या खांसते वक्त वायरस स्प्रेड न हो। मास्क को पहनने से पहले हमेशा हाथों को अच्छे से साफ करें। मास्क को हमेशा चेहरे पर पूरा सटाकर पहनें। जो लोग चीन से यात्रा करके लौटे हैं वो अपने स्वास्थ्य पर बारीकी से नजर रखें। यदि शरीर में किसी तरह का जरा भी बदलाव नजर आए तो बिना देरी करे डॉक्टर से कंसल्ट करें। अगर चीन या उसके आसपास के देशों की यात्रा करने के दौरान या उसके बाद आपको छींक, खांसी, बुखार या शारीरिक थकान महसूस हो तो इस स्थिति में भी आपको स्थानीय स्वास्थ्य टीम से संपर्क करना होगा।
किसी से मिलते जुलते समय हाथ मिलाना एवॉइड करें। लंबे समय के लिए घर से बाहर जा रहे हैं तो अपने साथ घर का खाना बनवाकर लेकर जाएं। जिन लोगों को खांसी या जुकाम की शिकायत हो उनसे एहतियात के साथ मिलें।
जिन लोगों को कोरोना से संक्रमित होने का शक है वो लोग निम्न बातों का पालन करें:
- जिस बात का आपको सबसे पहले ध्यान रखना है वो यह कि आप खुद से बाहर न निकलें। घर में भी अकेले एक कमरे में रहें। आप खुद से डॉक्टर, फार्मेसी या अस्पताल जाना एवॉइड करें। इससे दूसरों को वायरस होने का खतरा होता है।
- डॉक्टर से चैकअप के लिए अपने इलाके में मौजूद स्वास्थ्य कर्मी को फोन लगाएं। यदि फोन नहीं लगता तो ऑनलाइन जानकारी जुटाएं।
- आपकी जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य टीम के पास पहुंचते ही वो आपसे खुद संपर्क करेंगे। वो लोग खुद आकर आपको लेकर जाएंगे। आपका कोरोना वायरस का टेस्ट किया जाएगा।
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